बचपन की सबसे अच्छी और लुभावनी यादें, गर्मियों की छुट्टियों में रेलगाड़ी का सफ़र कर मामा-चाचा के घर जाना। पिताजी द्वारा महीनों पहले ही ट्रेन की टिकट बुक करा लेना और ढेर सारी तैयारियों के साथ सफ़र का इंतज़ार करना। सफ़र के दिन रेलगाड़ी में सवार हो भाई बहनों के साथ खिड़की वाली सीट के लिए लड़ना। पुरे सफ़र के दौरान खिड़की से गाड़ी के विपरीत पेड़ पहाड़ों को भागते हुए देखना और खुश होना। कितने प्यारे और अच्छे अनुभव थे न वो भी!
भारत में यूँ तो रेलगाड़ी से एक खास और मज़ेदार परंपरा ही बोल ले इसे आप या यहाँ का अनुभव, हर किसी से जुड़ा हुआ है। वह यह कि यहाँ के सटेशन में आपको अपना सफ़र शुरू करने के लिए ट्रेन के इंतज़ार में कुछ समय स्टेशन में गुज़ारना ही पड़ता है, क्योंकि किसी ना किसी वजह से ट्रेन लेट होती ही है। और अगर वह इंतज़ार अगर आप अकेले कर रहे हैं, यानि कि आप अकेले सफ़र करने के लिए स्टेशन पर हों, तो वह और उबाऊ हो जाता है। घंटों तक स्टेशन में बैठे ट्रेन की पटरी पर दूर तक देखते रहना पुरे सफ़र के उत्साह को भी ख़त्म कर देता है।
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ऐसे में कितना अच्छा हो अगर आपको किसी लाइब्रेरी में बैठ बुक पढ़ने को मिल जाये, टी.वी. देखने को मिल जाये या अन्य कोई मज़ेदार गतिविधियों में हिस्सा लेने को मिल जाये? जी हाँ, अब ऐसा भी सम्भव है वो भी यहीं अपने भारत में, जिसकी शुरुआत हो चुकी है बिहार के सोनपुर स्टेशन से। पिछले ही हफ़्ते पूर्वी मध्य रेलवे के सोनपुर रेलवे स्टेशन में 'हैप्पीनेस जंक्शन'(खुशहाली का जंक्शन) का उद्घाटन हुआ है।
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यह अपने में ही एक खास और अलग अविष्कार है, जहाँ रेलवे स्टेशन में घंटों तक इंतज़ार करने वाले बिना बोर हुए किताबों और कई मज़ेदार क्रियाओं की दुनिया में शामिल हो सकते हैं। सोनपुर में हैप्पीनेस जंक्शन का उद्घाटन 18 अक्टूबर को डिविज़नल रेलवे मैनेजर, मनोज कुमार अग्रवाल द्वारा हुआ। जहाँ उन्होंने कहा कि रेलवे ने सभी स्टेशनों में बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करने की प्रतिबद्धिताएं शुरू कर दी हैं।
स्टेशन में टी.वी., मनोरंजक केंद्र, किड्स ज़ोन, बुक कैफ़े, न्यूज़पेपर स्टॉल और कई सारी अन्य सुविधाएँ उपलब्ध होंगी, जिनका यात्री स्टेशन में इंतज़ार के दौरान पूरा लाभ उठा पाएंगे। यहाँ उपलब्ध की जाने वाली सुविधाएँ सारे उम्र के लोगों को ध्यान में रखकर प्रारम्भ की जा रही हैं।
सोनपुर
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इन सारी सुविधाओं के बढ़ जाने से सोनपुर जंक्शन, बिहार के सारण जिले में गंगा नदी के पार स्थित अपनी तरह का एक खास स्टेशन बन गया है। इतना ही नहीं , अभी यह स्टेशन एक चैरिटी स्टेशन भी बनाने की योजना बना रहा है, जिसके द्वारा हर किसी को खुशहाली मिलेगी, हर किसी के जीवन में नए रंग सजेंगे। योजना यह है कि, जिनके पास जो भी पुरानी चीजें, कपड़े, जो भी चीज़ वे इस्तेमाल नहीं करते, यहाँ के चैरिटी सेक्शन में जमा कर सकते हैं, जिनसे ज़रूरत मंदों की ज़रूरत पूरी हो पायेगी।
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ECR CPRO, अरविन्द रजक के अनुसार, यात्रियों को वे, वो सारी सुविधाएँ प्रदान करेंगे जिनसे यात्रियों की यात्रा सुखद और खुशहाल बने। ये सुविधाएँ जल्द ही अन्य स्टेशनों में भी लागु किये जाएंगे। इन्हीं सारे सुविधाओं के साथ कई यात्रियों ने यह भी सुझाव दिया है कि, कभी इमरजेंसी में किसी बीमार यात्री के लिए चिकित्सा का भी एक संकाय बनाया जाये।
पशु मेला
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सोनपुर के आकर्षण
सोनपुर स्टेशन के खुशहाली जंक्शन के साथ-साथ सोनपुर में कई अन्य आकर्षक पर्यटक स्थल भी हैं, जैसे हरिहर नाथ मंदिर, लंकेश्वरी मंदिर,संगम, यहाँ के लोकल बाज़ार, कुम्रहार एक्सकैवेशन पार्क आदि। यहाँ पर आयोजित होने वाला पशु मेला भी पूरे देश में प्रसिद्ध है।
इतनी सारी सुविधाओं के साथ सोनपुर स्टेशन ज़रूर ही अपने नाम 'खुशहाली का जंक्शन' पर खरा उतरेगा। तो अगली बार खुशी का एक अलग अनुभव करने के लिए खुशहाली के इस जंक्शन में ज़रूर आएं और रेलवे स्टेशन में ट्रेन का इंतज़ार करने का एक अलग और नया अनुभव पाएं। साथ ही साथ अपने अनुभव यहाँ हमारे साथ साझा करना न भूलें।
"शुभ यात्रा!"
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