लगभग 2000 साल से अधिक पुराना वडोदरा गुजरात का एक मह्त्वपूर्ण शहर है, जिसे बड़ौदा के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर विश्वामित्र नदी के तट पर स्थित है, इस नदी का नाम महर्षि विश्वामित्र के नाम पर पड़ा है। यह एक ऐतिहासिक शहर है, जो कई शासकों के प्रभाव क्षेत्र में रहा। मध्यकाल के दौरान यह भारत का एक महत्वपूर्ण औधोगिक केंद्र हुआ करता था।
यह प्राचीन शहर 1297 तक हिन्दू राजाओं के अधीन रहा। प्रारंभ में यह गुप्त साम्राज्य के अंतर्गत रहा, जिसके बाद यहां चालुक्य साम्राज्य का आगमन हुआ। हिन्दू राजाओं के अलावा यहां काफी समय तक मुस्लिम शासकों का भी राज किया ।
पर्यटन के लिहाज से यह शहर काफी ज्यादा मायने रखता है, आप यहां ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों के अलावा कई धार्मिक स्थलों के भी दर्शन कर सकते हैं। इस खास लेख में आज हम आपको वडोदरा के एक ऐसे अद्भुत शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने प्रकार का एक मात्र ही है।
भगवान शिव का ईएमई मंदिर
वडोदरा के इस अद्भुत शिव मंदिर का नाम है ईएमई मंदिर, जिसे दक्षिणामूर्ति मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक अद्भुत मंदिर है, जो भारतीय सेना के इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग समूह द्वारा बनाया गया था। आधुनिक वास्तुकला विशेषता के साथ यह मंदिर भगवान शिव के दक्षिणामूर्ति (प्रधान शिक्षक) रूप को समर्पति है। यह एक खास धार्मिक स्थल है, जो यह भारतीय सेना के द्वारा संचालित है। यहां सभी धर्मों के पवित्र प्रतीकों को शामिल किया है क्योंकि भारतीय सेना के पास अलग-अलग धर्मों के लिए अलग-अलग पूजा स्थल नहीं होते।
एल्यूमीनियम का बना यह मंदिर एक खूबसूरात गार्डन से घिरा है, जहां 6 वीं से 16 वीं शताब्दी के मध्य की 106 प्राचीन मूर्तियों का संग्रह मौजूद है। यहां श्रद्धालु मंदिर दर्शन के लिए आ सकते हैं, लेकिन मंदिर परिसर में फोटोग्राफी प्रतिबंधित है।
आने का समय
वडोदरा एक अर्ध शुष्क जलवायु वाला क्षेत्र है, इसलिए गर्मी के दौरान ईएमई मंदिर का भ्रमण उपयुक्त समय नहीं होगा, इस दौरान यहां अत्यधिक गर्मी पड़ती है। अगर आप मंदिर भ्रमण पूरे सुकून से से करना चाहते हैं, तो गर्मियों के अलावा किसी सी महीने यहां दर्शन के लिए आ सकते हैं। अच्छा होगा आप सितंबर से लेकर फरवरी के अंत के दौरान यहां भ्रमण के लिए आएं। यह मंदिर सुबह 6:30 से लेकर रात 8:30 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
क्यों आएं ईएमई मंदिर
ईएमई मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक अद्भुत मंदिर है, जो अपने प्रकार का एकमात्र ही है, इसलिए आपको यहां जरूर आना चाहिए। कई सारी बातें इस मंदिर को खास बनाने का काम करती हैं, यह मंदिर भारतीय सेना द्वारा बनाया गया है, जो न सिर्फ हिन्दू बल्की अन्य धर्मों के प्रतिकों का भी प्रतिनिधित्व करता है।
मंदिर की वास्तुकला काफी ज्यादा प्रभावित करती है। मंदिर का गुबंद इस्लामिक शैली में बनाया गया है। मंदिर के बगीचे में आप कई सारी प्राचीन मूर्तियों को देख सकते हैं। ये सारी बातें इस स्थल का खास साबित करने के लिए काफी हैं। कला प्रेमियों के साथ-साथ यह स्थल इतिहास प्रेमियों का स्वागत भी करता है।
कैसे करें प्रवेश
यह मंदिर गुजरात के प्रसिद्ध शहर वडोदरा में स्थित है, जहां आप परिवहन के तीनों मार्गों से पहुंच सकते हैं। हवाईयात्रा के लिए आप वडोदरा एयरपोर्ट का सहारा ले सकते हैं, जहां से आप कैब के सहारे मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
रेल यात्रा के लिए आप वडोदरा रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा अगर आप चाहें तो यहां सड़क मार्गो से भी पहुंच सकते हैं, शहर के किसी भी कोने से आप सड़क मार्ग के जरिए ईएमई मंदिर तक का सफर कर सकते हैं।