कर्नाटक, दक्षिण का नहीं बल्कि पूरे भारत के खूबसूरत राज्यों में से एक है। यहां पर प्राकृतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक जगहें ही नहीं बल्कि ऐसे स्थान भी है, जिनका नाम इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखा है और उनमें से ही एक है- कर्नाटक का कोलार। अगर आपने टॉलीवुड अभिनेता यश की मूवी केजीएफ (KGF) देखी होगी तो उसमें जिस सोने की खान (कोलार गोल्ड फील्ड्स- KGF) के बारे में दिखाया गया है, वो यही कोलार में ही स्थित है।
बैंगलोर से कोलार मात्र 70 किमी. की दूरी पर स्थित है, जिसे एक दिन में पूरा किया जा सकता है। कोलार में घूमने के लिए प्राचीन मंदिरों से लेकर प्राकृतिक खूबसूरती तक सब कुछ है। यहां की हरियाली आपका मनमोह लेगी। यहां पर घूमने के लिए सोमेश्वर मंदिर, कोटिलिंगेश्वर मंदिर, अंतरा गंगे मंदिर, कुरुदुमले गणेश मंदिर और कोलार गोल्ड फील्ड्स (KGF) जैसी आकर्षक जगहें शामिल है।
एक दिन में करें बैंगलोर से कोलार तक की यात्रा
बैंगलोर से कोलार तक की यात्रा एक दिन में पूरी की जा सकती है। अधिकतर लोग यहां पर वीकेंड में ही जाना पसंद करते हैं। मैं भी वीकेंड पर ही बैंगलोर से कोलार के लिए निकला था, शनिवार का दिन था और सुबह के करीब 5 बज रहे थे। देवनहल्ली (एयरपोर्ट रोड) तक आपको ट्रैफिक का सामना करना पड़ सकता है, हालांकि सुबह निकलने के चलते हम लोगों को जाम का सामना नहीं करना पड़ा था। लेकिन उसके बाद का रास्ता काफी अच्छा है, इस रास्ते पर आप 80-100 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला सकते हैं।
आप चाहे तो बीच के रास्तों का लुत्फ उठा सकते हैं अगर आप ऐसा करते हैं तब भी आप 10:30 बजे तक कोलार पहुंच जाएंगे। कोशिश करें कि सुबह जल्दी निकलें, क्योंकि कोलार में स्थित काफी प्रसिद्ध मंदिर है, जो दोपहर 12:00 बजे बंद हो जाते हैं और फिर आपको 4:00 बजे तक का इंतजार करना पड़ेगा। इसके चलते आपको रात में वापसी करते समय देर हो सकती है।
कोलार गोल्ड फील्ड्स
कोलार अपनी हरियाली और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा एक और खास चीज है, जो कोलार को इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में संजो कर रखती है और वो है यहां का कोलार गोल्ड फील्ड्स। यहां के बारे में कहा जाता है कि यहां लोग हाथ से सोना निकाल लिया करते हैं। अब तक यहां से करीब 900 टन सोना निकाला जा चुका है।
कोटिलिंगेश्वर मंदिर
इसके अलावा अगर धार्मिक स्थलों की बात की जाए तो यहां का कोटिलिंगेश्वर मंदिर कर्नाटक के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। इस मंदिर को 'शिवलिंग का घर' माना जाता है। यहां पर अब तक लाखों शिवलिंग स्थापित किए जा चुके हैं और एक करोड़ शिवलिंग स्थापित करने की अनूठी पहल जारी है। यहां का अब तक सबसे बड़ा शिवलिंग 108 फीट लंबा है। इतना ही नहीं यहां पर नंदी की भी एक विशाल प्रतिमा है।