हम रिश्तों में अक्सर वफादारी की उम्मीद करते हैं, लेकिन शायद इंसानी रिश्तों में वफादारी की उम्मीद करना मना है, लेकिन जानवर और इन्सान का रिश्ता वफादारी का सबसे बड़ा गवाह है। कुत्ते और इन्सान की दोस्ती की हमने कई किस्से देखे और सुने हैं।
चाहे कुछ भी हो जाये, एक कुत्ता अपनें मालिक की वफादारी कभी नहीं छोड़ता। कुत्तों और इंसानों का दोस्ताना काफी पुराना है, दुनिया में कई ऐसे लोग हैं, जो इन्सान से ज्यादा कुत्ते पर यकीन करना पसंद करते हैं।
ये बेजुबान भले ही बोल नहीं सकते, लेकिन अपने हाव-भाव से अपनी दिल की हालत बयाँ भी कर लेते हैं, और अपने मालिक और दोस्त की दिल की हालत को समझ भी लेते हैं। इसीलिए इंसान भी इस खास दोस्त को घर में ही नहीं बल्कि अपने दिल में जगह देते हैं।
जब कभी हम शहर से बाहर जाते हैं, तो हमारा प्यारा डॉगी अपनी दुम हिलाते हुए हमे दरवाजे तक अलविदा कहने आता है, और जैसे ही हम घर में कई दिनों बाद आते हैं, तो वह बीते हुए कई दिनों का सारा दुलार हम पर उढ़ेल देते हैं।
हम अपने डॉगी के साथ कार से तो यात्रा कर सकते हैं, लेकिन जब बात ट्रेन ट्रेवल की आती है, स्थित थोड़ी असमंजस हो जाती है। डॉगी के साथ रेल यात्रा करने के कुछ खास नियम है, जिनकी जानकारी बेहद ही कम लोगो को है।
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तो हम आपको बता दें, कि आप अपने इस प्यारे से साथी के साथ रेल यात्रा कर तो सकते हैं, लेकिन इसके लिए रेलवे के अपने ही नियम कायदे और कानून हैं, जो थोड़े से सख्त जरुर हैं, लेकिन ये नियम आपके दोस्त को आपके साथ यात्रा करने की पूरी इजाजत देते हैं। तो अगर आप भी अपने प्यार से डॉगी के साथ यात्रा करने की प्लानिंग बना रहे हैं, तो ये खास लेख आपके लिए है..
फर्स्ट ऐसी में ही कर सकते हैं सफर
अगर आप अपने कुत्ते के साथ रेल यात्रा करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एसी फर्स्ट क्लास की बुकिंग लेनी होगी। फर्स्ट एसी में यात्रा करते हुए अगर आपके कुत्ते ने आपके सह यात्री को तंग किया तो आपको अपने इस खास दोस्त को डॉग बॉक्स में भेजना होगा, या फिर आपको ट्रेन से उतरना होगा।
ध्यान रहें, अगर आप बीच रास्ते में ट्रेन से उतरते हैं, रेलवे आपको कोई पैसा वापस नहीं करेगा।
पार्सल बॉक्स में करा दे बुकिंग
आप जिस ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं, अगर उसमे फर्स्ट एसी कोच नहीं है, तो आप अपने खास दोस्त की बुकिंग पार्सल बॉक्स में करा सकते हैं, इस बुकिंग के तहत, आपके डॉगी को पार्सल डिब्बे के अंर्गत बने डॉग बॉक्स में रखा जायेगा।
खाने-पीने की जिम्मेदारी आपकी
अगर आपका कुत्ता डॉग बॉक्स के जरिये यात्रा कर रहा है, और यात्रा लम्बी है, तो आपको ही अपने डॉगी के खान पान का ध्यान रखना होगा।
बिना बुकिंग के देना होगा हर्जाना
बिना बुकिंग के डॉगी को ले जाना प्रतिबंधित है, साथ ही इसके लिए आपको छ गुणा हर्जाना भी भरना पड़ सकता है।
डॉग बॉक्स में रखने का अतरिक्त चार्ज
अगर कोई भी यात्री बिना बुकिंग के साथ कुत्ते के साथ यात्रा करते हुए पाया जाता है, तो उसे डॉग बॉक्स में रखने हेतु एक्स्ट्रा 20 रूपये का भुगतान करना होगा।
फर्स्ट एसी के सिवा किसी और कोच में नहीं कर सकते सफर
कुत्ते के साथ स्लीपर, एसी सेकंड स्लीपर, एसी चेयर में यात्रा करना वर्जित है।