आज़ादी किसे प्यारी नहीं होती? भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी पाने में कई साल लग गये, कई लोग शाहिद हो गये, तब जाकर 15 अगस्त सन् 1947 में हमें यह आज़ादी मिली जिसका जश्न हम हर साल धूमधाम से मानते हैं। इस दिन लोगों का उत्साह देखने लायक होता है। लोगों में देश के प्रति प्रेम लोगों के चेहरे की खुशी से ही झलकती है। सबकी गाड़ियों, कपड़ों, घरों, सामानों, सब जगहों पर देश की शान तिरंगा झंडा लहराता हुआ नज़र आता है।
लाल किले पर शान से लहराता तिरंगा
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देश का यह सबसे बड़ा और मनपसंद पर्व देश के हर कोने-कोने में धूमधाम से मनाया जाता है। और अगर आप इस समय देश की राजधानी दिल्ली में हैं, तो फिर आपके इस बार के स्वतंत्रता दिवस की बात ही अलग होगी। दिल्ली की सड़कों पर कहीं भी चले जाइए पूरी दिल्ली आज़ादी के जश्न में डूबी होगी। और इस बार के स्वतंत्रता दिवस की तो बात ही अलग है क्युंकि इस बार का स्वतंत्रता दिवस वीकेंड के दूसरे दिन ही मनाया जाएगा, मतलब कि वीकेंड की लंबी छुट्टी। छुट्टी, आज़ादी दोनों ही शब्द एक दूसरे के पूरक हैं। इसी आज़ादी का जश्न मनाने इस बार निकल पड़िए दिल्ली की सड़कों पर।
लाल किले के परिसर में स्वतंत्रता दिवस पर कार्यक्रम पेश करते स्कूल के बच्चे
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लाल किले पर ध्वज आरोहण के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद निकल पड़िए दिल्ली की खाली सड़कों पे। दिल्ली की खुली सड़कें, आप, आपके दोस्त-परिवार और आपकी आज़ादी। कनॉट प्लेस के कई जगहों पर स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े आंदोलन की बड़ी-बड़ी तस्वीरें दर्शाई जाती हैं।दिल्ली के पार्कों को भी देश की आज़ादी के रंग में रंग दिया जाता है। तिरंगे झंडे की सजावट और रंग बिरंगे विद्युत सज्जाओं से दिल्ली के पार्क जगमगा उठते हैं।
सबसे दिलचस्प है इस बार डी. टी. सी. की मुफ़्त यात्रा। दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की तरफ से लोगों के लिए फ्री बस राइड की सुविधा होगी। इन बसों द्वारा आपको अपने दिल्ली और देश के शान, पौराणिक धरोहरों और मॉन्युमेंट्स की यात्रा फ्री में कराई जाएगी, जिसकी समय सीमा है सुबह 6 बजे से सुबह 10 बजे तक।
अपने अपने घर की छतों पर पतंग उड़ा आज़ादी का जश्न मानते बच्चे
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आज़ादी वाले दिन दिल्ली में पतंग उड़ाने की परंपरा बरसों से चली आ रही। लोग तिरंगे झंडे वाले अपनी अपनी पतंग ले निकल पड़ते हैं पतंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने। इस दिन आज़ादी का यह दिन पतंग दिवस की तरह भी लगता है। छुट्टी का दिन होने की वजह से रोज़ व्यस्त रहने वाली सड़कें खाली रहती हैं, जहाँ लोग अपनी-अपनी पतंग लेकर निकल पड़ते हैं पतंगों के साथ उड़ जाने को।घर की छतों से लेकर सड़कों तक, यहाँ तक कि पार्कों में भी लोग आपको पतंगबाज़ी के मज़े लेते हुए मिल जाएँगे। पूरा आकाश तिरंगे के तीन रंगों से भर जाएगा।
देश के जाने माने विश्वविद्यालय जवाहरलाल नेगरू यूनिवर्सिटी में इस दिन सुबह-सुबह झंडे को फहराए जाने के बाद आज़ादी दौड़ का आयोजन होगा। बच्चों से लेकर बूढ़े तक इस दौड़ का हिस्सा बन सकते हैं।
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तो इस बार अगर आप भी इस समय दिल्ली की यात्रा में हैं तो यह आपका सबसे सही समय है दिल्ली को और भी करीब से जानने का। पूरे वीकेंड दिल्ली के हर कोनों कोनों, हर एक धरोहरों, हर एक सड़कों में जा आज़ादी को खुद से अनुभव करिए और बिना किसी बाधा के अपने मन मुताबिक अपनी आज़ादी का जश्न मनाइए।
"आप सबको स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ!"