हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव इस ब्रह्मांड की सर्वोच्य शक्ति हैं, जिनकी हिन्दू संस्कृति के गठन में अहम भूमिका रही है। अलग-अलग रूपों और नामों के साथ भोलेनाथ भारत की चारों दिशाओं में निवास करते हैं। उत्तर भारत की बात करें तो यहां भगवान शिव का महादेव नाम ज्यादा प्रचलित है, जबकि दक्षिण में शिव को थिलाई के रूप में जाना जाता है। इन्हें ब्रह्मांड के निर्माण के पीछे तीन मुख्य ऊर्जाओं में से एक माना गया है। पौराणिक शास्त्रों में भगवान शिव को एक शांत(योगी) और एक प्रखर देवता(भैरव और नटराज) के रूप में वर्णित किय गया है।
कश्मीर से कन्याकुमारी और सौराष्ट्र से लेकर असम तक भगवान शिव की पूजा दुष्टों के विनाशक और निर्दोषों के बचावकर्ता के रूप में की गई है। वैसे बता दें कि श्रावण मास की शुरुआत हो चुकी है, और इस दौरान कांवड़ियां शिव जलाभिषेक के लिए कई किमी की पैदल यात्रा कर भोलेनाथ के विभिन्न मंदिरों में पहुंचेंगे, ऐसे में आपको भगवान शिव के इन भव्य मंदिरों के बारे में पता होना चाहिए, यहां रोजाना सैकड़ों की तादाद में भक्तों का जमावड़ा लगता है।
केदारनाथ, उत्तराखंड
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भगवान शिव के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में उत्तराखंड स्थित केदारनाथ का नाम आता है। भगवान शिव का यह मंदिर 3583 मीटर की ऊंचाई के साथ राज्य के गढ़वाल हिमालयी श्रृंखला के मध्य स्थित है। केदारनाथ मंदिर हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है, जहां हर शिवभक्त की जीवन में एक बार जाने की कामना जरूर होती है। बता दें कि यह मंदिर यमुनोत्री, गंगोत्री और बद्रीनाथ के साथ भारत की प्रसिद्ध चार धाम यात्रा में भी शामिल है।
केदारनाथ पंच केदार का गठन करने वाले पांच लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। चूंकि यह ऊंचाई पर स्थित है, इसलिए यहां सर्दियों के दौरान जोखिम भरा हो सकता है। मंदिर के द्वार अप्रैल माह के अंत से लेकर नवंबर तक खुले रहते हैं।
अमरनाथ, कश्मीर
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भारत की सबसे प्रसिद्ध तीर्थ यात्रा अमरनाथ यात्रा की मानी जाती है, भारत में जम्मू-कश्मीर राज्य राज्य में स्थित अमरनाथ भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां भगवान शिव को बाबा बर्फानी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां का शिवलिंग बर्फ से बना हुआ है, जो साल में एक बार ही बनता है। शिव का अनोखा मंदिर 3888 मीटर की ऊंचाई पर एक पवित्र गुफा के अंदर स्थित है।
अमरनाथ तीर्थयात्रा को बहुत पवित्र माना जाता है, जिसे पूरा करने के लिए बहुत सारी शारीरिक और मानसिक शक्ति की आवश्यकता होती है। यह यात्रा कश्मीर के कुछ ऊबड़ इलाकों सो होती हुई गुज़रती है, और जिसमें कई किमी तक पैदल चलना होता है।
सोमनाथ, गुजरात
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भारत में भोलेनाथ के प्रसिद्ध मंदिरों की श्रृंखला में सोमनाथ का भी नाम आता है। यह एक ऐतिहासिक मंदिर है जो सौराष्ट्र में वेरावल के प्रभास क्षेत्र में स्थित है। यह भगवान शिव को समर्पित 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में माना जाता है, यहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में भक्तों का आगमन होता है। यह मंदिर अतीत में घटी कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी है, विदेशी आक्रमणकारियों से यहां से रत्नों और जवाहरातों का लूट की थी।
यह मंदिर कई बार आक्रमणकारियों का शिकार हुआ है। मंदिर की वर्तमान संरचना 1947 पुनिर्माण के तहत बनाई गई थी। मंदिर की वास्तुकला बेहद आकर्षक है, जिसे चालुक्य शैली में बनाया गया था।
महाकालेश्वर, मध्य प्रदेश
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मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित महाकालेश्वर भी भोलेनाथ के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है, जहां रोजाना भारी संख्या में आगंतुकों का आगमन होता है। यहां शिव के रौद्र रूप महाकाल की पूजा होती है। भगवान के इस रूप को बुराइयों का विनाशक माना जाता है। यहां महाकाल स्वयंभू शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं। इस ज्योतिर्लिंग मंदिर का मुख्य आकर्षण भस्म आरती है, जिसे देखने के लिए भक्तों का जमावड़ा लगता है।
काशी विश्वनाथ, उत्तर प्रदेश
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भोलेनाथ के प्रसिद्ध मंदिरों में उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ का भी नाम आता है, यह एक लोकप्रिय शिव स्थल है, जहां सैकड़ों की संख्या में भक्तों का आगमन होता है। मंदिर के खूबसूरत परिसर के दर्शन करने के लिए यहां न सिर्फ श्रद्धालु आते हैं बल्कि यहां देशी-विदेशी पर्यटकों का भी आगमन होता है। गंगा घाटों की सैर पर निकले यात्री यहां आना ज्याद पसंद करते हैं। मंदिर की वास्तुकला काफी आकर्षक है।