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दिल्ली के शानदार मुग़ल स्मारक!

पुराने स्मारक हमेशा से ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, खास कर उन लोगों को जिनकी रूचि और झुकाव ज़्यादातर इतिहास, कला और आर्किटेक्चर में होती है। ऐसे में स्मारक सबसे मुख्य आकर्षण के केंद्र होते हैं। भारत में कई ऐसे स्मारक हैं जिनको अलग अलग विषयों पर बनाया गया है और सबकी आर्किटेक्चरल स्टाइल भी अलग हैं। चलिए हम आपको ऐसे ही कुछ स्मारकों की झलक दिखाते हैं जिन्हें इस्लामिक आर्किटेक्चरल स्टाइल से बनाया गया है।

तो चलिए चलते हैं हम इन्हीं स्मारकों की सैर पर, देश की राजधानी दिल्ली में।

Alai Darwaza

अलाई दरवाज़ा
Image Courtesy:
stevekc

अलाई दरवाज़ा

क़ुतुब मीनार के परिसर में ही बने इस शानदार स्मारक को अलाउद्दीन खिलजी ने बनवाया था। भारत का सबसे पहला स्मारक जिसे इस्लामिक आर्किटेक्चरल स्टाइल से बनाया गया था। इसे लाल बलुई पत्थर से, सफेद मार्बल द्वारा अलंकृत करके बनाया गया। आपको यहाँ नश्क स्क्रिप्ट लिखी हुई शिलालेख भी इसके दीवारों पर देखने को मिलेगी। आप इसके किनारे में बारीकी से करी गयी कारीगरी और मेहराब भी देखेंगे जो कमल के कली की तरह लगती हैं, यह इस स्मारक की खूबसूरती को और भी बढ़ाती है।

Red Fort

लाल किला
Image Courtesy: Achyutmisra

लाल किला

जैसे ही आप दिल्ली का नाम सुनते हो सबसे पहले आपके दिमाग़ में आता है वहाँ का शान लाल किला। यह वा स्मारक है जिसका भारत में मुग़लों के शासन के समय सबसे ज़्यादा महत्व था, जिसे शाहजहाँ ने बनवाया था। पूरा स्मारक लाल बलुई पत्थर से बना हुआ है जिसमें जटिल कैलिग्राफी और फूलों की कला को इस अष्टकोण स्मारक की दीवार पर उकेरा गया है। इसे बनाने में लगभग दशकों का समय लगा था।

Qutub Minar

क़ुतुब मीनार
Image Courtesy: NID chick

क़ुतुब मीनार

दिल्ली का एक और, लंबा और शानदार स्मारक जिसे देखने को दूर दूर से पर्यटक आते हैं। इस स्मारक को जिसमें 5 इमारत बालकनियाँ हैं, 3 अलग अलग शासकों द्वारा बनवाई गयी थी। और इसके आर्किटेक्चर में अलग तरह का स्टाइल बिल्कुल ही साफ नज़र आता है। इस स्मारक की लंबाई 73 मीटर उँची है और यह बिल्कुल भी अतिशयोक्ति नहीं होगी अगर हम इसे पुराने ज़माने का गगन चुंबी इमारत कहें। जैसा की हमने आपको बताया कि यह 5 मंज़िली इमारत 3 अलग शासन में बनी थी, इसकी वजह से इसकी पहली 3 इमारतें लाल बलुई पत्थर की बनी हैं और बाकी की दो संगमरमर और बलुई पत्थर से।

Sagdarjung Tomb

सफ़दरजंग का मकबरा
Image Courtesy: Michael Vito

सफ़दरजंग का मकबरा

समाधी से समर्पित सफ़दरजंग का यह स्मारक दिल्ली का सबसे अंतिम में बाग में बना स्मारक है। इस जगह पर आप ज़रूर ही जाएँ जब भी दिल्ली की यात्रा पर जाएँ। इस स्मारक में चलने के लिए काफ़ी विशाल रास्ते हैं और इसका मकबरा सफेद संगमरमर से बनाया गया है जबकि बाकी की पूरी इमारत लाल बलुई पत्थर से। स्मारक में बहुत सारी छतरियाँ भी हैं और जैसा की यह बाग में बना मकबरा है यहाँ आपको कई तालाब और फव्वारे भी देखने को मिलेंगे।

Humayun's Tomb

हुमायूँ का मकबरा
Image Courtesy: MPF

हुमायूँ का मकबरा

लाल बलुई पत्थर से बना,यह अष्तकोण और उच्च स्तरीय मेहराब का मकबरा पर्शियन आर्किटेक्चर का एक क्लासिक उदाहरण है। यह सबसे पहला, बाग में बना स्मारक है जिसे हुमायूँ के निधन के 8 साल बाद बनाया गया था। यहाँ पर आपको चैनलों से जुड़े पूल और दक्षिण और पश्चिम दोनों तरफ प्रवेश द्वार देखने को मिलेंगे। मुग़ल आर्किटेक्चर के मूल को इस स्मारक में पूरी तरीके से दिखाया गया है।

Isa Khan Tomb

ईसा ख़ान का मकबरा
Image Courtesy: Kuldeepsingh Mahawar

ईसा ख़ान का मकबरा

यह मकबरा उसी परिसर में स्थित है जहाँ हुमायूँ का मकबरा है। और यह संकेन गार्डेन स्टाइल का सबसे क्लासिक उदाहरण है। यह मकबरा महान ईसा ख़ान को समर्पित है और इस मकबरे को खूबसूरत टाइलों, बरामदाओं और जालीदार खिड़कियों से सजाया गया है। अपनी दिल्ली की यात्रा में इस स्मारक की भी यात्रा ज़रूर करें।

दिल्ली की अपनी मज़ेदार यात्रा में इन स्मारकों और इनकी कारीगरी को देखकर आप ज़रूर ही आश्चर्य चकित और अवाक रह जाएँगे।

अपने सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।

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