आणंद, भारत के गुजरात राज्य का एक प्रसिद्ध नगर और आणंद जिले का प्रशासनिक केंद्र है, जो मुख्यतः अमूल डेयरी और अपनी ऐतिहासिक दूध क्रांति के लिए जाना जाता है। यह नगर भारत के 'मिल्क कैपिटल' के नाम से भी प्रसिद्ध है। आणंद, अहमदाबाद और वडोदरा के मध्य बसा है, जहां से गांधीनगर की दूरी मात्र 97 कि.मी रह जाती है। इस नगर का प्राचीन नाम आनंदपुर है, माना जाता है कि यह सारस्वत ब्राह्मणों का मूल निवास स्थान है।
पर्यटन से लिहाज से यहां देखने और घूमने-फिरने योग्य काफी स्थल मौजूद हैं, जो आपकी यात्रा डायरी का हिस्सा बन सकते हैं। यह नगर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी काफी ज्यादा मायने रखता है। इस लेख के माध्यम से जानिए अपने विभिन्न पर्यटन आकर्षणों के बल पर आणंद आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है।
रणछोड़राय मंदिर
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आणंद भ्रमण की शुरुआत आप यहां के लगभग 35 कि.मी की दूरी पर स्थित रणछोड़राय मंदिर के दर्शन से कर सकते हैं। रणछोड़राय, भगवान कृष्ण को समर्पित गुजरात के प्रसिद्घ मंदिरों में गिना जाता है, जिसका निर्माण 1772 ईस्वी के दौरान हुआ था। यहां भगवान कृष्ण को रणछोड़ नाम से संबोधित किया जाता है, जिसके पीछे की कहानी भगवान कृष्ण और जरासंध से जुड़ी है।
माना जाता है, कि मथुरा में श्रीकृष्ण की लड़ाई जरासंध के हुई थी, और कृष्ण रणछोड़ कर भाग गए थे, इसलिए इनका एक नाम रणछोड़ भी है। यह एक खूबसूरत मंदिर है, जिसकी वास्तुकला पर्यटकों को बहुत हद तक प्रभावित करती है।
स्वामीनारायण मंदिर
रणछोड़राय मंदिर के अलावा आप आनंद स्थित स्वामीनारायण मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। स्वामीनारायण, एक छ: मंजिला मंदिर है, और राज्य के प्रसिद्ध पवित्र स्थानों में गिना जाता है। यहां रोजाना श्रद्धालुओं का आगमन लगा रहता है। मंदिर की वास्तुकला पर्यटकों को काफी ज्यादा प्रभावित करती है। आप यहां हरिकृष्ण महाराज, नारायण लक्ष्मी के अलावा अन्य प्रतिमाओं को भी देख सकते हैं। आध्यात्मिक अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।
खापरा जावेरी महल
आनंद से आप, खापरा जावेरी महल की सैर का प्लान बना सकते है। खापरा जावेरी महल, पावागढ़ की पहाड़ियां की तलहटी में स्थित है। आणंद के बिलकुल नजदीक यह पैलेस 16वीं शताब्दी से संबंध रखता है। इस महल को देखकर आप प्राचीन वास्तुकला के उत्कृष्ट रूप को देख सकते हैं। बड़े मेहराव, गुंबद और प्रवेशद्वार आगंतुकों को काफी ज्यादा प्रभावित करते हैं। यह महल विश्वामित्र नदी के पास स्थित है। प्राचीन कला और इतिहास को समझने के लिए आप यहां आ सकते हैं।
अमूल डेयरी संग्रहालय
आप यहां अमूल डेयरी सहकारी संग्रहालय की सैर का प्लान बना सकते हैं। डेयरी संग्रहालय लाल पत्थरों की मदद से बनाया गया है। इस संग्रहालय की मदद से आप अमूल के विकास के वर्षों को देख सकते हैं, कि किस प्रकार एक छोटी सी ईकाई ने बड़ी औधोगिक ईकाई का सफर तय किया। इस म्यूजियम में एक बड़ा सभागार भी मौजूद है, जहां आपको भारत में दुध उत्पाद के इतिहास और क्रांति से संबधित फिल्में दिखाई जाएंगी। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।
फ्लो आर्ट गैलरी
उपरोक्त स्थलों के अलावा आप यहां की फ्लो आर्ट गैलरी को देखने का प्लान बना सकते हैं। आणंद स्थित फ्लो आर्ट, हैंडीक्राफ्ट्स की बड़ी गैलरी मानी जाती है, जहां आप हाथ से बनाई गईं विभिन्न कलाकृतियों को देख सकते हैं। गैलरी में रखी मूर्तियां, मिट्टी के बर्त, शादी के तोहफे, आदि पर्यटकों को काफी ज्यादा आकर्षित करते हैं। आप यहां खूबसूरत और रंग बिरंगे हाथ से बनाए गए उत्पादों को देख सकते हैं। पर्यटक यहां मिट्टी के अलावा धातु, लकड़ी और सीमेंट का उपयोग कर बनाईं गईं साज-सज्जा की चीजों भी देख सकते हैं।