पश्चिम बंगाल भारत के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है जो उत्तर में हिमालय से दक्षिण में बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है। किसी समय यह ब्रिटिश औपनिवेशिक गतिविधियों का केंद्र था तथा यहाँ की वास्तुकला और प्राचीन इमारतों में इसके प्रमाण आज भी मिलते हैं। ज्ञात हो कि पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल पर्यटन में वृद्धि हुई है साथ ही यहां की पारंपरिक और आधुनिक संस्कृति का मिश्रण ही वो कारण है जिस वजह से यहां हर साल देश के अलावा दुनिया भर से पर्यटक छुट्टी मनाने आ रहे हैं।
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इसी क्रम में आज हम आपको अवगत कराने जा रहे हैं बीरभूम से साथ ही हम आपको इस आर्टिकल के जरिये ये भी बताएंगे कि बीरभूम में ऐसा क्या है कि आपको वहां छुट्टी मनाने अवश्य जाना चाहिए। बीरभूम जिला अपनी सीमाओं को झारखंड के साथ साझा करता है और इसे लाल मिट्टी की भूमि कहा जाता है। इस स्थान का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व होने के कारण, यह एक आकर्षक पर्यटन स्थल है।
ज्ञात हो कि यहां के टेराकोट्टा का काम भी विभिन्न शहरों में फैला हुआ है। यदि बात बीरभूम में पर्यटन की हो तो आपको बताते चलें कि, पौष मेला का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाता है। इस जिले के अन्य आकर्षणों में यहां का धार्मिक शहर तारापीठ भी काफी विख्यात है। पास में ही बाकरेश्वर है जो गर्म पानी का एक झरना है और दुबराजपुर को मंदिर का शहर कहा जाता है। तो अब देर किस बात की आइये जानें बीरभूम में क्या देख सकते हैं आप
बल्ल्भपुर वन्यजीव अभयारण्य
एडवेंचर और वाइल्ड लाइफ में रूचि रखने वाले, बीरभूम स्थित बल्लभपुर वन्यजीव अभयारण्य की यात्रा अवशय करें। इस वन्यजीव अभयारण्य में कई प्रकार के जीव - जन्तु पाएं जाते है। यहां ब्लैकबक्स, स्पॅाटेड हिरन जैसे विलुप्त जानवर भी देखने को मिल जाते है। इसके अलावा, लोमड़ी, भेडियां, कई सुंदर चिडियां भी देखने को मिलती है। एक कैजुअल हॉलीडे के लिए, यह अभयारण्य अच्छा स्थान है जहां पर्यटक शाम के समय अपने परिवार व बच्चों के साथ अच्छा समय बिता सकते है।
गीत संगीत
संगीत की दुनिया बहुत ही विस्तृत और बेहद विशाल है, और आज संगीत के माध्यम से प्यार का इजहार करने के बहुत सारे तरीके भी मौजूद हैं। बात अगर संगीत पर हो और ऐसे में हम लोक संगीत पर बात न करें तो फिर ये सारी बातें अधूरी रह जाती हैं। लोक संगीत में प्रेम की सच्ची भावना लाना अपने आप में एक कला है। अब यदि आपको इस कला का सम्पूर्ण आनंद लेना है तो बीरभूम की भूमि आपके ही लिए है।
केंडुली मेले के दौरान यहां के स्थानीय कलाकार आपका मन मोह लेंगे। आपको बता दें कि यहां मनाया जाने वाला केंडुली मेला एक ऐसा आयोजन है जो आज इस भीड़ भाड़ भरी ज़िन्दगी और हार्ड रॉक संगीत के दौर में असल संगीत, ऐसा संगीत जो आपका मन मोह ले का एहसास कराता है।
कैसे पहुंचे बीरभूम
यह शहर यातायात के सभी साधनों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। पर्यटक, बीरभूम तक बस, कार, या स्थानीय रिक्शा से आसानी से सैर कर सकते है।