
पश्चिमी घाट का सहयाद्रि भी कहा जाता है और ये दुनिया के आठ बायोलॉजिकल डायवर्सिटी वाली जगहों में से एक है। पश्चिमी घाट 1600 किमी में 6 राज्यों में फैला हुआ है जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु है। पश्चिमी घाटों के जंगलों को प्रायद्वीपीय भारत के पानी के टॉवर कहा जाता है एवं यह 58 नदियों का जन्मस्थल है जिनमें गोदावरी, कृष्णा और कावेरी शामिल है।
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ये घाट ना केवल 50 मिलियन लोगों को सुरक्षा प्रदान करता है बल्कि इसमें 400 से ज्यादा फूलों के पौधे की प्रजातियां, 63 सदाबहार वृक्ष, 120 स्तनपायी जीव, पक्षियों की प्रजातियां, तितलियां और मछलियां पाई जाती हैं। यह जगह दक्कन पठार के पश्चिमी छोर पर उत्तर से दक्षिण की ओर है और अरब सागर के किनारे कोंकण के संकीर्ण तटीय मैदान से पठार में विघटन करती है।
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