कर्नाटक के सबसे शांतिमय और खूबसूरत जगह है। 3400 फीट की ऊंचाई पर स्थित चिकमगलूर सबसे ऊंचा हिल स्टेशन है और यहां पर अनेक दर्शनीय स्थल हैं। कॉफी के बागानों से घिरा मुल्यानागिरी पर्वत की तलहटी में बसा चिकमगलूर बेहद खूबसूरत जगह है।
काम से थोड़ा वक्त निकालकर वाइफ के साथ यहां मनाएं छुट्टियाँ
यहां पर कई पर्वत शिखर हैं। चिकमगलूर की कई पर्वत चोटियां ट्रैकिंग के लिए मशहूर हैं जैसे मुल्यानागिरी, केम्मानागुंडी और कुद्रेमुख आदि। प्रकृति के करीब टीम के साथ चिकमगलूर में आप बॉनफायर, नेचर कैंप, बारबीक्यू और थोड़ा बहुत ट्रैकिंग का मज़ा भी ले सकते हैं। इस जगह पर सिलाइनिंग, भद्रा नदी पर रिवर राफ्टिंग, रैपेलिंग और कुएड बाइकिंग कर सकते हैं।
फेमिली के साथ जा रहे हैं ट्रिप पर तो ऐसे करें एन्जॉय
कहा जाता है कि यह सखरायपट्टना के मुखिया रूक्मंगड़ा की छोटी बेटी को दहेज के रूप में दिया गया था। इस खूबसूरत जगह पर कई हेरिटेज स्पॉट और एडवेंचर के विकल्प हैं जहां आप वन्यजीव और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।
चिकमगलूर
गंतव्य : चिकमगलूर
आने का सही समय : सितंबर से मार्च के बीच
PC:Anand Osuri
कैसे पहुंचे चिकमगलूर
वायु मार्ग द्वारा : चिकमगलूर से 113 किमी की दूरी पर स्थित मैंगलोर एयरपोर्ट निकटतम हवाई अड्डा है। बैंगलोर से मैंगलोर तक फ्लाइट लेकर चिकमगलूर तक आप टैक्सी ले सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा : चिकमगलूर में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। कादूर निकटतम रेलवे स्टेशन है जोकि चिकमगलूर से 40 किमी दूर है।
सड़क मार्ग द्वारा : बैंगलोर से चिकमगलूर तक कई प्राइवेट और सरकारी बसें चलती हैं। हालांकि, अगर आप रोड़ ट्रिप से जाना चाहते हैं तो इसके लिए तीन रूट हैं। बैंगलोर से चिकमगलूर तक का रास्ता 250 किमी है।
रूट 1 : बैंगलोर - कुनिगल - चन्नारायपट्टना - हसन - बेलूर - एनएच 75 पर चिकमगलूर
रूट 2 : बेंगलुरु - कुनिगल - टीपतूर - अर्सिकेरे -हालेबिदु - एनएच 75 और 73 पर चिकमगलूर
रूट 3 : बेंगलुरु - तुमकुर - हिरीयूर - होसदुर्गा - कादुर - एनएच 48 पर चिकमगलूर
समय और दूरी के मामले में रूट 1 सबसे छोटा है। इसमें आपको 4.5 घंटे का समय लगेगा और रास्ते में आप खूबसूरत शहर हसन और ऐतिहासिक शहर बेलूर देख सकते हैं। इस सफर की सड़क व्यवस्था बढिया है। हालांकि, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बेहतर होगा कि आप अपनी गाड़ी की रिपेयरिंग का काम पहले से ही करवा लें।
दूसरे रूट से आपको 5 घंटे का समय लगेगा। इस सफर में दो प्रसिद्ध शहर बेलूर और हालेबिदु देखना का मौका मिलेगा। समय और दूरी के मामले में सबसे लंबा रास्ता है रूट 3। इस सफर में आपको एनएच 48 से जाने पर चिकमगलूर पहुंचने में 6 घंटे का समय लगेगा।
चिकमगलूर
सफर में शहर के प्रदूषण से दूर हरियाली का नज़ारा आपके मन को शांति देगा और बैंगलोर से चिकमगलूर का रोड ट्रिप मनोरंजक रहेगा।
चिकमगलूर जाने के रास्ते में कई खूबसूरत जगहें भी हैं जहां आप घूम सकते हैं। बेहतर होगा कि आप लंबे वीकएंड पर चिकमगलूर का ट्रिप प्लान करें। आप चाहें तो कुनिगल में रूक कर बेगूर झील पर कुछ समय बिता सकते हैं।PC:Chidambara
धार्मिक और आध्यात्मिक केंद्र
आदिचुंचुनगिरी वोक्कालिगा समुदाय का धार्मिक और आध्यात्मिक केंद्र है। ये जगह भी रास्ते में पड़ेगी। इसके आगे कुछ ही किलो मीटर दूर है श्रावणबेलगोला। यहां पर जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ गोमतेश्वर की मूर्ति सबसे अधिक प्रसिद्ध है।
हसन से 20 किमी दूर हेमवती नदी पर बना गोरूर बांध भी आप देख सकते हैं। हसन से 13 किमी दूर है प्रसिद्ध ड्राउनिंग चर्च जोकि मॉनसून के दौरान जलमग्न हो जाता है और बारिश के कम होने पर वापस आ जाता है।PC:Dineshkannambadi
होयसला
होयसला स्थापत्यकला की इमारतें देखने के लिए अपने साथ गाइड जरूर रखें। रास्ते में आप याग्ची बांध पर भी रूक सकते हैं और यहां बनाना बोट में सैर का मज़ा ले सकते हैं।
मुल्लायांगिरी
ये कर्नाटक की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंख्ला है जोकि चिकमगलूर में स्थित है। मुल्लायांगिरि लगभग 1930 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहां पर कई रोमांचित ट्रैकिंग ट्रेल्स हैं।PC:RakeshRaju M
बाबा बुदानगिरि
चिकमगलूर में ये पर्वत चोटी भी पर्यटकों को बहुत पसंद है। इस जगह को यह नाम मुस्लिम पीर बाबा बुदान के नाम पर रखा गया है जोकि 150 सालों तक इस क्षेत्र में रहे थे। कहा जाता है कि भारत में सबसे पहले इस क्षेत्र में बाबा बुदान द्वारा काफी की खेती की गई थी। उन्होंने मक्का से वापिस लौटते हुए कॉफी के 7 बीज बोए थे। PC:Likhith N.P
केम्मानगुंडी
1400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह हिल स्टेशन बेहद खूबसूरत है एवं यहां पर गर्मियों के मौसम में श्री कृष्णराज वोडेयार 4 रहने आया करते थे। यहां एक रॉक गार्डन, चिल्ड्रन पार्क और अनेक दर्शनीय स्थल हैं जहां घूम सकते हैं।PC:RakeshRaju M
हेब्बे झरना
केम्मानगुंडी से 10 किमी दूर है दोड्डा हेब्बे और चिक्का हेब्बे झरना जोकि बहुत ही खूबसूरत है। झरना काफभ् तेजी से गिरता है इसलिए आप किनारे पर रहकर ही इसकी सुंदरता को निहारें। मॉनसून के दौरान झरने का सौंइर्य और भी ज्यादा बढ़ जाता है।PC:Ashwin Kumar
कॉफी के बागान
थोड़ा समय निकालकर जानें की कैसे और कहां से आपकी मॉर्निंग कप्पा जो आती है। खूबसूरत नज़ारों और हरियाली के बीच परफैक्ट मौसम के साथ आप कॉफी का मज़ा ले सकते हैं।
Z प्वाइंट
अगर आप सूर्यास्त और सूर्योदय का मनोरम दृश्य देखना चाहते हैं तो Z प्वाइंट इसके लिए बेस्ट जगह है।
भद्रा नदी
भद्रा नदी व्हाइट रिवर राफ्टिंग के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि इस दौरान आपको विशेष सावधानी भी बरतनी चाहिए और अगर आप इस ट्रिप पर विशेष रूप से व्हाइट रिवर राफ्टिंग करना चाहते हैं तो थोड़ा ज्यादा समय निकालकर आएं क्योंकि चिकमगलूर के मुल्लायांगिरि से राफ्टिंग स्पॉट थोड़ा दूर है।PC:Vikas.rumale