यूं तो दक्षिण भारत की खूबसूरती किसी से छिपी हुई नहीं है। लेकिन जब बात केरल की हो तो खड़े मसालों की सौंधी खुशबू के साथ रसोई के नटखट और चटपटे सवाद का स्मरण हो ही जाता है। बीचों और बांधों के लिए मशहूर केरल, पर्यटन के लिहाज से दक्षिण का सबसे खूबसूरत राज्य माना जाता है और जब बात यहां के वायनाड शहर की हो तो क्या कहने। इस शहर में दक्षिण भारत का पहला ग्लास ब्रिज बनाया गया है, जो पर्यटकों को केरल की खूबसूरती को करीब से देखने का एक मौका देता है।
पूरी तरह से कांच से बना है यह ग्लास ब्रिज
वायनाड में बना ये कांच का पुल 100 फीट ऊंचा है, जो एक प्राइवेट कंपनी के द्वारा बनाया गया है। यह ग्लास ब्रिज, केरल के पहाड़ों की खूबसूरती को निहारते हुए हवाओं में ठहर कर उनसे बातें करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। यह ब्रिज कांच का बनाया गया है और चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है, जो पर्यटकों को एक शानदार अनुभव देता है।
ब्रिज पर लाईट की सुविधा नहीं
900 कंडी पर बने इस ग्लास ब्रिज पर किसी प्रकार की कोई लाईट की सुविधा नहीं दी गई है। इसीलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से यहां शाम के समय या शाम के बाद पर्यटकों को जाने पर मनाही है। ग्लास ब्रिज का लुफ्त उठाने के लिए आपको ₹100 प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क देने होंगे, जिसके बाद आपको करीब आधे घंटे के लिए ब्रिज पर रहने दिया जायेगा।
यहां आने का सही समय
900 कंडी ग्लास ब्रिज घूमने के लिए सही समय मई से लेकर सितंबर तक का है। जहां सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक पर्यटक विजिट कर सकते हैं।
कैसे पहुंचें 900 कंडी ग्लास ब्रिज
900 कंडी ग्लास ब्रिज पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कोझिकोड है, जो वायनाड से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वहीं, यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कोझिकोड है, जो वायनाड से करीब 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा यहां के लिए नियमित अंतराल पर बसें भी चलती हैं और तो और निजी वाहन से भी पहुंचा जा सकता है।