देश के कई हिस्सों में मानसून का आगमन हो चुका है लेकिन अभी भी कई जगहें ऐसी हैं जहां मानसून का आना बाकी है और लोग बेसब्री से उसका इंतजार कर रहे हैं। गर्म मौसम या गर्म जगहों पर रहने वाले लोगों को मानसून की बारिश का कुछ खास इंतज़ार रहता है। शहरों की चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए हर कोई किसी ऐसी जगह की तलाश में रहता है जहां सुहावना मौसम हो।
ऐसी कई जगहें हैं जहां आप मानसून की बारिश का मज़ा ले सकते हैं लेकिन आज हम आपको अंबोली के बारे में बताने जा रहे हैं। अंबोली दक्षिण महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में स्थित हिल स्टेशन है जहां का मौसम बहुत ही सुहावना माना जाता है।
ये छोटा सा खूबसूरत हिल स्टेशन महराष्ट्र की सहयाद्रि पहाडियों से घिरा हुआ है। मॉनसून के आने उसे पहले के मौसम का मज़ा लेने के लिए ये जगह बिलकुल परफैक्ट है।
हरी-भरी घाटियों और खूबसूरत वादियों से घिरा अंबोली पर्यटकों से काफी दूर रहा है।अंबोली में बहुत ज्यादा बारिश होती है इसलिए ये महाराष्ट्र का सबसे गीला क्षेत्र माना जाता है। अंबोली में कई झरने भी हैं जो बहुत ही खूबसूरत दिखाई देते हैं।
अंबोली आने का सही समय
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अंबोली एक ऐसा हिल स्टेशन है जिसका मौसम बहुत सुहावना है और सालभर में कभी भी यहां घूमने आया जा सकता है। अंबोली आने का सही समय जून से अक्टूबर तक आया जा सकता है। गोवा और महाराष्ट्र के अन्य शहरों जैसे मुंबई और पुणे आदि से वीकएंड पर घूमने के लिए अंबोली बेहतरीन जगह है।
दर्शनीय स्थल - अंबोली झरना
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अंबोली में आपको बस रिलैक्स होकर बैठकर सुहावने मौसम का मज़ा लेना चाहिए। इकसे अलावा यहां के स्थानीय व्यंजनों का मज़ा भी ले सकते हैं। हालांकि अंबोली में घूमने के लिए भी कई खूबसूरत जगहें हैं। ये शांत, प्रदूषण रहित जगहों में से एक है। सालभर शानदार अंबोली झरने पर पर्यटकों और आगंतुकों की भीड़ लगी रहती है।
मानसून के दौरान इस झरने का पानी और सौंदर्य दोनों ही बढ़ जाता है। हरियाली से घिरे इस झरने का मज़ा लेने अंबोली आए सभी पर्यटक जरूर लेते हैं। अंबोली झरना प्रमुख बस स्टैंड से 3 किमी की दूरी पर स्थित है।
महादेवगढ़
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अंबोली बस स्टैंड से 2 से 2.5 किमी दूर स्थित महादेवगढ़ बहुत ही खूबसूरत प्वाइंट है जहां से आसपास की घाटियों, पर्वत श्रृंख्लाओं और अरब सागर का खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है।
अगर आप अकेले या कम लोगों के साथ यहां आ रहे हैं तो स्थानीय लोगों की मदद ले सकते हैं क्योंकि यहां की सड़के ठीक नहीं हैं और यहां पर बहुत कम साइन बोर्ड लगे हैं।
सनसेट प्वाइंट
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अन्य हिल स्टेशनों की तरह अंबोली में भी सबसे ऊंचा प्वाइंट है जहां से मन को मोह लेने वाला सनसैट दिखाई देता है। यहां पर हर एक सनसैट कुछ अलग और अनोखा होता है। सनसैट प्वाइंट प्रमुख बस स्टैंड से कुछ किलोमीटर दूर है।
नानगरता झरना
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अंबोली गांव से 10 किमी दूर स्थित नानगरता झरना 40 फीट गहरा है और इस संकरे झरने का पानी जब गिरता है तो बहुत आवाज़ होती है। मॉनसून के दौरान झरने का पानी भी बढ़ जाता है और सौंदर्य भी। इस पूरे खूबसूरत झरने को देखने का मज़ा आप पास ही के पुल से ले सकते हैं।
हिरण्यकेश्वर मंदिर
अंबोली गांव के पास गहरी गुफाएं भी हैं जोकि हिरण्यकेशी नदी तक जाती हैं। इन गुफाओं में प्राचीन शिव मंदिर भी स्थित है जिसे हिरण्यकेश्वर शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है।
मंदिर के आसपास की गुफाओं को पार करना कठिन है। अगर आप इन गुफाओं को देखना चाहते हैं कि किसी स्थानीय व्यक्ति की मदद जरूर लें। ये जगह अंबोली बस स्टैंड से 5 किमी दूर है।
ट्रैकिंग और एडवेंचर
इतिहासकारों की मानें तो अंबोली के आसपास लगभग 108 शिव मंदिर स्थित हैं जिनमें से बस कुछ ही मंदिरों का अब तक पता चल पाया है। अगर आप भी अंबोली के रहस्यों को जानना चाहते हैं तो यहां आ सकते हैं। अंबोली बस स्टैंड से महज़ 2 किमी की दूरी पर भगवान राम, हनुमान जी और भगवान गणेश का मंदिर है।
इस मंदिर के परिसर में इस क्षेत्र के संत का स्मारक भी बना हुआ है। अंबोली में कुछ ट्रैक और ट्रेल्स भी हैं जहां आप ट्रैकिंग का मज़ा ले सकते हैं। इस खूबसूरत गांव में घूमकर आप हरियाली को देखकर अपने मन को तरोताजा कर सकते हैं। यहां पर एक छोटी सी सैर भी आपके लिए यादगार बन जाएगी।
कैसे पहुंचे अंबोली
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अंबोली, दक्षिण महाराष्ट्र, गोवा और उत्तर कर्नाटक के अन्य निकटतम शहरों से जुड़ा हुआ है। अंबोली से 80 किमी दूर स्थित बेलगाम इसका निकटतम हवाई अड्डा है। पणजी, गोवा से 84 किमी दूर अंबोली गांव पड़ता है। इसके कुछ समीपतम रेलवे स्टेशनों में सावंतवाड़ी, कोल्हापुर, बेलगाम, मिराज आदि शामिल हैं।
मुंबई और पुणे से अंबोली 490 और 345 किमी दूर है। ये अन्य प्रमुख शहरों जैसे कोल्हापुर(110 किमी), सांग्ली (150 किमी) और सावंतवाड़ी(28 किमी) दूर है। कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्य परिवहन की कुछ बसें रोज़ बेलगाम और सावंतवाड़ी के बीच अंबोली से होकर गुज़रती हैं।