पावागढ़ गुजरात की पुरानी राजधानी चंपानेर के पास है। यह वडोदरा से लगभग 46 किमी दूर और समुद्र तल से लगभग 800 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ है। पावागढ़ एक हिल स्टेशन है। यहां प्रसिद्ध कालिका माता मंदिर है जो देवी काली को समर्पित है। यह मंदिर पावागढ़ की ऊंची पहाड़ियों के बीच लगभग 550 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। बता दें इस मंदिर का निर्माण 10वीं और 11वीं शताब्दी के बीच हुआ था।
यहां अक्सर भीड़ इकट्ठा होती है जिसके लिए मंदिर के सामने बड़े किले और एक खुला रूम बनाया गया है। मंदिर परिसर के अंदर त्योहारों के दौरान रोशनी और दीयों की एक लंबी कतार जलाई जाती है। बता दें आंतरिक गर्भगृह में कालिका माता के मुख्य मंदिर को चमकीले लाल रंग से रंगा गया है। कहा जाता है इस स्थान पर देवी सती के दाहिने पैर का अंगूठा गिरा था। चूंकि यहां पाव का हिस्सा गिरा था, इसलिए इस स्थान का नाम पावागढ़ पड़ा।
मंदिर में पाई जाने वाली अन्य मूर्तियों में महाकाली और बाहुचर भी शामिल हैं। पावागढ़ गुजरात के सबसे लोकप्रिय तीर्थस्थलों में से एक है।
मंदिर के अलावा पावागढ़ में आकर्षण का केंद्र, पावागढ़ शहर का खंडहर किला, महल, मध्य किला और उसके बाद हिंदू और जैन मंदिरों से भरा एक ऊपरी किला है। आपको बता दें यहां पूरे साल लाखों पर्यटक आते है।
आप पावागढ़ पहाड़ी चढ़ने के लिए रोपवे का उपयोग कर सकते हैं लेकिन, मां महाकाली के दर्शन के लिए आपको 300 सीढ़ियां चढ़ने ही पड़ेंगे।
ये यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल है।
महाकाली मां मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय
आपको बता दें महाकाली माता के भक्त पूरे साल इस मंदिर में आते हैं। चैत्र नवरात्रि और अश्विनी नवरात्रि ये समय यहां घूमने का सबसे अच्छा समय है। यहां चैत्र सूद के आठवें दिन एक बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। भक्त यहां अपनी इच्छा अनुसार नवचंडी यज्ञ अन्य कर्म जैसे अनुष्ठान कर सकते हैं। पूरे भारत से महाकाली माता के दर्शन के लिए यहां हजारों की संख्या में भक्त आते ही होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला, रेस्टोरेंट जैसी सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं।
कैसे पहुंचें पावागढ़ मंदिर ?
गुजरात के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल और शक्ति पीठ मंदिर में से एक है पावागढ़। यहां दुनिया भर में लाखों भक्त साल भर और मुख्य रूप से नवरात्रि के दौरान आते हैं। बता दें यहां सड़क, रेल और हवाई नेटवर्क द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। पावागढ़ सड़क, रेल और हवाई नेटवर्क के माध्यम से भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग से-
वडोदरा में प्रमुख रेलवे जंक्शन पावागढ़ से सिर्फ 55 किमी की दूरी पर है। वडोदरा के लिए भारत के सभी क्षेत्रों के लिए ट्रेन मिल सकती है।
हवाई मार्ग से-
पावागढ़ से 52 किमी की दूरी पर वडोदर हवाई अड्डा है और और 145 किमी की दूरी पर अहमदाबाद हवाई अड्डा है। यहां से आप कैब करके मंदिर पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से-
अगर आप अपनी निजी गाड़ी से जाना चाहते है तो बता दें की पावागढ़ चंपानेर से सिर्फ 20 किमी, हलोल से 13 किमी, वडोदरा से 45 किमी, अहमदाबाद से 140 किमी, केवड़िया कॉलोनी से 88 किमी दूर स्थित है।