ताजमहल का नाम तो आप सभी ने सुना होगा, जिसे देखना की ख्वाहिश लिए हजारों लाखों पर्यटक रोजाना यहां पहुंचते हैं। इसकी प्रसिद्धी इतनी है कि इसे ना सिर्फ भारतीय पर्यटक देखने आते हैं बल्कि विदेशी सैलानियों की संख्या भी किसी से कम नहीं होती। हो भी क्यूं ना, दुनिया का सातवां अजूबा जो ठहरा। लेकिन कई बार काफी पर्यटक यहां नहीं पहुंच पाते और इसका दीदार नहीं कर पाते।
आजम शाह ने बनवाया था 'बीबी का मकबरा'
ऐसे में अगर आप भी आगरा के ताजमहल को नहीं देख पाए हैं और ताज को देखने की इच्छा रखते हैं तो शायद ये विश आपकी पूरी हो जाए। दरअसल, महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक मकबरा है, जो हूबहू ताज की तरह दिखता है। हालांकि, आगरा के ताजमहल के सामने इसकी चमक फीकी है लेकिन फिर भी इसकी खूबसूरती भी किसी से कम नहीं है। इसे शाहजहां के पोते व औरंगजेब के बेटे आजम शाह के निर्देशन में इस मकबरे का निर्माण कराया गया था, जिसे औरंगजेब की पत्नी व आजम शाह की मां मां दिलरास बानो बेगम की याद में बनवाया गया था। इसे 'भारत का दूसरा ताजमहल' भी कहा जाता है। इसे बनवाने में आगरा के ताजमहल से काफी कम पैसे खर्च हुए थे, इसलिए इसे 'गरीबों के ताजमहल' के नाम से भी जाना जाता है।
कब बनवाया गया था बीबी का मकबरा
कहा जाता है कि बीबी का मकबरा 1651-1661 ई. के बीच बनवाया गया था, जिसे बनवाने में 7 लाख रुपये का खर्च आया था। इसकी ऊपरी शिखर (गुंबद) को संगरमरमर से बनवाया गया है और बाकी हिस्से को बनाने में प्लास्टर से तैयार किया गया है, जिससे यह आगरा की ताजमहल की तरह ही दिखें। हालांकि अगर आपने कभी आगरा के ताजमहल को नहीं देखा है तो आप इस मकबरे को देखने के बाद इसके अंतर को नहीं बता पाएंगे। क्योंकि इस मकबरे की भी खूबसूरती किसी से कम नहीं है।
बीबी का मकबरा का आकर्षण
अगर आप भी बीबी का मकबरा घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इस मकबरे के अलावा आपको यहां पर खूबसूरत बगीचे, तालाब, फाउंटेन व झरने दिख जाएंगें, जो यहां के मुख्य आकर्षण में से एक है। इस परिसर के चारों ओर की दीवारें भी काफी ऊंची बनाई गई है, जिससे बाहर का व्यक्ति अंदर ना देख सके। इसके अलावा यहां एक खासा पाथ-वे भी नजर आएगा, जो शायद आपको आगरा के ताजमहल की याद दिला दे।
जाने का सही समय - किसी भी समय (गर्मी के सीजन में जाने से बचें)
कैसे पहुंचें बीबी का मकबरा
बीबी का मकबरा पहुंचने के लिए यहां का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट औरंगाबाद में ही है, जो देश के तमाम बड़े शहरों से जुड़ा है। यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन मनमाद रेलवे स्टेशन है, जो यहां से करीब 120 किमी. दूर है। इसके अलावा यहां तक आप राज्य के किसी भी शहर से बस के माध्यम से आ सकते हैं।