भारतीय पर्यटक की बात की जाए या फिर विदेशियों की... दोनों को ही पहाड़ों की सैर करना बेहद पसंद होता है। यह एक ऐसा स्थान होता है, जहां इंसानों को सुकून और चैन मिलता है। भारत में कई ऐसे राज्य है, जहां पहाड़ों की सुंदरता देखने को मिल जाती है। कई बार ऐसा होता है कि हमारे आसपास में ही कई ऐसी पहाड़ी जगहें देखने को मिलती है, जहां आप जा सकते हैं।
लेकिन हम में काफी लोगों को ये पता ही नहीं होता है कि ऐसी सुंदर जगहें हमारे आसपास भी है। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं आपके करीबी राज्य बिहार के बारे में, जहां के हिल स्टेशंस बेहद ही खूबसूरत है और यहां की सुकून देने वाली वादियां भी..। तो आइए जानते हैं कि आखिर इन जगहों पर कैसे जाएं और यहां जाने में कितना खर्च आएगा?
रामशिला पहाड़ी
रामशिला पहाड़ी, गया के विष्णुपद मंदिरों से 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह बिहार के टॉप हिल स्टेशनों में से एक है। आसान सी ट्रेकिंग के बाद यहां पहुंचा जा सकता है। यहां हर वीकेंड पर आसपास के लोगों मस्ती करने के लिए पहुंचते हैं और अपनों के साथ यहां मस्ती करते हैं। इस स्थान का जिक्र रामायण काल में भी मिलता है। कहा जाता है कि भगवान राम ने यहीं पर दशरथ जी का पिंडदान किया था, इसीलिए यहां पर कई श्रद्धालु पिंडदान करने भी आते हैं। यहां पर भगवान राम, माता सीता और हनुमान जी को समर्पित एक मंदिर भी है, जहां भक्तों की भारी भीड़ भी देखी जाती है।
जाने का सही समय - अक्टूबर से फरवरी तक।
घूमने वाली जगहें - रामेश्वर या पत्थलेश्वर मंदिर और अहिल्या बाई मंदिर
आने वाला खर्च - 2500 रुपया प्रति व्यक्ति (प्रतिदिन)
गुरपा चोटी
गुरपा चोटी, गया के गुरपा गांव में बसे इस हिल स्टेशन को स्थानीय लोग कुक्कुटपदगिरि के नाम से भी पुकारते हैं। बिहार का यह हिल स्टेशन खूबसूरत हिंदू मंदिरों और बौद्ध अवशेषों से घिरा हुआ है, जहां ट्रेकिंग का भी आनंद लिया जा सकता है। बिहार के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में शुमार यह स्थान शांत वातावरण वाला गांव है, जो शांति व सुकून का पल बिताने के लिए एक खूबसूरत स्थान है।
जाने का सही समय - जुलाई से अगस्त तक।
घूमने वाली जगहें - हिंदू व बौद्ध मंदिर, गुफाएं
आने वाला खर्च - 3000 रुपया प्रति व्यक्ति (प्रतिदिन)
प्राग्बोधि हिल स्टेशन
प्राग्बोधि हिल स्टेशन भी गया में ही स्थित है, जो जिले के किरियामा गांव में स्थित है। इस पहाड़ी को धुंगेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थान को ज्ञान प्राप्ति के लिए भी जाना जाता है। कहा जाता है कि ज्ञान प्राप्ति के पहले भगवान बुद्ध यहां कुछ समय के लिए ठहरे थे। यहीं के एक गुफा में उन्होंने साधना भी की थी। यहां भगवान बुद्ध को समर्पित एक मंदिर है। इसके अलावा, यहां कई सारे स्तूप भी हैं।
जाने का सही समय - अक्टूबर से फरवरी तक।
घूमने वाली जगहें - बौद्ध मठ व किरियामी गांव
आने वाला खर्च - 3000 रुपया प्रति व्यक्ति (प्रतिदिन)
प्रेतशिला हिल
प्रेतशिला हिल्स, गया के मशहूर हिल स्टेशनों में शुमार रामशिला हिल्स से करीब 10 किमी दूर पर स्थित है। यह खूबसूरत सा हिल स्टेशन न सिर्फ बिहार के पर्यटकों को आकर्षित करता है बल्कि यह बाहरी राज्यों के पर्यटकों को भी काफी लुभाता है। इस पहाड़ी के निचले हिस्से में ब्रह्मकुण्ड झील स्थित है, जहां स्थानीय लोगों द्वारा पिंडदान किया जाता है। इस पहाड़ी की चोटी पर अहिल्याबाई मंदिर भी है, जो बेहद सुंदर है। इस मंदिर की खूबसूरती देख पर्यटकों की सारी थकान मिट जाती है।
जाने का सही समय - अप्रैल से सितम्बर तक।
घूमने वाली जगहें - अहिल्याबाई मंदिर व ब्रह्मकुण्ड झील
आने वाला खर्च - 2000 रुपया प्रति व्यक्ति (प्रतिदिन)