कर्नाटक के बेल्लारी जिले में स्थित होसपेट राज्य का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जो अपने ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। दक्षिण भारत की तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित यह स्थल हम्पी के काफी नजदीक है। इसलिए ज्यादातर पर्यटक होसपेट के साथ-साथ हम्पी की प्राचीन संरचनाओं को भी देखना पसंद करते हैं। अतीत के पन्ने बताते हैं कि इस स्थल का निर्माण कृष्णदेव राय के समय किया गया था।
होसपेट उन लोगों के लिए बहुत ही खास माना जाता है जो इतिहास और कला संस्कृति में दिलचस्पी रखते हैं। कुछ नया देखने के लिहाज से यह एक खास स्थल है। इस लेख के माध्यम से जानिए यहां चुनिंदा सबसे शानदार स्थलों के बारे में।
लोटस महल
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होसपेट भ्रमण की शुरूआत आप यहां की प्राचीन संरचनाओं से कर सकते हैं। हम्पी के खंडहरों में आप लोटस महल को देख सकते हैं। यह एक खास स्थल है जहां विजयनगर साम्राज्य की रानियों और शाही घरानों की महिलाएं रहा करती थीं। यहां मद्रों को जाने इजाजत नहीं थी। इस महल को कमल महल और चित्रांगनी महल भी कहा जाता था।
इस महल की वास्तुकला देखने लायक है, इसकी संरचना कुछ कमले पुष्प के आकार की बनाई गई है। यहां आप भारतीय और इस्लामिक वास्तुकला को बेजोड़ मिश्रण देख सकते हैं।
होसपेट का आर्कियोलॉजिकल म्यूजियम
होसपेट के इतिहास को समझने के लिए आप यहां के आर्कियोलॉजिकल म्यूजियम कै सैर का प्लान बना सकते हैं। यह शहर का खास पर्यटन स्थल है, जहां सैलानी ज्यादा आना पसंद करते हैं। यहां प्राचीन मूर्तियों को अवशेष और कई मूर्तियों को सुरक्षित रखा गया है।
इस संग्रहालय में चार गैलरी मौजूद है, जहां प्राचीन वस्तुओं को श्रृंखलाबद्ध रखा गया है। यहां हथियार और धातुओं से बनी प्राचीन वस्तुओं को भी संरक्षित किया गया है। इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां की यात्रा कर सकते हैं।
हजार राम मंदिर
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होसपेट में धार्मिक स्थलों के दर्शन भी कर सकते हैं। हजार राम मंदिर यहां के पवित्र धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है, जो शाही परिवारों के धार्मिक अनुष्ठानों के लिए बनवाया गया था। इस मदिर का निर्माण विजयनगर साम्राज्य के देवराय द्वितीय ने 15वीं शताब्दी में बनवाया था।
मंदिर का नाम 'हजार राम मंदिर' यहां दीवार पर भगवान राम से जुड़े अवशेषों को इंगित करता है। दीवार पर पूरी रामायण उकेरी गई है। आध्यात्मिक अनुभव के लिए आप यहां का भ्रमण कर सकते हैं।
तुंगभद्रा बांध
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ऐतिहासिक स्थलों के अलावा आप यहां के अन्य स्थलों का भी भ्रमण कर सकते हैं। यहां बना तुंगभद्रा बांध दूर-दराज से सैलानियों को आकर्षित करता है। तुंगभद्रा नदी के किनारे ही होसपेट शहर बसा है। यह बांध कर्नाटक के सबसे महत्वपूर्ण डैम में गिना जाता है, जिसका इस्तेमाल विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। बांध के पानी से बिजली के उत्पाद के साथ-साथ कृषि सिंचाई के लिए भी किया जाता है।
इस बांध को बनाने का काम ब्रिटिश शासन में शुरू हुआ था, और यह स्वतंत्रता के बाद 1953 में पूरी तरह बनकर तैयार हुआ। तुंगभद्रा बांध डैम अपनी खास भौगोलिक संरचना के साथ एक शानदार पर्यटन स्थल है, जहां सैलानी अपने परिवार और दोस्तों के साथ यादगार समय बिताने के लिए आते हैं।
विरुपाक्ष मंदिर
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उपरोक्त स्थानों के अलावा आप यहां प्रसिद्ध विरुपाक्ष मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं। अपने अद्बभुत वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के कारण इस विशाल मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर भी घोषित किया जा चुका है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर मुख्यत: अपनी अविश्वसनीय वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर मुख्य देवालय पर्यटको को काफी ज्यादा आश्चर्यचकित करता है। इस मंदिर से आप तुंगभद्र नदी के खूबसूरत दृश्यों को देख सकते हैं। एक अलग अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।