ट्रेन से यात्रा करना काफी सस्ता और सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में सभी यात्री अधिकांश तौर पर ट्रेन की ओर से भागते हैं और ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि ट्रेन टिकट समय पर नहीं मिलता, जिसके कारण हमें 2-3 महीने पहले ही टिकट बुक करवानी पड़ती है। फिर 2-3 महीने बाद अगर कोई इमरजेंसी आ गई है तो यात्रियों को अपनी यात्रा छोड़नी पड़ती है। ऐसे में टिकट के पैसे बरबाद हो जाते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
भारतीय रेलवे लाया ट्रेन टिकट ट्रांसफर का तरीका
इन हालातों में अब किसी भी यात्रियों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अब यात्री अगर समय पर किसी कारणवश यात्रा नहीं कर पाते हैं तो वे अपना टिकट अपने संबंधियों को ट्रांसफर कर सकते हैं। भारतीय रेलवे के नियमों के मुताबिक, अगर ऐन मौके पर आपका जाना कैंसल हो जाए तो आप टिकट सिर्फ परिवार के सदस्यों को ही ट्रांसफर कर सकते हैं। यानी कि - मां-बाप, भाई-बहन, बेटा-बेटी या पति-पत्नी। इसके अलावा आप किसी को भी आप अपना टिकट ट्रांसफर नहीं कर सकते। अगर ऐसा होता है तो उस व्यक्ति को बिना टिकट के माना जाएगा और उस पर हैवी पेनाल्टी भी लग सकती है।
ये है तरीका
Step-1 : अगर आपने अपना टिकट काउंटर से बनवाया है तो उसका प्रिंट आउट ले लें।
Step-2 : इसके बाद अपने नजदीकी रेलवे रिजर्वेशन सेंटर पर पहुंचें।
Step-3 : फिर आपको जिसके भी नाम पर अपना टिकट ट्रांसफर करवाना है, उसका ओरिजनल आधार या वोटर कार्ड साथ ले जाएं और साथ में उनकी फोटोकॉपी भी होनी चाहिए।
Step-4 : इसके बाद आप टिकट ट्रांसफर के लिए ऐप्लीकेशन दें और साथ में आधार की फोटोकॉपी लगाना न भूलें।
कब जाना होगा नजदीकी रिजर्वेशन सेंटर
अगर आप अपनी कंफर्म सीट परिवार के दूसरे सदस्यों को भेजना चाहते हैं तो ट्रेन रवाना होने से 24 घंटे पहले नजदीकी रेलवे रिजर्वेशन सेंटर पर जाकर ऐप्लीकेशन देनी होगी। इसके बाद आप जिस व्यक्ति के नाम पर टिकट ट्रांसफर करना चाहते हैं उस व्यक्ति के आधार कार्ड की फोटोकॉपी भी लगानी होगी। जिस भी परिवार के सदस्य के नाम पर आपको टिकट ट्रांसफर करना हो, अगर उनके पास आधार कार्ड ना हो तो आप उनकी वोटर आईडी भी ले जा सकते हैं। इसके बाद आपके नाम की टिकट कैंसल कर फैमिली मेंबर के नाम पर टिकट बना दिया जाएगा।