पूर्वोत्तर भारत में स्थित तिनसुकिया असम के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। तिनसुकिया, वन्यजीवन, मनोरंजन और शिक्षा का एक शानदार मिश्रण है। प्राकृतिक संपदा से संपन्न यह शहर अपने खूबसूरत स्थल, लोक संस्कृति और मनमोहक आबोहवा के लिए प्रसिद्ध है, जिससे पर्यटकों को मौका मिलता है, कि वे असम की मूल संस्कृति को समझ पाएं।
असम का यह स्थल हर तरह के सैलानियों का स्वागत करता है, जहां का प्लान आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ बना सकते हैं। इस लेख के माध्यम से जानिए तिनसुकिया के निम्नलिखित स्थल आपको किस प्रकार आनंदित कर सकते हैं।
डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान
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तिनसुकिया भ्रमण की शुरूआत आप यहां के डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान की रोमांचक सैर से कर सकते हैं। 600 वर्ग किमी में फैला यह राष्ट्रीय उद्यान असम के सबसे बड़े वन्यजीव उद्यानों मं गिना जाता है। समृद्ध जैव विविधता के मामले में यह पार्क विश्व के 19वें बायोडायवर्सिटी हॉटस्पॉट में भी शामिल है। डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान मुख्य शहर तिनसुकिया से मात्र 12 किमी की दूरी पर स्थित है। समुद्र तल से 118 मीटर की ऊंचाई के साथ यह पार्क सैलानियों को काफी ज्यादा रोमांचित करने का काम करता है।
इस राष्ट्रीय उद्यान में आप रॉयल बंगाल टाइगर, जंगली बिल्ली, तेंदुआ, सांभर, हाथी आदि जैसे जीवों को आसानी से देख सकते हैं। इसके अलावा यह उद्यान पक्षियों की लगभग 350 प्रजातियों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है।
भेरजान बोराजान पदुमोनी अभयारण्य
डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान के अलावा आप तिनसुकिया से मात्र 6 किमी की दूरी पर स्थित भेरजान बोराजान पदुमोनी अभयारण्य की रोमांचक सैर का आनंद ले सकते हैं। यह अभयारण्य राज्य के मुख्य पर्यटन गंतव्यों में गिना जाता है। भेरजान बोराजान पदुमोनी ये तीनों अलग-अलग जंगल हैं जो मिलकर एक अभयारण्य तैयार करते हैं। यह अभयारण्य लगभग 7.22 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला है, जो सैलानियों को काफी ज्यादा आकर्षित करने का काम करता है।
इस सेंचुरी में आप तेंदुआ, उड़ने वाली गिलहरी, तोते की लोरिस प्रजाति आदि को देख सकते हैं। पक्षी विहार के लिए यह एक आदर्श विकल्प है, जहां आप 84 से ज्यादा पक्षियों की प्रजाति को देख सकते हैं।
सदिया
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वन्यजीव अभयारण्यों के अलावा आप तिनसुकिया के बाकी अन्य आकर्षणों को भी देख सकते हैं। हिमालय की तलहटी में बसा सदिया एक खूबसूरत गांव है, जो अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। तिनसुकिया घूमने आए पर्यटक यहां आना पसंद करते हैं। यह खूबसूरत नगर तीन तरफ के नदियों से घिरा है। नदियों का आकर्षण इस स्थल को संवारने का काम करता है। सदिया वो स्थान है जहां भारत की प्रसिद्ध नदी ब्रह्मपुत्र नदी विशाल हिमालय से मिलती है।
इस स्थल का अपना सांस्कृतिक महत्व भी है, माना जाता है कि इस स्थल का उल्लेख पौराणिक कथाओं में विरभद्र साम्राज्य के नाम से भी मिलता है। यह एक शानदार स्थल आपको यहां जरूर आना चाहिए।
डिगबोई
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प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थलों के अलावा आप यहां के कुछ अन्य स्थलों का भी भ्रमण कर सकते हैं। डिगबोई असम के सबसे खास भारत के सबसे महत्वपूर्ण शहरों में से एक है, जिसका कारण है तेल रिफायनरी। पेट्रोलियम रिफायनरी के लिए डिगबोई पूरे विश्व में जाना जाता है। जानकारी के अनुसार यहां ऐशिया का सबसे पहला तेल का कुंआ खोदा गया था।
डिगबोई के अन्य आकर्षणों में आप यहां 18 गड्ढों वाले गोल्फ कोर्स को भी देख सकते हैं। इसके अलावा आप यहां वार सिमेट्री और संग्रहालय भी देख सकते हैं।
दिहिंग पटकाई वन्यजीव अभयारण्य
उपरोक्त स्थलों के अलावा आप यहां से दिहिंग पटकाई वन्यजीव अभयारण्य की सैर का आनंद ले सकते हैं। 111.19 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला यह जंगल अपने रोमांचकारी अनुभवों के लिए जाना जाता है। यह अभयारण्य तिनसुकिया के सबसे खास पर्यटक आकर्षणों में गिना जाता है। यह जंगल क्षेत्र विभिन्न वनस्पतियों के साथ असंख्य जीव जन्तुओं को सुरक्षित आश्रय देने का काम करता है।
जंगली जीवों में आप यहां हिमालयी भालू, चमगादड़, भौकने वाली हिरण, तेंदुआ आदि को देख सकते हैं। इनके अलावा आप यहां पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों को भी देख सकते हैं।