लेक सिटी के नाम से मशहूर उदयपुर में आपको कई सारी झीले देखने को मिल जाएंगी। राजस्थान की इस धरती पर राजाओं-महाराजाओं की निशानियों में से एक ये सभी झीलें आज भी अपनी सुंदरता और आकर्षण के लिए जानी जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि जिले की सबसे बड़ी झील कौन सी है? इसे किसने और कब बनवाया था? इन सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेगा। तो आइए जानते हैं उदयपुर के सबसे बड़े झील के बारे में...
उदयपुर की झीलों में से एक यहां की बड़ी झील भी है। इस झील को उदयपुर का सबसे बड़ा झील भी कहा जाता है। इसके अलावा इसे ताजे पानी की झील भी कहा जाता है। यहां आपको राजसी किलों, महलों और शाही संपत्तियों को भी देखने का मौका मिलेगा। बड़ी झील घूमने के लिए काफी कम पर्यटक ही पहुंच पाते हैं, ऐसे में यहां शांति व सुकून के साथ समय बिताया जा सकता है।
उदयपुर की बड़ी झील किसने बनवाई थी?
शहर से 12 किमी. दूर स्थित यह झील आर्टिफिशियल मीठे पानी की झील है, जिसका निर्माण (1652 ईस्वी) महाराणा जय सिंह ने करवाई थी। यह झील 155 वर्ग किमी में फैली हुई है। उदयपुर के पर्यटन में अपना योगदान देता और शहर की खूबसूरती में चार-चांद लगाता यह झील बेहद ही खूबसूरत है। शहरी चकाचौंध से दूर स्थित यह झील उदयपुर के पॉपुलर पिकिनक डेस्टिनेशंस में से एक है।
उदयपुर की बड़ी झील के निर्माण में कितनी लागत आई थी?
महाराणा जय सिंह की मां जन देवी के नाम पर इस झील का नाम 'जयना सागर' रखा गया था। बाद में 'बारी' गांव के नाम पर इसे 'बारी का तालाब' कहा जाने लगा। बताया जाता है कि इस झील के निर्माण में उस समय 6 लाख रुपये की लागत आई थी। यह झील तीन तरफ से छतरियों से घिरी हुई है। साल 1973 में आई बाढ़ के दौरान पीड़ित लोगों को इसी झील के जरिए पानी पहुंचाया जाता था।
बड़ी झील के पास बाहुबाली पहाड़ी की ट्रेकिंग
इस झील के पास में ही बाहुबली पहाड़ी है, जहां ट्रेकिंग भी किया जाता है। वीकेंड पर यहां लोग आते हैं और खूब मस्ती करते हैं। इस पहाड़ी की चोटी से यहां का मनमोहक नजारा मनमोह लेने वाला होता है। यहां की ट्रेकिंग काफी मुश्किल मानी जानी जाती है। इसका मुख्य कारण है यहां कि ट्रेल बहुत पथरीली और मुड़ी हुई है। यहां ट्रेकिंग के दौरान बच्चों को न लाने की सलाह दी जाती है।
बेहद ही खूबसूरत है सूर्यास्त का नजारा
यह झील राजस्थान के बाकी जगहों की तरह काफी प्रसिद्ध तो नहीं है लेकिन हां, यहां आने के बाद आपका मन जरूर लगेगा। यहां घंटों तक बैठना काफी सुकून देता है। शाम के समय सूर्यास्त देखने के लिए भी यहां लोगों की काफी भीड़ रहती है। पहाड़ियों में डूबता सूरज और लालिमा मंत्रमुग्ध कर देने वाली होती है। अगर आप फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का शौक रखते हैं तो यह स्थान आपको लिए बिल्कुल परफैक्ट है।
उदयपुर की बड़ी झील कैसे पहुंचें?
बड़ी झील पहुंचने के लिए यहां का नजदीकी एयरपोर्ट महाराणा प्रताप हवाई अड्डे है, जो कि उदयपुर में ही स्थित है। वहीं, यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन भी उदयपुर में ही है। इसके अलावा आप शहर तक पहुंचने के बाद बस या टैक्सी से झील तक पहुंच सकते हैं। मुख्य शहर से झील के लिए आपको आसानी से बस मिल जाएगी।