"व्यस्त शहर के बीचोबीच खड़ा एक बड़ा सा किला जो हमें एक गौरवशाली अतीत याद दिलाता है। एक कहानी, जो पुराने ज़माने की प्रेमकथा है, जिसकी वजह से किले की आबोहवा खून के लाल रंग से रंग चुकी है।" बाकी धरोहरों की तरह शनिवार वाड़ा, बहुत सारी अनसुनी कहानियों को समेटे हुए है जो अब इतिहास की किताबों में संचित हैं।
शनिवार वाड़ा का प्रवेश द्वार
Image Courtesy: Ashok Bagade
पुणे, जो कॉस्मोपॉलिटन शहर के रूप में तेज़ी से बढ़ रहा है, भारत के सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। कई ज़माने पहले जो पेशवा सम्राट का एक दायित्वपूर्ण पद हुआ करता था, उसके बस अब अवशेष भर रह गये हैं। शनिवार वाड़ा उन्हीं अवशेषों में से एक अवशेष है जिसने इस क्षेत्र में एक मुख्य भूमिका निभाई थी। यह उसी राजसी महल का एक हिस्सा है जहाँ से पेशवा सम्राट ने पूरे राज्य में राज किया था और कई दुश्मनों को हराया था।
हाल ही में आई 'बाजीराव मस्तानी' फिल्म द्वारा कई सारे पहलु अवगत हुए हैं और शनिवार वाड़ा का भूतपूर्व गौरव दोबारा से अस्तित्व में आया है। सबसे पहले पेशवा बाजीराव बल्लाल और बुंदेलखंड की राजकुमारी मस्तानी की प्रेम कहानी को फिर से इस फिल्म में अभिनीत किया गया, जिसकी वजह से कई सारे कॉंट्रोवर्सीज़ भी पैदा हुए।
महल के अवशेष
Image Courtesy: Clayton Tang
शनिवार वाड़ा के किले का इस फिल्म में कई बार उल्लेख हुआ है। यद्यपि कई सालों पहले एक भयंकर आग की वजह से यह 13 मंज़िला महल जल कर ध्वस्त हो गया था। आज के समय में असली संरचना के सिर्फ़ कुछ ही हिस्से बचे रह गये हैं। तथापि बहुत साल हो गये इस किले की पुणे में बहुत महत्ता है।
इसके बड़े से प्रवेशद्वार की एक झलक ही आपको इसकी ध्वसत्ता के सुबूत देने के लिए पर्याप्त है। लकड़ी का बड़ा सा दरवाज़ा जिसमें लोहे के कई छड़ लगे हुए हैं, आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। एक दुश्मन को ज़बरदस्ती किले के अंदर घुसने से पहले इस बड़े दरवाज़े को पार करना होता था। उस बड़े से प्रवेषद्वार के अंदर एक और छोटा सा द्वार, हमें किले के अंदर के परिसर में ले जाता है।
नारायण दरवाज़ा
Image Courtesy: Clayton Tang
सबसे पहले हमें एक प्रवेश शुल्क अंदर जाने के लिए अदा करना होता है। जैसे ही आप किले के अंदर प्रवेश करते हो सबसे पहले आप एक लकड़ी की गाड़ी एक तोप के साथ वहाँ देखोगे। फिर एक म्यूज़िकल फाउंटेन और पुरानी इमारतों के कुछ हिस्से ही हैं वहाँ देखने को। इतने कम आकर्षण होने के बावजूद भी शनिवार वाड़ा की यात्रा किसी आश्चर्य से कम नहीं है।
इस जगह पर लगे कई इन्फोर्मेशन बोर्ड और किले के कुछ अजीब तत्व हमारे किले के प्रति उत्साह को कम नहीं कर पाते हैं।
शनिवार वाड़ा का बाग
Image Courtesy: Bharath12345
अपने पुणे की यात्रा में मराठा राज के इस दायित्वपूर्ण पद की यात्रा करना बिल्कुल भी ना भूलें। इस किले की एक शानदार यात्रा पर जाइए और बाजीराव मस्तानी की प्रेमकहानी को खुद से महसूस करिए। और हाँ हम आपको यहाँ एक और बात बता दें कि शनिवार वाड़ा भूतहा होने के लिए भी जाना जाता है। वहाँ कार्य करने वालों ने, एक घनेरी-काली रात में किसी के चिल्लाने की आवाज़ 'काका माला बचाव', भी सुनी है। हालाँकि, निश्चित तौर पर यह तो नहीं कह सकते कि यह किला सच में भूतहा है पर उस काल की कुछ यादें हमें यहाँ ज़रूर डराती हैं।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।