अपनी अनूठी सभ्यता संस्कृति और विविधता के चलते एक ट्रैवलर के लिए भारत हमेशा ही ख़ास रहा है। आज भारत एक प्रमुख टूरिस्ट हब है जहां हर साल देश विदेश के लाखों पर्यटक घूमने आते हैं और यहां की सुंदरता में खो जाते हैं। कहा जा सकता है कि भारत का हर एक राज्य अपने में ख़ास है और अपने में ऐसा बहुत कुछ समेटे हुए है जो आपको विश्व के किसी भी अन्य देश में देखने को नहीं मिलेगा। जहां एक तरफ आज भारत आध्यात्म का हब बन रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ये अपने एडवेंचर और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी जाना जाता है।
अब जब बात भारत में एडवेंचर और एडवेंचर स्पोर्ट्स की हो और ऐसे में हम केबल कार की राइड का वर्णन न करें तो बात अधूरी रह जाती है। तो इसी क्रम में आज हम आपको अवगत कराएंगे भारत के उन डेस्टिनेशनों से जहां जाकर आप एडवेंचर भरी केबल कार की राइड ले सकते हैं। तो चलिए अब देर किस बात की आइये जानें ऐसे पांच डेस्टिनेशंस के बारे में जहां जाकर आप केबल कार का लुफ्त लेकर अपने अंदर छुपे डर को हराकर रोमांच पर अपनी जीत हासिल कर सकते हैं।
गुलमर्ग
जम्मू - कश्मीर के बारामूला जिले में लगभग 2730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुलमर्ग, की खोज 1927 में अंग्रेजों ने की थी। इस स्थान को पहले "गौरीमर्ग" के नाम से जाना जाता था, जो भगवान शिव की पत्नी "गौरी" का नाम है। फिर कश्मीर के अंतिम राजा, राजा युसूफ शाह चक ने इस स्थान की खूबसूरती और शांत वारावरण में मग्न होकर इसका नाम गौरीमर्ग से गुलमर्ग रख दिया। ज्ञात हो की गुलमर्ग का अर्थ है "फूलों की वादी"। यदि आप गुलमर्ग में हैं तो आप गोंडोला राइड का आनंद लेना न भूलें। गोंडोला लिफ्ट एक केबल कार है जिसका डिजाइन कश्मीर सरकार और फ्रेंच कंपनी पोमागाशी ने मिलकर बनाया है। इस आकाश तार से पर्यटक पूरे गुलमर्ग को देख पते हैं, जिसके कारण यह लिफ्ट काफी लोकप्रिय है। तटीय इलाके से 13500 फीट ऊँची यह लिफ्ट 5 कि.मी की 2 दूरियां तैय करती है। एक गुलमर्ग से कौंगडोर और दूसरी कौंगडोर से अफरात। कौंगडोर - गोंडोला स्टेशन 3099 मीटर ऊंचा है, और अफरात स्टेशन 3979 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
मालमपुझा
मालमपुझा एक छोटा सा सुन्दर कस्बा है जो कि अपने मनोरम दृश्यों, बाँधों और बगीचों के लिये जाना जाता है। पलक्कड़ (जिसे केरल का धान का कटोरा कहते हैं) में स्थित यह लोकप्रिय स्थान हजारों पर्यटकों, प्रकृति प्रेमियों और पिकनिक पर आने वाले लोगों को आकर्षित करता है। पलक्कड़ कस्बे से 10 किमी की दूरी पर स्थित मालमपुझा पर्यटकों को मनोरंजन के कई प्रकार के विकल्प भी प्रदान करता है। प्राकृतिक सुन्दरता और मनुष्य के कौशल के संगम के कारण यह स्थान सबसे लोकप्रिय मनोरंजक स्थानों सम्मिलित है। मालमपुझा की यात्रा पर आप केबल कार में बैठना न भूलें। ये केबल कार आपको मालमपुझा गार्डन से मालमपुझा बांध तक की यात्रा कराती है।
राजगीर
राजगीर, शाहीघराना, भारत बिहार के राज्य में स्थित मगध की प्राचीन राजधानी थी। भक्तिपुर परिवहन के विभिन्न साधनों से राजगीर को पटना से जोड़ता है। राजगीर एक घाटी में स्थित है और इसके आकर्षण पर्यटक चुम्बक रहे हैं। घाटी ऊपर से मंत्रमुग्ध कर देने वाली पहाड़ियों से घिरी हुई है। एक शहर के रूप में राजगीर, भगवान बुद्ध और बौद्ध धर्म से संबंधित अनगिनत कहानियों का एक झरना है। यहां आपको 7 अलग अलग और बेहद खूबसूरत पहाड़ियाँ मिलेंगी जिनकी यात्रा आप केबल कार से ही कर सकते हैं। केबल कार से देखे गए यहां के नज़ारे ऐसे है कि जो किसी भी पर्यटक को अपनी तरफ आकर्षित कर सकते हैं।
औली
औली एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो पूरी दुनिया में स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है। यह खूबसूरत जगह समुद्रतल से 2800मी. ऊपर स्थित है। यह जगह ओक धार वाली ढलानों और सब्ज़ शंकुधारी जंगलों के लिए जानी जाती है। औली का इतिहास 8वीं शताब्दी में पाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, गुरु आदि शंकराचार्य इस पवित्र स्थान पर आए थे। इस जगह को 'बुग्याल ' भी कहा जाता है जिसका स्थानीय भाषा में अर्थ है 'घास का मैदान'। ओस की ढलानों पर चलते हुए पर्यटक नंदादेवी, मान पर्वत तथा कामत पर्वत शृंख्ला के अद्भुत नज़ारें देख सकते हैं। यात्री इन ढलानों से गुज़रने पर सेब के बाग और हरेभरे देवदार के पेड़ देख सकते हैं।
गंगटोक
गंगटोक का शहर सिक्किम राज्य में सबसे बड़ा शहर है। पूर्वी हिमालय रेंज में शिवालिक पहाड़ियों के ऊपर 1437 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गंगटोक सिक्किम जाने वाले पर्यटकों के बीच एक प्रमुख आकर्षण है। साल 1840 में एनचेय नाम के मठ के निर्माण के बाद, गंगटोक शहर प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थल के रूप में लोकप्रिय होना भी शुरू हो गया। सिक्किम की राजधानी होने के नाते गंगटोक शहर में दिलचस्प और महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं। इनमें से कुछ में शामिल हैं: एंचेय मठ, नाथूला दर्रा, नामग्याल तिब्बतशास्त्र के संस्थान, ड्रल चोर्टन, गणेश टोक हनुमान टोक, सफेद दीवार, रिज गार्डन, हिमालय चिड़ियाघर पार्क, एमजी मार्ग और लाल बाज़ार और रुमटेक मठ। यदि आप यहां हों तो हमारा सुझाव यही है कि आप यहां रोपवे की सवारी करना बिलकुल न भूलें।