दक्षिण भारत का कर्नाटक राज्य विभिन्न पर्यटन आकर्षणों के साथ प्रसिद्ध होयसलेश्वर मंदिरों का निवास स्थान भी माना जाता है, जो देवो के देव महादेव के विभिन्न रूपों और नामों को समर्पित हैं। इन मंदिरों में से अधिकांश भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा राष्ट्रीय स्मारक के रूप में संरक्षित हैं। दक्षिण भारत का यह राज्य आपकी तीर्थ यात्रा को सार्थक बनाने के लिए पूरी तरह सक्षम है।
साल भर यहां लाखों की संख्या में देश-विदेश के पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आगमन होता है, जो यहां के प्राचीन मंदिरों और उनकी आकर्षक वास्तुकला को देखना काफी पसंद करते हैं। इस लेख के माध्यम से आज हम आपको कर्नाटक के चुनिंदा विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां के दर्शन करने का सौभाग्य किसी-किसी को ही प्राप्त होता है।
महाबलेश्वर मंदिर
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कर्नाटक में स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिरों में आप सबसे पहले उत्तर कन्नड जिले के गोकर्ण में स्थित महाबलेश्वर मंदिर के दर्शन से कर सकते हैं। यह एक प्राचीन मंदिर है, जो चौथी शताब्दी से संबंध रखता है। इस मंदिर का निर्माण द्रविड़ शैली में किया गया था। यह मंदिर दक्षिण के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में गिना जाता है। यह मंदिर का मुख कारवार सिटी बीच की तरफ है, जहां तीर्थयात्री स्नान कर मंदिर दर्शन के लिए जाते हैं।
माना जाता है कि यह शिव मंदिर काशी विश्वनाथ की ही धार्मिक महत्व रखता है। इसलिए इस मंदिर को दक्षिण काशी भी कहा जाता है। अपनी धार्मिक यात्रा को विशेष बनाने के लिए आप यहां आ सकते हैं।
मुरुदेश्वर मंदिर
आप उत्तर कन्नड जिले के एक और प्रसिद्ध शिव मंदिर मुरुदेश्वर के दर्शन करने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर जिले के भटकल तालुका में स्थित है। यहां भगवान शिव की पूजा मुरुदेश्वर रूप में होती है, जो उनका दूसरा नाम है। यहां अरब सागर के तट पर भोलेनाथ की पूरे विश्व में दूसरी सबसे ऊंची मूर्ति स्थापित है। मैंगलोर-मुबई रूट पर मुरुदेश्वर का अपना रेलवे स्टेशन भी है, जिसके सहारे आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।
मंजुनाथ मंदिर
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कर्नाटक के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में आप 800 साल पुराने धर्मस्थल मंजुनाथ मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। यह मंदिर दक्षिण कन्नड जिले के धर्मस्थल नगर में स्थित है। यहां भगवान शिव की पूजा मंजुनाथ रूप में होती है। इस मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति के साथ अम्मानवारू, तीर्थंकर चंद्रप्रभा, जैन धर्म रक्षक, कन्याकुमारी आदि देवी-देवताओं की प्रतिमाएं मौजूद हैं। यह एक अद्भुत मंदिर है, क्योंकि इस मंदिर के पुजारी शैव ब्राह्मण हैं और इस मंदिर का प्रशासन जैन परिवार द्वारा चलाया जाता है।
श्रीकांतेश्वर मंदिर
कर्नाटक स्थित भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों की श्रृंखला में आप श्रीकांतेश्वर मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। यह मंदिर राज्य की तीर्थनगरी नंजनगुड में स्थित है। यह एक प्राचीन मंदिर है, जहां भोलेनाथ की पूजा श्रीकांतेश्वर नाम से होती है। यह मंदिर कावेरी की सहायक नदी कपिला के तट पर स्थित है। भोलेनाथ का यह मंदिर भी दक्षिण काशी के नाम से जाना जाता है। नंजू एक कन्नड शब्द है, जिसका शाब्दिक अर्थ विष यानी जहर है। नंजुदेश्वर का मतलब, वो भगवान जिसने विष पान किया हो। नगर का नाम नंजनगुड भी भगवान शिव पर आधारित है। तीर्थयात्रा के दौरान आप यहां आ सकते हैं।
कोटिलिंगेश्वर मंदिर
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उपरोक्त शिव मंदिरों के अलावा आप कोलार जिले के कामसंद्रा गांव में स्थित कोटिलिंगेश्वर मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। यह मंदिर अपने विशाल शिव लिंग के लिए जाना जाता है, जिसे आप तस्वीर के माध्यम से देख सकते हैं। माना जाता है इस मंदिर के दर्शन के लिए हर साल 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं का आगमन होता है।
खासकर शिवरात्रि के दौरान यहां भक्तों का भारी जमावड़ा लगता है। यहां स्थापित शिवलिंग विश्व के सबसे ऊंचे शिवलिंग में से एक है। अपनी धार्मिक यात्रा को खास बनाने के लिए आप यहां दर्शन के लिए आ सकते हैं।