क्या आप फोटोग्राफी के शौक़ीन हैं ? क्या आपने कभी ट्रेवल फोटोग्राफी करी है ? क्या कभी आपने फ़ोटो लेने के दौरान ठंडी हवा को अपने गालों को छूते हुए महसूस किया है? क्या कभी आपने जंगली फूलों की खुशबू का एहसास किया है ? क्या कभी आपने ऐसी फ़ोटो ली हैं जिनको देख कर प्रकृति भी शर्मा जाये ? यदि आप ट्रेवल फोटोग्राफी के बारे में नहीं जानते हैं तो आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि ट्रेवल फोटोग्राफी, फोटोग्राफी का वो भाग है जहां आप अपने द्वारा करी गयी यात्रा के दौरान कुछ खूबसूरत पलों को अपने कैमरे में कैप्चर करते हैं।
हां तो हम बात कर रहे थे ट्रेवल फोटोग्राफी की तो इसी क्रम में आपको बताते चलें कि आज भारत में चाहे आकस्मिक फोटोग्राफर हो या फिर ट्रेवल फोटोग्राफर उनके लिए बहुत कुछ है। यहां आपको अपने कैमरे में कैद करने के लिए कई नज़ारे ऐसे मिल जाएंगे जिनको अपने कैमरे या एलसीडी की स्क्रीन पर देखना अपने आप में एक रोमांचकारी और अनूठा अनुभव रहेगा।
भारत में जहां एक तरफ आपको खूबसूरत लैंडस्केप दिखेंगे तो वहीँ दूसरी तरफ यहां के पहाड़, झील, झरने, पेड़ पौधे, फूल पट्टी और वन्यजीवन भी आपका मन मोह लेगा। आज हमारी इस ट्रेवल फोटोग्राफी की पहली सीरीज में हम आपको दिखाएंगे कुछ ऐसे फोटोग्राफ्स जो आपका मन मोह लेंगे। तो आइये अब देर किस बात कि एन्जॉय करिये बेहतरीन ट्रेवल फोटोग्राफी को।
तमिलनाडु
ये खूबसूरत तस्वीर है स्पेन की बुल फाइटिंग की याद दिलाते तमिलनाडु के एक बेहद लोकप्रिय और खतरनाक पर्व जल्लिकट्टू की ।
राजस्थान
ये खूबसूरत तस्वीर है राजस्थान की जहां एक बंजारा अपने ऊंट संग तपते रेगिस्तान में जा रहा है।
दुनिया का सबसे बड़ा धोबीघाट
क्या एक धोबीघाट एक टूरिस्ट स्पॉट हो सकता है शायद आपका जवाब न हो मगर ये सच है। मुंबई के इस धोबीघाट को देखने दूर दूर से लोग आते हैं।
कुंभ मेला
हर 12 साल में मनाए जाने वाले कुंभ मेले का लोहा पूरी दुनिया मानती है। इस मेले की ख़ास बात ये है कि इसमें करोड़ों लोग एक जगह पर एकसाथ एकत्र होते हैं। तो कुंभ की कुछ अच्छी तस्वीरें आपको हरिद्वार, नासिक उज्जैन और इलाहाबाद में मिल सकती है।
पुष्कर पशु मेला
पुष्कर, विश्व प्रसिद्ध पशु मेले के लिए विख्यात है। प्रत्येक साल, नवंबर महीने में कार्तिक पूर्णिमा के दौरान इस पशु मेले का आयोजन किया जाता है। इस उत्सव के दौरान, लाखों श्रद्धालु पुष्कर में पधारते हैं और पवित्र पुष्कर झील में पावन डुबकी लगाते हैं।
गंगा में स्नान
ये खूबसूरत तस्वीर हरिद्वार की है जहां पर लोग अपने पाप धोने और मोक्ष प्राप्ति के लिए आते हैं। वाराणसी, ऋषिकेश, बद्रीनाथ, केदारनाथ का भी शुमार भारत के अति महत्त्वपूर्ण शहरों में होता है।
नागालैंड को खोजिये
ये तस्वीर है भारत के एक बेहद खूबसूरत राज्य नागालैंड के कल्चर को बखूबी दर्शा रही है।नागालैंड, खूबसूरत वादियों के बीच, भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में बसा एक छोटा सा राज्य है। यह भूमि है विनम्र लोगों की, किसानों की, प्राकृतिक सौन्दर्य की, रोचक इतिहास और अदभूत संस्कृति की।
डरावना हम्पी
ये खूबसूरत तस्वीर कर्नाटक राज्य के एक शहर हम्पी की है। हम्पी एक प्राचीन शहर है और इसका जिक्र रामायण में भी किया गया है और इतिहासकारों के अनुसार इसे किष्किन्धा के नाम से बुलाया जाता था, वास्तव में 13वीं से 16वीं सदी तक यह शहर विजयनगर राजाओं की राजधानी के रुप में समृद्ध हुआ।
हैवलॉक द्वीप
ये तस्वीर हैवलॉक द्वीप की है। इस खूबसूरत स्थान का नाम अंग्रेज़ हुकूमत के प्रधान हेनरी हैवलॉक के नाम पर रखा गया है। यह अंड़मान का प्रमुख पर्यटक स्थल है, और हर साल लाखों की संख्या में सैलानी इसे देखने आते हैं।
बीजापुर, डेक्कन का ताजमहल
क्या आप जानते हैं कि भारत में एक नहीं बल्की दो ताजमहल हैं? जी हां ये सच है यदि आपको भारत का दूसरा ताजमहल देखना हो तो आज ही बीजापुर आएं, जहां आज भी अतीत की सुगंध आती है।
बादलों कि सैर कराता मेघालय
मुख्य रूप से खासी जयंतिया और गारो जनजातियों का घर मेघालय भारत का एक बहुत ही खूबसूरत राज्य है। यह राज्य फल और सुपारी के उत्पादन के लिए काफी प्रसिद्ध है। मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्राकृतिक नजारों के कारण लोग इसे स्वर्ग से कम नहीं समझते हैं।
स्वर्ग से कम नहीं है महाबलेश्वर
ये खूबसूरत तस्वीर है महाबलेश्वर की। महाबलेश्वर का शाब्दिक अर्थ है- गॉड ऑफ ग्रेट पॉवर यानि भगवान की महान शक्ति। महाबलेश्वर को पांच नदियों की भूमि भी कहा जाता है। यहां वीना, गायत्री, सावित्री, कोयना और कृष्णा नामक पांच प्रमुख नदियां बहती है। 4,450 फीट की ऊंचाई पर बसा यह शहर 150 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है।
बचपन में ले जाती है टॉय ट्रेन
बचपन में आपने चिड़ियाघर या पार्कों में टॉय ट्रेन की यात्रा अवश्य करी होगी। तो अब अगर फिर आप अपने बचपन में जाना चाहते हैं तो आप शिमला और दार्जिलिंग जाएं और अपने बचपन में खो जाएं।
इंडियन रेलवे
भारतीय रेलवे को भारत की जान कहना अतिश्योक्ति न होगा। भारतीय रेलवे का शुमार विश्व के चौथे सबसे बड़े रेल नेटवर्क में होता है। भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी ख़ास बात ये है कि इसमें हर श्रेणी के लोग यात्रा कर सकते हैं।
पांगोंग त्सो झील
हिमालय में एक झील हैपांगोंग त्सो झील, जिस्की उचाई लगभग 4500 मीटर है। यह 134 कीमी लंबी है और भारत के लद्दाख़ से तिब्बत पहूँचती है। जनवादी गणराज्य चीन में झील की दो तिहाई है। इसकी सबसे चौड़ी नोक में सिर्फ़ 8 कीमी चौड़ी है।
ताजमहल
भला ताजमहल से सुन्दर दुनिया में कुछ है ? खूबसूरत ताज का शुमार भारत की ऐसी चुनिंदा विरासतों में है जो आज किसी भी तरह कि पहचान की मोहताज नहीं है। जाइये ताज घूमते वक़्त आप कहाँ रह सकते हैं।
दोबारा राजस्थान
राजस्थान में एक टूरिस्ट के लिए वो सब है जिसकी उसे तलाश है। यहां जहां एक तरफ आपको खूबसूरत महल दिखेंगे तो वहीं दूसरी तरह आप विशाल किलों को भी देख सकते हैं। यहां का मेहरानगढ़ किला एक मस्ट विजिट जगह है। यदि आप राजस्थान में हों तो यहां के मेले और उत्सवों में शिरकत करना बिल्कुल न भूलियेगा।
खूंखार मगर खूबसूरत
ये खूबसूरत तस्वीर है चेन्नई के क्रोकोडाइल बैंक की। इस क्रोकोडाइल बैंक का शुमार एशिया के पहले क्रोकोडाइल ब्रीडिंग सेंटर के तौर पर भी होता है। इस क्रोकोडाइल बैंक को खोलने का प्रमुख उद्देश्य मगरमच्छों की तीन प्रमुख प्रजातियों घड़ियाल, मगर और खारे पानी के मगरमच्छों का संरक्षण था।
जल में महल या जलमहल
जल महल एक सुंदर महल है जो जयपुर की एक छोटी सी झील के बीच में स्थित है। इस महल को राजा - महाराजा और उनके परिवारों के लिए शिकार लॉज के रूप में बनाया गया था। जल महल को झील के किनारे से भी देखा जा सकता है।
दुनिया की सबसे ऊँचाई वाले स्थान की यात्रा
ये खूबसूरत तस्वीर है खार्दूंग ला दर्रे की। 18,380 फुट की ऊंचाई पर स्तिथ, खार्दूंग ला दुनिया का सबसे ऊँचा गाडी चलाने योग्य सड़क के रूप में घोषित किया गया है। यहां आने के बाद आप वैली ऑफ फ्लावर की यात्रा अवश्य करें।
खुशियों का शहर
मांडू, मांडवगढ़ या शादियाबाद, पुराने जमाने की खुशियों की भूमि है जिसने समय और प्रकृति के प्रकोपों को सहा है। आज, मांडू पर्यटन की दृष्टि से पीछे नहीं है। मालवा की पारंपरिक दाल , दाल - बाटी और मालपुआ व अन्य मालवा भोजन के साथ मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा मालवा उत्सव का आयोजन किया जाता है जो पर्यटकों को यहां आने का सबसे अच्छा मौका प्रदान करता है। मांडू का पर्यटन, इतिहास की दृष्टि से काफी पुराना है और यहां पर्यटक पिछले कई साल से सैर के लिए आते है।
कश्मीर का करिश्मा
कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा और डल झील, श्रीनगर में 'श्रीनगर का गहना' या कश्मीर के मुकुट के नाम से लोकप्रिय है। डल झील, कश्मीर में दूसरी सबसे बड़ी झील है। यह सुरम्य झील 26 वर्ग किमी. के बड़े क्षेत्र में फैली हुई है जो श्रीनगर आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। हिमालय की तलहटी में स्थित इस झील को यहां पर शिकारा यानि लकड़ी की नाव और हाउसबोट के लिए काफी जाना जाता है।
रॉयल्टी की झलक
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म स्थान के तौर पर लोकप्रिय होने के अलावा भी गुजरात में बहुत कुछ है। यदि आप गुजरात आएं तो वड़ोदरा के अलग अलग महलों जैसे लक्ष्मी विलास महल को देखना न भूलें।
जहां दिखती है प्रकृति
यदि आपको प्रकृति को करीब से देखना है तो कर्नाटक के नागरहोल आइये। नागरहोल का शाब्दिक अर्थ है 'साँप नदी'। इस जगह का नाम यहाँ पर घने जंगलों के टेढ़े मेढ़े रास्ते से बहती तेज नदी के कारण पड़ा है जो कि एक रेंगते हुये साँप जैसी दिखती है। कर्नाटक के कोडागू जिले में स्थित, नागरहोल प्रकृति प्रेमियों और वन्य जीवन के प्रति उत्साही का मन पसंद अड्डा है।
वो गार्डन जो दिल को छू ले
जी हां आगरा के महताब बाग़ का शुमार उन गार्डनों में हैं जो किसी का भी दिल छू सकता है। महताब बाग का अर्थ होता है चांद की रोशनी का बाग। यमुना नदी के किनारे 25 एकड़ में फैले इस बाग का निर्माण 1631 से 1635 के बीच करवाया गया था। ताजमहल के सममितिय बना है क्योंकि इसकी चौड़ाई ताजमहल की चौड़ाई के ठीक बराबर है। बाग के बीच में एक बड़ा सा अष्टभुजीय तालाब है, जिसमें ताजमहल का प्रतिबिंब बनता है।
10 मिलीयन का अजब गजब रहस्य
उनकोटी का शाब्दिक अर्थ है एक करोड़ में एक कम। किसी को नहीं पता कि त्रिपुरा में ये भगवान शिव और अन्य देवताओं को समर्पित कलाकृतियों का निर्माण किसने किया है। इस खूबसूरत जगह के बारे में और अधिक जानें।
अरे कहीं ये नियाग्रा तो नहीं
ये खूबसूरत तस्वीर है तमिलनाडु के होगेनक्कल झरने की। होगेनक्कल झरना बेंगलुरु से 135कि.मी. दूर तमिलनाडु के धरमपुरी जि़ले में कावेरी नदी पर स्थित है। अकसर 'भारत का नियाग्रा फाल्स' कहा जाने वाला होगेनक्कल झरना अपने जल के औषधीय गुणों और स्पेशल नौका सवारी के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पाई जाने वाली कार्बोनाईट चट्टानें दक्षिण एशिया और पूरी दुनिया की सबसे प्राचीन चट्टानों में से हैं।