सिर्फ एक खूबसूरत पर्यटन स्थल ही नहीं है बल्कि यह राज्य ऐतिहासिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है। इस राज्य की प्राकृतिक सुन्दरता की वजह से से इस राज्य को गोड्स ऑन कंट्री" title="दक्षिण भारत का खूबसूरत राज्य केरल सिर्फ एक खूबसूरत पर्यटन स्थल ही नहीं है बल्कि यह राज्य ऐतिहासिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है। इस राज्य की प्राकृतिक सुन्दरता की वजह से से इस राज्य को गोड्स ऑन कंट्री" loading="lazy" width="100" height="56" />दक्षिण भारत का खूबसूरत राज्य केरल सिर्फ एक खूबसूरत पर्यटन स्थल ही नहीं है बल्कि यह राज्य ऐतिहासिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है। इस राज्य की प्राकृतिक सुन्दरता की वजह से से इस राज्य को गोड्स ऑन कंट्री
मुन्नार : जो कहलाता है खूबसूरत गॉड्स ओन कंट्री यानी केरल का हेवेन
यहां पहाड़ों के बीच फैली धुंध मन को खुश और आश्चर्यचकित करती है। यहां घूमने के अलेप्पी, मुन्नार,वायनाड कोच्ची वर्कला और भी अनगिनित जगह हैं, लेकिन कुछ ऐसी भी जगह है, जिनसे पर्यटक आज भी अनिभिज्ञ है। तो आइये इस लेख में जानते हैं केरल की कुछ अनसुनी और अनछुए खूबसूरत स्थलों के बारे में
किलिमन्नूर पैलेस
किलिमनूर पैलेस वो स्थान है जहां प्रसिद्ध चित्रकार राजा रवि वर्मा का जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी चित्रकला में केरल का नक्शा बनाया था और आज भी और राज्य के कलाकारों के दिलों में यह एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान बना हुआ है। 15 एकड़ में फैले इस महल में कई तालाब और कुछ संरचनाएं हैं जिनमें त्रावणकोर के शाही परिवार के सदस्य रहा करते थे।
यहां पर एक स्टूडियो भी है जिसमें रवि वर्मा ने कई देवी-देवताओं के जीवंत चित्र बना रखें। इस जगह को देखने के लिए दुनियाभर से कलाकार यहां आते हैं। सभी को इससे प्रेरणा मिलती है। इतिहास प्रेमियों और कला विशेषज्ञों को ये जगह बहुत पसंद है।PC: officialsite
कुंडाला
मुन्नार के रास्ते में स्थित कुंडाला बेहद खूबसूरत शहर है, जो पर्यटकों को खूब भाता है। यहां पर एक मानव निर्मित कुंडाला झील भी है जो पर्यटकों को कई तरह की सुविधांए प्रदान करती है।
इसके अलावा यहां कई चाय के बागान और सीथु परवथीपुरम बांध भी देख सकते हैं। यहां नीलाकुरिंजी फूल भी 12 साल में एक बार खुलते हैं। यहां देश की पहली मोनोरेल भी चलती है।PC: Cegramprasad
थट्टेकड़ पक्षी अभ्यारण्य
अगर आप पक्षी प्रेमी हैं, तो आप थट्टेकड़ पक्षी अभ्यारण्य जा सकते हैं। यहां 300 से ज्यादा एवियन प्रजातियां हैं और ये कोच्चि में 25 वग फुट क्षेत्र में फैला है। इस अभ्यारण्य में उष्णकटिबंधीय सदाबहार वृक्ष, घास के मैदान और पर्णपाती पेड़ हैं जो इसे पूरी तरह से हरियाली प्रदान करते हैं। यहां पर कई दुर्लभ और सुंदर पक्षी भी देखे जा सकते हैं।
यहां श्रीलंकाई फ्रॉग माउथ, ड्रोंगो, शामा, मालाबार पैराकीट और हॉर्नबिल देख सकते हैं। इसके अलावा अगर आप और ज्यादा कुछ देखना चाहते हैं तो किसी गाइड की मदद से जंगल के रास्तों पर जा सकते हैं।PC:Joseph Lazer
कुंबालंगी
कई लोगों को नहीं पता है कि कुंबालागी देश का पहला डिज़ाइन किया गया ईको टूरिज्म गांव है। इस खूबसूरत गांच में कई जगहों पर घूम सकते हैं। कोच्चि के झरनों की ओर मुख किए इस छोटे से गांव को चीनी फिशिंग नेट के लिए जाना जाता है। यहां से सूर्यास्त का खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता है। PC:Brian Snelson
अरेक्कल झरना
अगर आप बिन बादल बारिश का मजा लेना चाहते हैं तो अरेक्कल झरना आपके लिए बेस्ट प्लेस है।स्थानीय लोगों के बीच पिकनिक मनाने के लिए ये जगह बहुत लोकप्रिय है। मॉनसून के दौरान इस जगह की खूबसूरती को निहारना बेहद अद्भुत रहता है। ये एरनाकुलम शहर से 35 किमी दूर स्थित है।PC: Unknown