शिवगंगे मूल रूप से एक छोटी सी पहाड़ी है, जोकि बैंगलोर के बेंगलूर के ग्रामीण जिले दोब्बस्पेट के पास स्थित है। इस पर्वत का आकार शिवलिंग की तरह है जोकि भगवान शिव का ही रूप है। इस पहाड़ी के पास एक नदी भी बहती है, जिसे स्थानीय लोग गंगा कहते हैं..इससे इस जगह का नाम "शिवगंगे" कहा जाता है।
शिवगंगे में आप आत्मिक शांति को अनुभव कर सकते हैं..साथ ही यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स का भी जमकर मजा लिया जा सकता है। यहां पर आप रॉक क्लाइंबिंग और ट्रैकिंग का मज़ा ले सकते हैं। इस पर्वत से आसपास का नज़ारा बेहद सुंदर दिखाई देता है।
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अगर इस जगह के इतिहास पर नजर डाली जाए, तो यह जगह होयसला के नियंत्रण में हुआ करता थो। विष्णुआवर्धना की रानी शांथला देवी ने तनाव के कारण इस पहाड़ी से कूदकर अपनी जान दे दी थी। इसलिए इसे शांथला बिंदु के नाम से भी जाना जाता है। सोलहवीं शताब्दी के दौरान इस पहाड़ी को शिवप्पाब नायका द्वारा किलेबंद कराया गया था।
आज ये किला पूरी तरह से नष्ट हो चुका है। कहा जाता है कि बेंगलुरू के संस्थापक केंपे गोवड़ा ने बाद में इस किले को खोजा था। कई मंदिर होने के कारण इस जगह दक्षिण काशी भी कहा जाता है। {photo-feature}