काँगड़ा के उत्तर-पूर्व में 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धर्मशाला हिमाचल प्रदेश का एक प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। यह शहर चंडीगढ़ से 239 किलोमीटर, मनाली से 252 किलोमीटर, शिमला से 322 किलोमीटर और नई दिल्ली से 514 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस स्थान को काँगड़ा घाटी का प्रवेश रास्ता माना जाता है। इसकी पृष्ठभूमि में बर्फ से ढकी धौलाधार पर्वत श्रृंखला इस स्थान का नैसर्गिक सौंदर्य बढ़ाती हैं। ये शहर इतना खूबसूरत है कि इसकी सुंदरता को निहारने देश के अलावा विदेशों से भी लोग आते हैं और यहां साल पर पर्यटकों से शहर में चहल पहल देखी जा सकती है। HOTEL - धर्मशाला के सस्ते मगर आलिशान होटल
यह शहर दो विभिन्न क्षेत्रों में बंटा हुआ है अपर धर्मशाला और लोअर धर्मशाला। लोअर धर्मशाला व्यवसायिक केंद्र है जबकि अपर धर्मशाला इसके औपनिवेशिक जीवन शैली के लिये जाना जाता है। धर्मशाला, रेल सड़क और वायु मार्ग से देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा है और बड़ी ही आसानी के साथ यहाँ आया जा सकता है। धर्मशाला में गर्मी का मौसम मार्च से जून के बीच रहता है। इस दौरान यहाँ का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
तो आइये जानें धर्मशाला में रहते हुए क्या क्या आपको घूमना चाहिए।
भागसू फॉल्स
भागसू फॉल्स मक्लिओडगंज से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य है। भागसुनाथ मंदिर जगह से आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ आने वाले पर्यटक यहाँ टैक्सियों और ऑटो रिक्शा द्वारा पहुँच सकते हैं, इस जगह तक आने के लिए एक वैकल्पिक ट्रैकिंग रास्ता भी उपलब्ध है।
डल झील
धर्मशाला से 11 किलोमीटर दूर और समुद्र स्तर से 1775 मीटर की उंचाई पर स्थित डल झील एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। हरे भरे देवदार के पेड़ों के जंगल से घिरी ये झील मक्लिओडगंज और नद्दी गांव के बीच स्थित है। ये झील यहाँ आने वाले ट्रेकर के लिए एक बेस कैम्प के तौर पर भी काम कारती है।
त्रिउंड
त्रिउंड, मेकलियोदगंज का प्रमुख पर्यटन स्थल है और यह हिमालय की धौलाधार श्रेणियों पर समुद्र सतह से 2827 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। त्रिउंड से मेकलियोदगंज तक ट्रेकिंग के रास्ते की दूरी 9 किलोमीटर है।
मेकलियोदगंज
मेकलियोदगंज यहां का एक प्रमुख आकर्षण है जो काँगड़ा से 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह दलाई लामा की गद्दी है और समुद्र सतह से 1770 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह युद्ध के दौरान तीन दशकों तक तिब्बती सरकार का मुख्यालय भी था। इस स्थान पर एक सुंदर मठ हैं जहाँ भगवान बुद्ध, पद्मसंभव और अवलोक्त्वश्वरा के बड़े चित्र हैं। मेकलियोदगंज के अन्य बौद्ध और तिब्बती स्थानों में नामग्याल मठ, गोम्पा दिप तीस-चोक लिंग (एक छोटा मठ) और तिब्बती कला प्रदर्शन संस्थान शामिल हैं।
बीर
बीर हिमाचल प्रदेश के पर्यटन के लोकप्रिय स्थानों में से एक है। इस शहर की प्रमुख आबादी पड़ोसी देश तिब्बत से आए हुए शरणार्थी हैं। यह स्थान अपने विभिन्न अध्यात्मिक अध्ययन के केन्द्रों जैसे दीर पार्क इंस्टीट्यूट और धर्मालय इंस्टीट्यूट के लिये प्रसिद्द है। अध्ययन केन्द्रों के अलावा बीर साहसिक खेलों का भी एक गंतव्य है।
चामुंडा देवी मंदिर
चामुंडा देवी मंदिर, पालमपुर के पश्चिम और धर्मशाला से 15 किमी की दूरी पर 10 किमी की दूरी पर स्थित है, ये मंदिर कोई 700 साल पुराना है जो घने जंगलों और बनेर नदी के पास स्थित है। इस विशाल मंदिर का विशेष धार्मिक महत्त्व है जो 51 सिद्ध शक्ति पीठों में से एक है।
शॉपिंग
धर्मशाला शॉपिंग के शौकीनों के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है। यहां आकर आप कई सारे हस्तशिल्पों के अलावा बौद्ध धर्म की झलक दिखाने वाले सामानों को भी खरीद सकते हैं। यदि आपको यहां के हस्तशिल्प और बौद्ध धर्म से जुड़े सामान लेने है तो इसके लिए मेकलियोदगंज के आस पास का हिस्सा एक आदर्श गंतव्य है।
खाना पीना
यदि आप धर्मशाला में है तो आपको तिब्बती क्यूज़ीन को अवश्य ट्राई करना चाहिए। आपको बताते चलें कि धर्मशाला में ज्यादातर आपको स्टीम्ड फ़ूड मिलेगा जो जहां एक तरफ स्वादिष्ट होता है तो वहीँ दूसरी तरफ ये सेहत के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इनमें वासा की मात्रा काफी काम होती है। मोमो, थुक्पा, थेनठुकम, पोचा यहां के वो खाने हैं जिनको यहां आने के बाद आपको अवश्य ट्राई करना चाहिए।