
भारत के ओडिशा राज्य स्थिति बारगढ़ एक प्राचीन शहर है, जो पश्चिमी ओडिशा का एक बड़ा व्यापारिक केंद्र भी माना जाता है। 11 वीं शताब्दी से संबंधित शिलालेख बताते हैं कि यहां कभी कोई प्राचीन किला था, उस वक्त इसे बाघर कोट कहा जाता था।
माना जाता है कि यहां बहुत समय तक बौद्ध धर्म का अस्तित्व रहा, जिसने यहां की जीवनशैली को बहुत हद तक प्रभावित किया। आज भी यहां बौद्ध धर्म से जुड़े कई प्राचीन साक्ष्यों को देखा जा सकता है। बारगढ़ में देखने लायक बहुत से लोकप्रिय स्थान मौजूद हैं, लेकिन यह अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए ज्यादा जाना जाता है। यह स्थान धनुजात्रा के लिए काफी प्रसिद्ध है जिसे सबसे बड़ा खुला नाटकीय मंच कहा जाता है।
यह स्थान कई ऐतिहासिक खजानों से भरा है, जिसमें बौद्ध मठ से लेकर प्राचीन गुफाएं शामिल हैं। इस लेख के माध्यम से जानिए यहां के चुनिंदा सबसे खास पर्यटन स्थलों के बारे में।

नरसिंहनाथ
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बारगढ़ स्थित नरसिंहनाथ ओडिशा में सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में गिना जाता है, जो भगवान विष्णु के नरसिंहनाथ अतवार को समर्पित है। नरसिंहनाथ एक प्राचीन मंदिर है जिसका निर्माण 1413 ईस्वी में करवाया गया था। यह मंदिर 45 फीट ऊंचा है और दो भागों में विभक्त है। पहले भाग में भगवान नरसिंहनाथ विराजमान हैं दूसरे भाग में चार खंभे हैं जो तीन द्वारों का समर्थन कर रहे हैं।
आप इस मंदिर के माध्य से ओडिशा की वास्तुकला को भली भांति समझ सकते हैं। मंदिर के अंदर कई देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं जो इस मंदिर के धार्मिक खूबसूरती को बढ़ाते हैं। आध्यात्मिक अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।

गंधामर्दाना
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गंघामर्दाना भी बारगढ़ के सबसे लोकप्रिय स्थलों में गिना जाता है। इस स्थल का संबंध हिन्दू महाकाव्य रामायण की एक पौराणिक घटना से है। माना जाता है कि जब हनुमान मूर्क्षित लक्ष्मण के लिए संजीवनी बूटी की खोज में पूरे पर्वत को उठाकर लंका की तरफ बढ़ रहे थे तो पहाड़ का एक अंश इसी स्थान पर गिरा था।
वर्तमान में इस स्थान पर 500 से ज्यादा दुर्लभ जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं। औषधीय गुणों से युक्त यहां की वनस्पतियां अध्ययन का एक बड़ा स्रोत है। अगर आप चाहें तो बारगढ़ भ्रमण के दौरान इस स्थान की सैर कर सकते हैं।

डेब्रगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के अलावा आप यहां प्राकृतिक स्थलों की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। डेब्रगढ़ वन्यजीव अभयारण्य अपनी रोमांचक यात्रा के लिए जाना जाता है, जहां आप विभिन्न वनस्पतियों के साथ जीव-जन्तुओं को भी देख सकते हैं। समुद्र तल से 2267 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह अभयारण्य एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
यह स्थान इसलिए भी प्रसिद्ध है क्योंकि यहां सुरेंद साई नाम के वीर स्वतंत्रता सेनानी को ब्रिटिश अधिकारियों ने पकड़ा था। जीवो में आप यहां भारतीय बाइसन, हाथी और काले हिरन आदि को देख सकते हैं। इसके अलावा आप यहां विभिन्न पक्षी प्रजातियों को भी यहां देख सकते हैं।

अष्ट शंभू
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बारगढ़ में आप अन्य प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के दर्शन कर सकते हैं। अष्ट शंभू बारगढ़ के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में गिना जाता है। यह आठ शिव मंदिरों का समुह है जो भगवान शिव को समर्पित हैं। माना जाता है कि इन मंदिरों का निर्माण चौहान के शासनकाल के दौरान किया गया था।
ये आठ मंदिर मिलकर अष्ट शंभू का निर्माण करते हैं। ये मंदिर हैं विमलेश्वर मंदिर, नीलकंठेश्वर मंदिर,केदारनाथ मंदिर, विश्वेश्वर मंदिर, बैद्यनाथ मंदिर, स्वप्नेश्वर मंदिर, मांधाता बाबा मंदिर और बल्केश्वर मंदिर।

माइटी' गुफा
उपरोक्त स्थानों के अलावा आप नरसिंहनाथ मंदिर से लगभग 10 किमी दूर एक पुरानी बौद्ध गुफा को देख सकते हैं। यह 'माइटी' गुफा' के नाम से जानी जाती है। यह गुफा उस समय से संबंध रखती है जब यहां बौद्ध धर्म से जुड़े लोग रहते थे और ह्यूएन टी'सांग का यहां दौरा हुआ था।
इस स्थान को बौद्ध विहार में भी शामिल किया गया है। आप यहां बौद्ध वास्तुकला के अद्भुत रूपों को भी देख सकते हैं। यह स्थान धर्म और इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों के एक लिए किसी जन्नत से कम नहीं।