दक्षिण भारत के केरल में स्थित कोझीकोड राज्य के प्रमुख पर्यटन गंतव्यों में गिना जाता है। दरअसल कोझीकोड कालीकट का ही दूसरा नाम है जो स्थानीय लोगों द्वारा प्रयोग में लाया जाता है। कालीकट एक प्राचीन गंतव्य है जो अपने आकर्षक समुद्री तटों, ऐतिहासिक किलों और हरे भरे शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
गर्मियों के दौरान कोझीकोड एक प्रमुख गंतव्य बन जाता है। इस दौरान आप देशी-विदेशी पर्यटकों को मनमहोक वातावरण के बीच आराम फरमाते देख सकते हैं। यह स्थान बैंगलोर और केरल से पसंदीदा सप्ताहांत गेटवे भी है। इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि कालीकट कभी मसालों का राजधानी कहा जाता था।
यहां के विभिन्न मसाले, कॉफी, काली मिर्च और नारियलों को देख आप का अंदर का शेफ अपने आप जग जाएगा। कोझीकोड में पर्यटकों के लिए बहुत कुछ हैं, आप यहां अपने परिवार या दोस्तों के साथ एक क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं। इस खास लेख में जानिए आप इन गर्मियों कोझीकोड में कौन-कौन से आकर्षक स्थानों की सैर का प्लान बना सकते हैं।
कोझीकोड बीच
PC- Dhruvaraj S
शहरी भागदौड़ और व्यस्तता के बीच कोझीकोड बीच आराम फरमाने के लिए एक खास गंतव्य माना जाता है। कोझीकोड बीच कालीकट के सबसे मुख्य गंतव्यों में गिना जाता है। यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त सैलानियों को काफी ज्यादा आकर्षित करता है। गर्मियों के बीच यहां बैंगलोर और केरल के अन्य शहरों के पर्यटक एक शानदार वीकेंड मनाने के लिए आते हैं। यहां जनवरी के मध्य मलाबार महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
इस मेले में आप दक्षिण भारतीय संस्कृति की साफ झलक दिखाई देती है। इसके अलावा अरब सागर की लहरों के साथ खेलना, बीच में नहाना सैलानियों को काफी ज्यादा पसंद आता है। इन गर्मियों समुद्री आबोहवा का आनंद लेने के लिए आप कोझीकोड बीच का प्लान बना सकते हैं।
मानांचिरा स्क्वायर
PC- Nandu Genius
मानांचिरा स्क्वायर भी कोझीकोड के मुख्य आकर्षणों में गिना जाता है। यह एक खूबसूरत वाटर पूल है जिसका निर्माण राजा मानावेदावन के द्वारा किया गया था। यह काफी स्थान है जिसके आसपास आप कई सारे प्राचीन मंदिर, मस्जिद, चर्च और प्राचीन भवन देख सकेंगे। इसके अलावा एक संगीत मंच, एक खुला थियेटर और एक संगीत फव्वारा भी मौजूद है जो इस स्थल को एक आकर्षक रूप प्रदान करने का काम करता है।
कालीकट घूमने आए पर्यटक यहां का नजारा देखने के लिए जरूर आना पसंद करते हैं। आप भी अपनी दक्षिण यात्रा के दौरान यहां जरूर आएं। एक अद्भुत अनुभव प्राप्त करने के लिए यह मानांचिरा स्क्वायर एक आदर्श स्थल है।
नागों के बीच विराजमान भगवान शिव का अद्भुत मंदिर, जानिए इसकी खासियत
ताली मंदिर
PC- Prof tpms
मानांचिरा स्क्वायर के नजदीक स्थित ताली मंदिर कालीकट के सबसे पुराने और शहर के जाने-माने मंदिरों गिना जाता है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाला यह धार्मिक स्थल कभी रेवती पत्थनाथम नामक अकादमिक कौशल (वार्षिक प्रतियोगिता ) की मेजबानी किया करता था। यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर की वास्तुकला अन्य दक्षिण भारतीय मंदिरों जैसी ही है। यहां मलयालम नव वर्ष के दौरान भव्य आयोजन भी किया जाता है।
यहां महादेव 2फीट लंबे शिवलिंग के रूप में विराजमान है। यहां रोजाना भक्तों और कोझिकोड घूमने आए पर्यटकों का अच्छा खासा जमावड़ा लगता है। विशेष अवसरों पर यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। अपनी यात्रा के दौरान आप भगवान शिव के दर्शन करने के लिए यहां जरूर पधारे।
कालीपोयीका
PC- Mujib MK
कुछ अलग अनुभव लेने के लिए आप कोझीकोड के कालीपोयीका की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह स्थान नौकायन के लिए एक आदर्श स्थान माना जाता है। आप यहां रॉ बोटिंग, पेडल बोटिंग और क्रूज की सैर का भी आनंद ले सकते हैं। यह आकर्षक स्थान कालीकट से मात्र दो किमी की दूरी पर स्थित है। कालीपोयीका आर्द्रभूमि को संरक्षित करने और इको फ्रेंडली पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ राज्य की एक महत्वपूर्ण योजना का हिस्सा है। परिवार और दोस्तों के साथ एक क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के लिए आप इस स्थल को अपनी यात्रा डायरी में शामिल कर सकते हैं।
कडलुंडी पक्षी अभयारण्य
PC- Dhruvaraj S
उपरोक्त स्थानों के अलावा आप शहर के कडलुंडी पक्षी अभयारण्य की रोमांचक सैर का आनंद भी उठा सकते हैं। यह खूबसूरत अभयारण्य अरब सागर की ओर से आती कडलुंडी नदी के पास द्वीपों और पहाड़ियों के बीच बसा है। इस पक्षी अभयारण्य की सुंदरता काफी लुभावनी है जो विभिन्न रंग-बिरंगे पक्षियों को देखने का मौका प्रदान करता है। यह अभयारण्य लगभग 100 स्थानीय पक्षी और 60 से ज्यादा प्रवासी पक्षियों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करने का काम करता है। प्रकृति के इतने करीब जाकर कुदरती खूबसूरती का आनंद उठाना अपने आप में ही काफी रमणीय एहसास अंदर जगाता है।
सुबह तड़के और शाम के बीच पक्षियों के चहचाहने की आवाजें पूरे माहौल को संगीतमय बना देती हैं। बताए गए स्थानों के अलावा काटीकट मे और भी कई दर्शनीय स्थल मौजूद हैं जिन्हें आप अपनी यात्रा डायरी में शामिल कर सकते हैं। यहां मौजूद कला और ऐतिहासिक संग्रहालय आप जरूर देखें।
दक्षिण के चोल राजाओं द्वारा निर्मित भव्य मंदिरों में से एक एरावतेश्वर