भारत का तटीय राज्य केरल पर्यटन के लिहाज से किसी जन्नत से कम नहीं। यहां का समुद्री परिवेश, बैकवाटर, हिल स्टेशन सैलानियों को काफी ज्यादा प्रभावित करने का काम करते हैं। यहां की लोक संस्कृति और धार्मिक रीति-रिवाज भी यहां के मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं। यह राज्य प्राकृतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से काफी महत्व रखता है। केरल का अतीत पौराणिक काल से जुड़ा हुआ है, माना जाता है कि इस तटीय भूखंड की उत्पत्ति भगवान परशुराम द्वारा समुद्र में फरसा फेंकने की वजह से हुई थी, जिससे एक जमीन का टुकड़ा बाहर निकला, जो आज केरल के नाम से जाना जाता है।
एक ट्रैवलर के लिए यहां देखने और घूमने-फिरने योग्य बहुत सी जगहें मौजूद हैं। इस लेख में हम आपको केरल के मुख्य पर्यटन स्थलों से अलग एक ऐसे जुड़वा गावों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी खूबसूरती से अबतक अधिकांश पर्यटक अंजान हैं। हमारे साथ जानिए राज्य के कन्नूर जिले के अजिकोड-अजिक्कल नामक जुड़वा गांव के बारे में, जानिए ये आपको किस प्रकार आनंदित कर सकते हैं।
अजिकोड-अजिक्कल
PC- Sreelalpp
केरल राज्य के कन्नूर जिले अंतर्गत अजिकोड एक तटीय गांव है, जो कन्नूर मुख्य नगर से 8 कि.मी की दूरी पर स्थित है। इस गांव का नाम केरल के प्रसिद्ध लेखक सुकुमार अजिकोड के नाम पर रखा गया था। हालांकि कन्नूर जिला साल भर पर्यटकों से भरा रहता है, लेकिन उसका यह कोना अधिकांश सैलानियों की नजरों से अबतक दूर हैं। इस स्थल की खूबसूरती से स्थानीय और ऑफ बीट ट्रैवलर ही परिचित हैं। और अजिक्कल, अजिकोड के उत्तरी छोट पर स्थित है। ये दोनों तटीय स्थल जुड़वा गांव के रूप में जाने जाते हैं। आधुनिक प्रदूषण रहित ये स्थल परिवार या दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के लिए बेहद खास हैं। वीकेंड पर यहां की सैर की जा सकती है।
यहां के पर्यटन आकर्षण
अजिकोड-अजिक्कल को बेहद खास यहां के समुद्री तट बनाते हैं, यहां आप बहुत से बीच देख सकते हैं, जिनमें मीनकुन्नु, चालील, अजिक्कल एस्टूरी, पल्लियामुला, पय्यम्बलम बीच आदि शामिल हैं। अब आप समुद्री आबोहवा के शौकीन हैं तो यह स्थल आपके लिए किसी जन्नत से कम नहीं होगा। आप यहां के तटों पर एक चहलकमदी यहा आरामदायक सैर का आनंद ले सकते हैं। पारिवारिक भ्रमण के लिए ये तट काफी खास हैं। तटों के अलावा आप यहां कई धार्मिक स्थलों के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। यहां आपको मंदिर और मस्जिद दोनों देखने को मिलेंगे। मरियम्मा और भगवती मंदिर यहां सबसे ज्यादा देखे जाने वाले मंदिर हैं। आध्यात्मिक अनुभव के लिए आप यहां के मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।
आने का सही समय
अजिकोड-अजिक्कल आने का सबसे सही समय अक्टूबर से लेकर मार्च तक माना जाता है, इस दौरान यहां का मौसम काफी अनुकूल बना रहता है। इस दौरान आप अपने आनंद और रोमांच को यहां दुगना कर पाएंगे। गर्मियों के दिनों यह स्थल अत्यधिक ऊष्मा ग्रहण करता है।
क्यों आएं अजिकोड-अजिक्कल
अजिकोड-अजिक्कल, की यात्रा कई उद्देश्यों को पूरा करने के लिए की जा सकती है। एक प्रकृति प्रेमी से लेकर अज्ञात स्थल के खोजियों के लिए यह स्थल काफी ज्यादा मायने रखता है। आप एक शानदार अवकाश तटीय खूबसूरती के साथ बिता सकते हैं। यहां कई समुद्री तट मौजूद हैं, जो आपकी यात्रा खास बनाने का काम करेंगे। यहां कई मंदिर मौजूद हैं, इसलिए आप यहां अपनी यात्रा को धार्मिकता से भी जोड़ सकते। फोटोग्राफी के शौकीन यहां के शानदार दृश्यों को अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं।
कैसे करें प्रवेश
अजिकोड-अजिक्कल, केरल के कन्नूर जिले में स्थित है, जहां आप परिवहन के तीनों साधनों की मदद से आसानी से पहुंच सकते हैं, यहां का निकटवर्ती हवाईअड्डा कालीकट एयरपोर्ट है, रेल मार्गे के लिए आप कन्नूर रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। आप चाहें तो यहां सड़क मार्गों से भी पहुंच सकते हैं, बेहतर सड़क मार्गों से राज्य के कई छोटे-बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।