मध्य प्रदेश में स्थित पन्ना राष्ट्रीय उद्यान खजुराहो से महज़ 57 किमी की दूरी पर है। इसे 1981 में बनवाया गया और 1994 में इसे बाघ आरक्षित परियोजना घोषित कर दिया गया था। विंध्या की पहाडियों में पन्ना और छतरपुर जिले में बना पन्ना नैशनल पार्क जंगली बिल्ली, हिरण, गिद्द, भेडिया, चिंकारा और चीते के लिए मशहूर है।
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इस पार्क को भारत के सबसे व्यवस्थित राष्ट्रीय उद्यानों में 2007 में 'उत्कृष्टता पुरस्कार' मिल चुका है। प्राचीन समय में पन्ना, छतरपुर और बिजावर राज्यों के शासक इस क्षेत्र में शिकार किया करते थे। मान्यता है कि पांडवों ने भी अपने वनवास का अत्यधिक समय पन्ना में बिताया था एवं इस बात का जिक्र महाभारत ग्रंथ में भी मिलता है।
पन्ना नैशनल पार्क घूमने का क्या है सही समय ?
पन्ना में जुलाई से अक्टूबर के आखिर तक मॉनसून का मौसम रहता है। मॉनसून के दौरान ये पार्क बंद रहता है क्योंकि इस दौरान यहां के रास्ते काफी खराब हो जाते हैं। ये पार्क 16 अक्टूबर से 30 जून तक पर्यटकों के लिए खुलता है। हालांकि पन्ना नैशनल पार्क घूमने के लिए नवंबर से अप्रैल यानि सर्दी का मौसम सबसे ठीक रहता है।
यहां का मौसम ज्यादातर ठंडा ही रहता है और गर्मियों के मौसम में भी यहां उमस नहीं होती है। इस वजह से पन्ना नैशनल पार्क का मौसम हमेशा सुहावना रहता है। कभी-कभी गर्मी के मौसम में यहां का तापमान 41 डिग्री तक भी पहुंच जाता है। इस मौसम में आने पर आप कुछ ऐसे जानवर भी देख सकते हैं जो पानी की तलाश में यहां आते हैं।
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कैसे पहुंचे पन्ना नैशनल पार्क
वायु मार्ग : पन्ना से खजुरा हो एयरपोर्ट सबसे निकटतम हवाई अड्डा है। हालांकि जबलपुर एयरपोर्ट से भी पन्ना के लिए फ्लाइट चलती हैं।
रेल मार्ग : पन्ना से निकटतम रेलवे स्टेशन सतना रेलवे स्टेशन है। ये स्टेशन देशभर के शहरों से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग : मध्य प्रदेश के अन्य शहरों से भी पन्ना अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।PC:Shivamd2d
पन्ना नेशनल पार्क
पन्ना नैशनल पार्क का मुख्य आकर्षण टाइगर्स हैं। हालांकि यहां पर और भी कई जानवर और पक्षियों को देख सकते हैं। पार्क में समुद्री जीव भी देखने को मिलते हैं क्योंकि इस पार्क के पास ही केन नदी बहती है।
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क्या देखें
यहां आप पानी में यूरासियन ईगल, उल्लू, ब्लैक इबिस, मगरमच्छ और घडियाल देख सकते हैं। कई तरह के सांप जैसे पायथॉन और किंग कोबरा भी नज़र आ जाएंगें। चीता, स्लोथ बियर, चिंकारा, नील्गई, सांबर और जंगली बिल्ली आदि भी इस जगह पर देखे जा सकते हैं।
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200 प्रजातियां
पन्ना नैशनल पार्क में पक्षियों की 200 प्रजातियां पाई जाती हैं। यहां पर गिद्धों की 6 दुर्लभ प्रजातियां जैसे बिल्ड गिद्ध, व्हाइट बैक गिद्ध, एशियन किंग गिद्ध, हिमालयन ग्रिफॉन गिद्ध, इजिप्टयन गिद्ध और यूरेशियन गिद्ध पाए जाते हैं।
सर्दियों के मौसम में पन्ना नैशनल पार्क में कई प्रवासी पक्षी भी देखने को मिलते हैं। पैराडाइज़ फ्लाईकैचर, पॉन्ड हैरॉन, व्हाइट नैक्ड स्टोर्क, हनी बजार्ड, क्वेल, नाइटजार, स्पॉटिड डोव, पाइड माएना, कूक्कू, कौआख् ब्राउन फिश आउल, किंगफिशर, बुलबुल, भारतीय बाया वीवर आदि जैसे कुछ खूबसूरत प्रवासी पक्षी पन्ना नैशनल पार्क में देख सकते है।
यहां पर टेक्टोना ग्रैंडिस, महुआ, लैनिआ कोरोमैंडेलिका, बोस्वेलिया सेराटा, एनोगिसस पेंडुला और बुचनानिया लैटिफोलिआ जैसी प्रजातियां भी देखने को मिलती हैं।केन और खुद्दर नदी के साथ रनेह वॉटरफॉल भी बहता है जोकि मध्य प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इस वॉटरफॉल का नाम मशहूर शासक महाराधणा प्रताप सिंह के नाम पर रनेह फॉल पड़ा है।PC: Laxmikant22
बोटिंग का मजा लें
इसके अलावा आप यहां घडियाल देखने के लिए केन घडियाल अभ्यारण्य भी जा सकते हैं। ये अभ्यारण्य केन और खुद्दर नदी के संगम स्थल पर बना है। यहां पर आपको मछली के अलावा सांप खाने वाले घडियाल भी मिल जाएंगें। पन्ना नैशनल पार्क में हाथी की सवारी और बोटिंग का मज़ा भी ले सकते हैं।
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