अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। कहा जा रहा है कि इसका निर्माण कार्य अगले साल के अंत तक पूरा हो जाएगा, जिसके बाद साल 2024 जनवरी में प्रभु श्रीराम भी अपने गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे, जिसका रामभक्त बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यही कारण है कि अयोध्या में आने वाले रामभक्तों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
विश्व की सबसे ऊंची होगी भगवान राम की प्रतिमा
इसको लेकर प्रदेश सरकार की लगातार अयोध्या में विकास कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक और श्रद्धालु राम नगरी में आ सकें। अब ऐसे में भगवान श्रीराम की प्रतिमा अयोध्या में लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सूत्रों की मानें तो ये प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी, जिसकी ऊंचाई करीब 251 मीटर होगी। कहा जा रहा है कि भगवान राम की इस प्रतिमा का भी निर्माण स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाने वाले पद्मश्री से सम्मानित मूर्तिकार अनिल सुतार करेंगे।
एनएच के किनारे भी राजा राम की मूर्तियां
अगर देखा जाए तो राम नगरी को विश्व के मानचित्र पर उकेरने में केंद्र व राज्य सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, अंतरराज्यीय बस स्टेशन और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन बनकर लगभग पूरा हो चुका है, इसमें फीनिशिंग का काम किया जा रहा है। इसके अलावा प्रभु श्रीराम के बाल्यावस्था से लेकर राज्याभिषेक तक की मूर्तियों को नेशनल हाईवे के किनारों पर सजाया जा चुका है, जिससे आने वाले समय राम नगरी न सिर्फ भारत के बल्कि विश्व के मानचित्र पर सुनहरे अक्षरों में दिखाई देगा।
251 मीटर ऊंची होगी प्रभु श्रीराम की मूर्ति
फिलहाल, राजा राम की प्रतिमा लगाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। अयोध्या में जो मूर्ति बनाई जाएगी, उसने शुरू के 51 मीटर मंदिरनुमा होगा और उसके ऊपर 200 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। मूर्ति निर्माण का कार्य भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इससे न सिर्फ रामभक्त अयोध्या जाएंगे, बल्कि देश-विदेश से भी पर्यटक अयोध्या नगरी पहुंचेंगे और भगवान राम के साथ-साथ सनातनी संस्कृति से परिचित होंगे।