भारत विविधताओं का देश कहा जाता है। यहां के लोग अलग-अलग तरह का शौक रखते हैं। किसी धार्मिक स्थान पर घूमना पसंद होता होता है, तो किसी को ऐतिहासिक, कोई सांस्कृतिक तो कोई एडवेंचरस। अब जो लोग एडवेंचरस प्रवृत्ति के होते हैं, उनके लिए राफ्टिंग, स्काई डाइविंग जैसे तमाम प्रकार के खेल भी मौजूद है। उन्हें नदियां, झील, समुद्र खूब पसंद आते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, दक्षिण भारत में मौजूद कुछ चुनिंदा बांध के बारे में, जिसे देखना भी अपने आप में एक एडवेंचरस से कम नहीं होता।
श्रीशैलम बांध
श्रीशैलम बांध, आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में स्थित है, जो कृष्णा नदी पर बना एक जलविद्युत परियोजना है। इसमें 770 मेगावाट की बिजली उत्पादन की क्षमता भी शामिल है। श्रीशैलम परियोजना देश की 12वीं सबसे बड़ी क्षमता वाली जलविद्युत परियोजना है। यह 512 मीटर लंबा और 145 मीटर ऊंचा बांध है, जो नल्लामलाई पर्वत की एक गहरी खाई में बनाया गया है। इसका निर्माण कार्य 1960 में शुरू हुआ था और 1981 से इस बांध को पूरी तरीके से उपयोग में लाया गया। इस बांध से वर्तमान समय में करीब 2200 वर्ग किमी के क्षेत्र को पानी उपलब्ध कराया जाता है।
इडुक्की आर्क बांध
इडुक्की बांध, केरल के इडुक्की जिले में स्थित है, जो कुरूवनमाला तथा कुरूथिमाला पहाड़ियों के बीच पेरियार नदी पर बना हुआ है। यह दुनिया का दूसरा और एशिया का पहला आर्क बांध है। यह एक जल विद्युत बिजली स्टेशन है जोकि 5 नदियों, 20 अन्य बांधों, एक भूमिगत विद्युत जनरेटर और भूमिगत सुरंगों का गठन है। यह 550 फुट लंबा और 650 फुट चौड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस बांध के निकट ही इडुक्की वन्यजीव अभयारण्य भी है, जो यहां की खूबसूरती में चार-चांद लगाता है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसी जिले में चेरूथनी बांध भी स्थित है, जो चेरूथनी नदी पर बना हुआ है, जिसका भी नजारा पर्यटक ले सकते हैं।
सूपा बांध
सूपा बांध, कर्नाटक के कन्नड़ जिले में स्थित है, जो काली नदी पर बना है। इस बांध को हिंदुस्तान स्टील वर्क्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (HSCL) द्वारा बनाया गया है और इसे कर्नाटक पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड (KPCL) द्वारा संचालित किया जाता है। इस डैम का प्रयोग बिजली उत्पादन के लिए किया गया है। इसका निर्माण कार्य 1974 में शुरू हुआ था और यह 1987 में बनकर तैयार हो गया था। इस बांध की ऊंचाई 101 मीटर और लंबाई 332 मीटर है।
शोलयार बांध
शोलयार बांध, तमिलनाडु के कोयम्बटूर जिले में स्थित है, जो शोलयार नदी पर बना हुआ है। इस बांध की ऊंचाई 66 मीटर और चौड़ाई 430 मीटर है। इस बांध से 54 मेगावाट की बिजली उत्पादन भी की जाती है। इसे 1965 में शूरू किया गया था।
इदमलयार बांध
इदमलयार बांध, केरल के एर्नाकुलम जिले में स्थित है, जो इदमलयार नदी पर बना हुआ है और अनामलाई की पहाड़ियों के बीच स्थित है। यह बांध की ऊंचाई करीब 103 मीटर और चौड़ाई 373 मीटर है। इसका निर्माण कार्य 1970 में शुरू किया गया था और इसे 1985 में शुरू कर दिया गया था। इसे बनाने में करीब 540 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इसे केरल राज्य विद्युत बोर्ड (KSEB) की ओर से संचालित किया जाता है। इस बांध से 75 मेगावाट की बिजली उत्पादन भी की जाती है।