ट्रेकिंग ट्रैवलर्स द्वारा किए जाने वाले साहसिक एडवेंचर में गिना जाता है। आम तौर पर ये ट्रेल्स कई किमी लंबे और उन स्थानों पर किए जाते हैं जहां वाहन ले जाना बहुत ही मुश्किल भरा काम होता है। हिमालयी इलाके ट्रेकिंग के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं, जहां ट्रेकर्स चट्टानी और बर्फबारी ढलानों के माध्यम से अपने जीवन को खतरे में डालते हैं।
ऐसा नहीं है कि आप ट्रेकिंग का आंनद सिर्फ उत्तर भारतीय हिमालयी क्षेत्रों में ही ले सकते हैं। ट्रेकिंग जैसे रोमांचक एडवेंचर के लिए दक्षिण भारत के राज्य भी काफी ज्यादा खास मानें जाते हैं। दक्षिण भारत न केवल स्मारकों, मंदिरों और वास्तुकला का प्रदर्शन करता है, बल्कि भारत का यह भू-भाग वन्य जीवन, चाय-कॉफी के बागानों और पहाड़ी इलाकों के लिए भी जाना जाता है।
दक्षिण भारत हर तरह के साहसिक ट्रैवलर्स का स्वागत करता है। इस खास लेख में जानिए दक्षिण भारत के उन सबसे खास स्थानों के बारे में जहां आप रोमांचक ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं।
नीलगिरी, तमिलनाडु
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नीलगिरी हिल्स या नीलगिरी तमिलनाडु के अंतर्गत पश्चिमी घाट का हिस्सा है। तमिलनाडु में स्थित यह पर्वतीय स्थान कर्नाटक और केरल के साथ अपनी सीमाओं को साझा करता है। नीलगिरी जिले के अंतर्गत ऊटी, कोटागिरी और कुन्नूर तमिलनाडु के सबसे खास ट्रेकिंग गंतव्यों में गिने जाते हैं।
अनुकूल वातावरण, सभ्य ढलानों और कम प्रतिबंधों की वजह से यहां ट्रेकिंग करना ट्रेकर्स के लिए यह आसान हो जाता है। अप्रैल से जून और सितंबर से दिसंबर तक नीलगिरी में आकर ट्रेक करने का आदर्श समय माना जाता है। क्योंकि यह न तो बहुत गर्म है और न ही बहुत ठंडा है।
कूर्ग, कर्नाटक
कर्नाटक स्थित कूर्ग दक्षिण भारत की यात्रा के दौरान ट्रेक करने के लिए सबसे आदर्श जगहों में गिना जाता है। पश्चिमी घाट में स्थित, कूर्ग जून-सितंबर वाले मानसून महीनों को छोड़कर एक अनुकूल जलवायु वाला पहाड़ी क्षेत्र है। जनवरी से मई यहां आने का आदर्श समय है। ब्रह्मगिरी रेंज और पुष्पागिरी कर्नाटक में ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध स्थान माने जाते हैं।
मई-जून के लिए खास हैं आंध्र प्रदेश के ये खास हिल स्टेशन
अनंतगिरि हिल्स, आंध्र प्रदेश
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आंध्र प्रदेश स्थित अनंतगिरि हिल्स ट्रेकिंग हॉलिडे का आनंद उठाने के लिए एक अनुकूल मौसम प्रदान करता है। हरी-भरी पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा यह क्षेत्र ट्रेकर्स को एक्सप्लोर करने के लिए विभिन्न मार्ग प्रदान करता है। यहां के जंगल ज्यादा घने नहीं है इसलिए यहां ट्रेक करना बहुत ही आसान हो जाता है।
यह स्थान उन लोगों के लिए आदर्श है जो पहली बार ट्रेकिंग करना चाहते हैं। ट्रेकिंग के अलावा, इस ट्रेकिंग टूर में जंगल की सुंदरता का भी आनंद लिया जा सकता है।
कोदाचद्री
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कर्नाटक के शिमोगा जिले में स्थित कोदाचद्री दक्षिण भारत में साहसिक ट्रेकिंग ट्रेल्स के लिए जाना जाता है। लेकिन यहां ट्रेकिंग वे ही लोग कर सकते हैं जो शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हों। फिटनेस इस जगह की सबसे पहली मांग है। कोदाचद्री में कारीकाट्टी चुनिंदा खास ट्रेक मार्गों में गिना जाता है। यह ट्रेक रूप 12-14 किमी लंबा है जिसे पूरा करने में 7 से 8 घंटों का समय लगता है।
इसलिए अगर आप शरीरिक रूप से कमजोर है तो इस ट्रेक रूट का चयन न करें। यहां ट्रेकिंग के दौरान आप गणेश गुहा, हिंदुलून फॉल्स और बेलाकल्लू थेरथा जैसे स्थलों को भी देख सकते हैं। वन विभाग की अनुमति के साथ, ट्रेकर्स यहां एक तंबू बना सकते हैं।
मुन्नार, केरल
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दक्षिण भारत स्थित मुन्नार राज्य के सबसे खूबसूरत पहाड़ी स्टेशनों में से एक है जो केरल में यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। मुन्नार के पहाड़ी इलाके बेस्ट ट्रेकिंग के लिए जाने जाते हैं। घुमावदार रास्तों के साथ, चाय के बागानों से होते हुए ट्रेकिंग करना किसी सपने से कम नही।
अनामुडी मुन्नार की सबसे ऊंची चोटी है जिसे ट्रेकर्स द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। यहां ट्रेकिंग करना इसलिए खास है क्योंकि यहां का पूरा इलाका पूर्णता प्राकृतिक खूबसूरती से लबरेज है। एक अलग अनुभव के लिए आप मुन्नार की यात्रा अवश्य करें।
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