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भारत के टॉप 10 दिलकश और खूबसूरत मगर गुमनाम डेस्टिनेशंस

By Belal Jafri

प्रायः ट्रैवल या घूमना हम सभी को पसंद होता है, और देश जब भारत को तो घूमना और भी ख़ास होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां ऐसा बहुत कुछ है जिसकी कल्पना शायद ही एक ट्रैवलर ने कभी की हो। चूंकि भारत की सभ्यता और संस्कृति अपने में बेमिसाल है इस कारण आज भारत का शुमार विश्व के उन चुनिंदा देशों में है जहां हर साल देश दुनिया के पर्यटक आकर अपनी छुट्टियों को एन्जॉय करते हैं। आज एक तरफ जहां देश में कई ऐसे डेस्टिनेशन हैं जो बहुत पॉपुलर हैं तो वहीँ दूसरी तरफ देश में ऐसे डेस्टिनेशन भी हैं जिनके बारे में लोग कम ही जानते हैं।

इन अज्ञात डेस्टिनेशनों के बारे में आपको बता दें कि जहां ये बेहद खूबसूरत हैं तो साथ ही ये और शहरों के मुकाबले काफी सस्ते भी हैं। तो इसे क्रम में आज अपने इस आर्टिकल के जरिये हम आपको अवगत कराएंगे भारत के उन डेस्टिनेशनों से जिनके बारे में शायद ही आपने सुना हो। तो अब देर किस बात की आइये जानें इन खूबसूरत डेस्टिनेशनों के बारे में।

रोजरी चर्च

भारत के कई गुमनाम डेस्टिनेशनों में से एक शेट्टीहल्ली का रोजरी चर्च वो स्थान है जिसे एक पर्यटक को अवश्य देखना चाहिए। हेमावती नदी के किनारे मौजूद इस चर्च का निर्माण 1860 में फ्रेंच मिशनरीज द्वारा किया गया था। इस खूबसूरत चर्च की एक खासियत ये कि ये चर्च तब पानी में जल मग्न रहता है जब बाँध का पानी छोड़ा जाता है।

भीमबेटका में केव पेंटिंग

महाभारत के एक पौराणिक चरित्र भीम के नाम पर आधारित भीमबेटका भारत की प्राचीन गुफाओं में से एक है। मध्य प्रदेश के रायसेन में स्थित इन गुफाओं को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। यहाँ 600 से भी अधिक गुफाएं हैं जिनमें विभिन्न चित्र हैं। इन चित्रों में प्राचीन व्यक्तियों की दैनिक गतिविधियों को दर्शाया गया है।

मनुष्यों के चित्रों के अलावा कई गुफाओं में विभिन्न प्राणियों जैसे कि चीता, कुत्ता, छिपकली, हाथी, भैंस इत्यादि के रंगीन चित्र भी देखने को मिलते हैं। आपको बताते चलें कि इन चित्रों को बनाने में प्रयोग किये गये सभी रंग प्राकृतिक हैं। ये सभी रंग वानस्पतिक हैं एवं गुफाओं की भीतरी दीवार पर देखने को मिलते हैं।

लैत्लुम कैन्योंस

शिलांग स्थित लैत्लुम कैन्योंस भारत के प्राकृतिक आश्चर्यों में से एक है साथ ही इस स्थान का शुमार भारत के उन स्थानों में है जहां से एक पर्यटक को अद्भुत दृश्य दिखते हैं। गौरतलब है कि देश के उत्तर पूर्व में स्थित इन कैन्योंस के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं लेकिन जो लोग यहां गए हैं उनके लिए इस स्थान की यात्रा स्वर्ग सरीखा अनुभव है। यदि आपको ऊंचाई से डर लगता है तो हमारा सुझाव है कि आप इस स्थान की यात्रा न ही करें तो बेहतर है।

अनंतपुरा लेक टेम्पल

भारत की सबसे अनोखे स्थानों में शुमार केरल का अनंतपुरा लेक टेम्पल वो स्थान है जो एक ख़ास रहस्य के लिए जाना जाता है। बताया जाता है कि इस मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा एक 150 पुराने मगरमच्छ के हाथों में है जो पूर्णतः शाकाहारी है। हालांकि ये सुनने में थोडा अजीब है लेकिन सच जानने के लिए आप खुद केरल के इस मंदिर में आएं और जानें कि आखिर सच्चाई क्या है।

थोसेघर वॉटर फॉल

वॉटर फॉल चाहे कोई भी हो इन्होने हमेशा ही घूमने के शौक़ीन लोगों को अपनी तरफ आकर्षित किया है। आज देश में कई वॉटर फॉल हैं जहां हर रोज़ ही हज़ारों पर्यटक आते हैं लेकिन थोसेघर वॉटर फॉल एक ऐसा झरना है जिसके बारे में शायद ही लोगों ने सुना हो। महाराष्ट्र के सतारा से 20 किलोमीटर दूर स्थित ये खूबसूरत झरना अपने आप में बेमिसाल है। यदि आप सतारा में हों तो इस झरने की यात्रा अवश्य करें।

कास का पठार

हालांकि पर्यटन की दृष्टि से कास का पठार नया नहीं है मगर फिर भी ये स्थान काम पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इस पठार की ख़ास बात ये है कि यहां 850 अलग अलग प्रजातियों के फूल खिलते हैं। अक्टूबर से नवम्बर का समय इस पठार की यात्रा का सबसे अच्छा समय हैं। हमारा सुझाव है कि आप इस पठार की यात्रा अवश्य करें।

अश्वेम बीच

जैसे ही आप बीचों की कल्पना करते होंगे आपके दिमाग में गोवा के खूबसूरत नज़ारे आ जाते होंगे। एक बीच पर चाहे सूरज हो या रेत हो या फिर समुंद्र हमेशा ही एक पर्यटक इनकी तरफ आकर्षित हुआ है साथ ही एक पर्यटक के दिल में बीच पर जाने की तमन्ना अवश्य होती है। गोवा के उत्तर में स्थित अश्वेम बीच वो स्थान है जहां आपको अवश्य जाना चाहिए। ये बीच लोगों की भीड़ से अछूता और बेहद शांत है। हमारा सुझाव है कि आप इस बीच की यात्रा अवश्य करें।

सिबसागर

सिबसागर को शिवसागर के नाम से भी जाना जाता है। इसका शाब्दिक अर्थ होता है- भगवान शिव का समुद्र। असम की राजधानी गुवाहाटी से 360 किमी दूर स्थित सिबसागर इसी नाम के जिले का जिला मुख्यालय है। यह शहर करीब 100 साल तक अहोम साम्राज्य की राजधानी था, जिससे इसका विशेष ऐतिहासिक महत्व है। यहां 129 एकड़ का एक मानव निर्मित सिबसागर तालाब है, जिसके चारों ओर यह शहर बसा हुआ है।

द्रास

द्रास, जिसको 'लदाख का प्रवेश द्वार' भी कहा जाता है, जम्मू और कश्मीर के कारगिल जिले में स्थित है। यह शहर समुद्र तल से 3280 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसे साईबेरिया के बाद दूसरी सबसे ठंडी बसी हुई जगह माना जाता है। कारगिल से करीबन 62 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यह जगह जहाँ 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी, द्रास, एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।दाख के अलावा, द्रास कई लोकप्रिय हिल स्टेशन और जम्मू और कश्मीर के कई शहरों का प्रवेश द्वार भी है।

लाहौल

लाहौल, हिमाचल प्रदेश राज्‍य में भारत-तिब्‍बत सीमा पर स्थित जगह है। लाहौल और स्‍पीति पहले दो जिले थे, जिन्‍हे बाद में 1960 में एकीकृत कर दिया गया था। यहां के मूल निवासी गोरी त्‍वचा वाले और भूरी आंखो वाले होते हैं, जो तिब्‍बती वंश के होते हैं। इनमें से अधिकांश लोग बौद्ध धर्म और उसके रीति-रिवाज को मानते हैं।

भारत के खूबसूरत मगर गुमनाम डेस्टिनेशंस

यहां बोली जाने वाली भाषा लद्दाख और तिब्‍बत की है। मठों पर विशेष प्रार्थना ध्‍वज फहराता है जो इसकी खासियत है। यहां के सभी निवासियों का पूजा और आराधना में विशेष झुकाव होता है।

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