लक्षद्वीप, भारत का एक केंद्रशासित प्रदेश है, जहां घूमने के लिए काफी कुछ है। यहां प्राकृतिक सुंदरता की भरमार पड़ी है। कपल्स के लिए एक शानदार डेस्टिनेशन के रूप में खुद को साबित करता लक्षद्वीप अब और भी खास होने वाला है। यहां के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से हवाई और समुद्री सेवाओं में विस्तार भी किया जाएगा।
अत्याधुनिक पर्यटक रिसॉर्ट सुविधाओं का विकास
इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर लक्षद्वीप पर्यटन मार्केट में वृद्धि करने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं यह राज्य इको पर्यटन परियोजनाओं के विकास में लगा हुआ है। प्राथमिकता के आधार पर कवारत्ती, अगाती तथा बंगाराम द्वीप समूह में अत्याधुनिक पर्यटक रिसॉर्ट सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है, जिससे इन द्वीपों की यात्रा करने वाले पर्यटकों की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकें। इसके अलावा यहां पर वॉटर स्पोर्ट्स की भी व्यवस्था की जा रही है।
ईको पर्यटन परियोजना का विकास
पर्यटन मंत्रालय की ओर से जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यहां के होटलों को औद्योगिक दर्जा प्रदान करने की भी मांग उठी है। हालांकि महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान और उत्तराखंड जैसे राज्यों ने पहले ही इस दिशा में कदम उठाया है। लक्षद्वीप प्रशासन की ओर से सूचित किया गया है कि उन्होंने पर्यटन की क्षमता वाले विभिन्न द्वीपों में ईको पर्यटन परियोजना का विकास करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, इनमें चेरियन द्वीप भी शामिल है।
अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रूज पर्यटन का विकास
लक्षद्वीप क्षेत्र समेत देश के सभी तटवर्ती इलाकों में अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रूज पर्यटन के विकास पर भी जोर दिया जा रहा है। इसमें विभिन्न पत्तन न्यासों, स्वास्थ्य मंत्रालय, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सीमा शुल्क, सीआईएसएफ और तटवर्ती राज्यों के प्रतिनिधि भी शामिल है। क्रूज संबंधी इस कार्यबल की 13वीं बैठक बीते 27 अप्रैल को आयोजित की गई थी। वहीं, लक्षद्वीप प्रशासन की ओर से भी कहा गया है कि बड़े विमानों के लिए आगत्ती हवाई अड्डे में विस्तार की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।