गुड़ीबंदे किला, कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले में स्थित एक पहाड़ी किला है, जहां तक एक आसान सा ट्रेक कर पहुंचा जा सकता है। करीब 400 साल पुराने इस किले के बारे में कहा जाता है कि यह किला मधुगिरी किले का एक छोटा सा रूप है और इस किले का निर्माण 17वीं शाताब्दी में एक बायरे गौड़ा नामक एक स्थानीय सरदार ने करवाया था, जो अपने रॉबिनहुड माने जाते थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वह अमीरों को लूटते थे और गरीबों में बांटते थे।
गुड़ीबंदे किला से दिखता है शानदार नजारा
अगर आप पहली बार ट्रेक कर रहे हैं तब भी यह किला आपके लिए एक उचित डेस्टिनेशन है। इसके रास्ते हल्के चढ़ाई वाले हैं, जो आप करीब एक से डेढ़ घंटे में आसानी से पूरा कर सकते हैं। इसकी ट्रेकिंग पूरी करने के बाद जब आप किले के ऊपरी हिस्से तक पहुंचते हैं तब आपको शानदार नजारें देखने को मिलेंगे। यहां से देखने में आसपास के नजारें और भैरसागर झील की सुंदरता बेहद खास लगती है।
गुड़ीबंदे किला का पौराणिक संबंध
गुड़ीबंदे किले को लेकर पौराणिक मान्यता की भी बात कही जाती है। इस किले के संबंध में कहा जाता है कि इसके शीर्ष पर एक शिव मंदिर है, जो 108 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे स्वयं भगवान श्रीराम व ऋषि विश्वामित्र ने अपने हाथों से बनाया था और यहां शिव की आराधना की थी। इस मंदिर को सर रामेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है।
गुड़ीबंदे किले के समीप ही स्थित है बायरेसागर झील
इस लेख में हमने आपको बताया कि इस किले का निर्माण बायरे नामक एक सरदार ने करवाया था, उन्हीं के नाम पर पड़ा यहां पर एक झील स्थित है, जिसका नाम है - बायरेसागर झील..। इस किले की मुख्य विशेषता देखी जाए तो यहां बारिश के पानी का इकट्ठा किया जाता था। इसके लिए यहां 19 तालाब बनवाए गए थे, जिसमें कुल मिलाकर 3 लाख लीटर से भी अधिक बारिश के पानी का सरंक्षण किया जाता था।
गुड़ीबंदे किले के आसपास घूमने वाली जगहें
1. लक्ष्मी वेंकटरमण स्वामी मंदिर
2. नरसिम्हा स्वामी मंदिर
3. सुरसदमगिरी पहाड़ी (पहाड़ी पर स्थित 13 तालाब और भगवान शिव व पार्वती का मंदिर)
4. अमानी बायरेगौड़ा झील (निर्माण - 16वीं शाताब्दी)
गुड़ीबंदे किला कैसे पहुंचें?
बैंगलोर से करीब 100 दूर स्थित गुंडीबदे किला आसानी से पहुंचा जा सकता है और यहां इन शानदार दृश्यों के बीच एक सुकून भरा पल बिताया जा सकता है। बैंगलोर के एयरपोर्ट रोड से होते हुए जब आप आगे बढ़ेंगे तब चिक्कबल्लापुर पहुंचने पर आपको सड़क के दोनों ओर गुड़ीबंदे किला जाने के लिए श्राइन बोर्ड दिखेगा, जिसके माध्यम से आप यहां पहुंच सकते हैं। इसके अलावा यहां आने वाले सभी पर्यटकों को एक सलाह है कि वह अपने साथ खाने-पीने का सामान जरूर ले जाए, क्योंकि ऊपर आपको खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं मिलेगा।