छत्तीसगढ़ भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है, जो अपनी वन और खनिज संपदा के लिए जाना जाता है। इस राज्य का गठन वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश से अलग कर के किया गया था। इतिहास पर प्रकाश डालें तो पता चलता है कि यह क्षेत्र कभी दक्षिण कोशल का हिस्सा हुआ करता था। वाल्मीकि रामायण में इस क्षेत्र के जंगलों, बीहड़ों और महानदी का उल्लेख किया गया है। भारतीय पौराणिक इतिहास की कई घटनाएं इस क्षेत्र से जुड़ी हैं।
यह राज्य प्राकृतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से काफी महत्व रखता है। कला-संस्कृति के क्षेत्र में भी इस राज्य का कोई जवाब नहीं। दूर दराज के पर्यटक यहां के वन्यजीव अभयारण्य, जलप्रपातों, पहाड़ियों और प्राचीन मंदिरों को देखने के लिए आते हैं। इस लेख में आज हम आपको छत्तीसगढ़ के खूबसूरत इंद्रावती वन्यजीव अभयारण्य के बारे में बताने जा रहे हैं,जानिए यह अभयारण्य आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है।
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान
PC-Grassjewel
छत्तीसगढ़ के बीजापुर स्थित इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान एक प्रसिद्ध नेशनल पार्क है। इस उद्यान का नाम यहां बहने वाली इंद्रावती नदी के नाम पर पड़ा है। यहां आपको जंगली भैसों की एक बड़ी आबादी देखने को मिलेंगी। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान राज्य के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में गिना जाता है, जहां की रोमांचक सैर का आनंद लेने के लिए दूर दराज से पर्यटकों का आगमन होता है। यह छत्तीसगढ़ के तीन खास टाइगर प्रोजेक्ट में भी गिना जाता है। यह आरक्षित वन क्षेत्र लगभग 2799.08 वर्ग कि.मी में फैला हुआ है, जहां आप वनस्पतियों, जंगली जानवरों और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों को देख सकते हैं। इंद्रावती 1975 में राष्ट्रीय उद्यान और 1983 में टाइगर प्रोजेक्ट की मानय्ता प्राप्त हुई थी। आगे जानिए इस राष्ट्रीय उद्यान से संबंधित महत्वपूर्ण बातें।
आने की सही समय
चूंकि यह छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है, इसलिए यहां पर्यटकों का आगमन लगा रहता है। ग्रीष्मकाल के दौरान यह क्षेत्र अत्यधिक उष्मा ग्रहण करता है, इसलिए आप यहां अक्टूबर से लेकर फरवरी के मध्य आ सकते हैं, इस दौरान यहां का मौसम काफी अनुकूल बना रहता है, और आप इस बीच अपने आनंद को दुगना कर सकते हैं।
वन्यजीवन
PC-Dibyendu Ash
यह राष्ट्रीय उद्यान उष्णकटिबंधीय नम और शुष्क पर्णपाती वनस्पतियों से घिरा हुआ है। आपको यहां टीक और बांस के पेड़ ज्यादा देखने को मिलेंगे। यह नेशनल पार्क विभिन्न जीव-जन्तुओं को सुरक्षित आश्रय प्रदान करने का काम करता है। जंगली जीवों में आप यहां बाघ, तेंदुआ, स्लोथ भालू, गीदड़ जंगली भैंस, गौर, नीलगाय, काल हिरण, सांभर, चितल, जंगली सूअर आदि को देख सकते हैं। इसके अलावा आप यहां मगरमच्छ, बड़ी छिपकली, रॉक पाइथन, कोबरा, वाइगर जैसे जीवों को भी देख सकते हैं। इन सब के अलावा आप यहां पक्षियों की भी कई प्रजातियों को देख सकते हैं। वन्यजीवन को करीब के देखने का यह उद्यान एक आदर्श विकल्प है।
कैसे करें प्रवेश
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान आप जगदलपुर के रास्ते आसानी से पहुंच सकते हैं। कुतरे नामक गांव इस राष्ट्रीय उद्यान का मुख्य प्रवेश बिंदु माना जाता है, जो जगदलपुर-भोपालपट्टनम रोड से 22.4 कि.मी की दूरी पर स्थित है। यहां का निकटवर्ती हवाईअड्डा रायपुर एयरपोर्ट है। रेल मार्ग के लिए आप जगदलपुर रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं।