दक्षिण भारत अपने प्राचीन व खूबसूरत मंदिरों के लिए जाना जाता है। ऐसे में जब भी कोई पर्यटक इन मंदिरों के दर्शन करने जाता है तो मंदिर के अंदर की फोटो व सेल्फी एक याद के रूप में लेकर आता है। लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा। मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु के सभी मंदिरों को लेकर एक आदेश जारी की है, जिससे अब राज्य के सभी मंदिरों में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब कोई भी पर्यटक मंदिर परिसर में मोबाइल नहीं ले जा सकेगा।
ऐसे में सोशल मीडिया एडिक्टेड पर्यटकों के लिए काफी दुखद बात है, क्योंकि मंदिर परिसर में जाने के बाद वे वहां की फोटो निकाल कर ले आते हैं और वहां की वीडियोग्राफी करते हैं और अपनी यात्रा डायरी में याद स्वरूप रखने के लिए सेल्फी भी लेते थे, जो अब से नहीं हो पाएगा। ऐसे में अब तमिलनाडु के मंदिर परिसर की फोटो सोशल मीडिया पर नहीं दिखाई देगी, अब सिर्फ पर्यटक बाहर से ही मंदिर की तस्वीर ले सकेंगे।
तमिलनाडु के मंदिरों में अब नहीं बनाया जा सकेगा #REELS
वर्तमान समय में सोशल मीडिया का दौर चल रहा है, कोई भी पर्यटक किसी सुंदर वास्तुकला वाली मंदिरों में दर्शन करने जाता है तो वहां की तस्वीरें निकालता है, सेल्फी लेता है, वीडियो बनाता है। ऐसे लोगों के लिए मद्रास हाई कोर्ट का यह आदेश एक झटके के समान है, जो शायद काफी लोगों को रास भी नहीं आ रही हो। लेकिन इस मामले में कोर्ट का कहना है कि श्रद्धालु दर्शन करने जाते हैं और चुपके से तस्वीरों को खींच लेते हैं जबकि वहां लिखा भी होता है "फोटो लेना वर्जित है"...।
मंदिर की मर्यादा व पवित्रता जरूरी
हाईकोर्ट ने इस मामले में कहा है कि मंदिर एक धार्मिक स्थल है, जिसकी मर्यादा व पवित्रता का ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में अब से राज्य के किसी भी मंदिर परिसर में मोबाइल फोन नहीं ले जाया जा सकेगा और इसके लिए मंदिर के पास में या परिसर में फोन डिपॉजिट लॉकर बनाए जाएंगे, जिससे सभी के मोबाइल सुरक्षित रहे।
अपनी यात्रा को और भी दिलचस्प व रोचक बनाने के लिए हमारे Facebook और Instagram से जुड़े...