मार्च के महीने में भारत में त्योहारों के कई रंग देखने को मिलते हैं। भारत की संस्कृति, पुराने रीति-रिवाज़ों और परंपराओं से बंधे त्योहार हमारे देश को पूरी दुनिया से अलग बनाते हैं। इस साल मार्च के महीने में आप भी देश के कुछ ऐसे हिस्सों की सैर कर सकते हैं जहां पर त्योहारों का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया जा रहा है।
तो चलिए जानते हैं मार्च 2019 में आने वाले त्योहारों और जगहों के बारे में।
होली
पारंपरिक रूप से हर साल मार्च में पूर्णिमा तिथि को होली का त्योहार मनाया जाता है। ये त्योहार दो दिनों तक चलता है। ये हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है जिसे रंगों से मनाया जाता है। इसके अलावा होली भारत का सबसे प्रतिष्ठित त्योहार है। इसे देशभर में पूरी धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है। होली का त्यौहार वसंत के मौसम में आता है। हर शहर की गलियों और कोनों में रंग फैले हुए मिलते हैं। इसे प्रेम के त्योहार के रूप में मनाया जाता है और यह समय पूरे भारतीय कैलेंडर में सबसे रंगीन समय में से एक है। होली पर सभी एक-दूसरे को रंग लगाते हैं।
कब: 20 और 21 मार्च 2019
कहां: पूरे भारत में।
म्योको
अरुणाचल प्रदेश के जिरो में म्योको त्योहार मनाया जाता है। इस स्थान पर संस्कृति और प्रकृति दोनों का मेल देखने को मिलता है। ये अपाटनी जनजाति का पारंपरिक आदिवासी उत्सव है। इस उत्सव में दिलचस्प अनुष्ठानों, जुलूसों और प्रदर्शनों के विविध रंग देखने को मिलते हैं। इस त्योहार में किए गए अनुष्ठान समृद्धि, प्रजनन,शुद्धि और बलिदान का प्रतीक हैं। उत्सव में अनुष्ठान गांव के शमाम या पुजारी द्वारा किए जाते हैं। इस उत्सव में शामलि होने के बहाने आप यहां की मेहमान नवाजी और स्थानीय लोगों से भी मिल सकते हैं।
कब: 20 से 30 मार्च 2019
कहां: जिरो, अरुणाचल प्रदेश
कोंकण वेलास टर्टल फेस्टिवल
समुद्री कछुओं में से ओलिव रिडले सबसे छोटे कछुओं की प्रजाति है जोकि अब विलुप्त होती जा रही है। कोंकण वेलस टर्टल फेस्टिवल इन उम्रदराज जलीय जीवों के लिए एक उत्साहवर्द्धक उत्सव है। 220 मिलियन वर्षों से कछुओं की ये प्रजाति महासागर में रह रही है। इस वार्षिक कछुआ महोत्सव में ओलिव रिडले के बच्चे यानि छोटे कछुए सागर में अपना पहला कदम रखते हैं।
कब: मार्च की शुरुआत में, सही समय के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर देखें
कहां: वेलास गांव, रत्नागिरि, महाराष्ट्र
मेवाड़ होलिका दहन
मेवाड़ के राजपरिवार द्वारा शानदार होलिका दहन समारोह का आयोजन किया जाता है। इसमें लकड़ी और सूखे अलाव लगाए जाते हैं। होलिका दहन उस अवसर का प्रतीक है जो बुराई पर अच्छाई की विजय की याद दिलाता है। यहां होली के दौरान जुलूस निकलता है जिसमें मेवाड़ परिवार के शाही परिवार से सजे हुए घोड़े मानेक चौक की गलियों तक आते हैं। इस तरह होली का त्योहार आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगा।
कब: 20 मार्च 2019
कहां: सिटी पैलेस, उदयपुर, राजस्थान
गोवा कार्निवल
गोवा की सबसे बड़ी और अच्छी पार्टी में सबसे ऊपर गोवा कार्निवल का नाम आता है। अपने औपनिवेशिक अतीत और स्थानीय समारोहों के लिए मशहूर गोवा का रूप कार्निवल के दौरान पूरी तरह से बदल जाता है। इस कार्निवल में झांकियां निकलती हैं और रंग-बिरंगी वेशभूषा के साथ नर्तक, संगीत और ताल का संगम देखने को मिलता है। आप भी इस परेड का हिस्सा बन सकते हैं। परेड औपचारिक रूप से रेड और ब्लैक डांस के साथ संपन्न होती है और इसका ड्रेस कोड लाल और काला है। यह 4-5 दिनों का कार्निवल है। मार्च के महीने में आप इस कार्निवल में शामिल हो सकते हैं।
कब: 2 से 5 मार्च 2019
कहां: कार्निवल परेड पणजी से शुरु होकर गोवा के मरगांव, वास्को और मपूसा जाती है।