पूर्वोतर भारत में सिक्किम एक बेहद ही खूबसूरत राज्य है।इतना ही नहीं यह राज्य भारत भारत की सबसे छोटी और कम से कम आबादी वाले राज्यों में से एक होने के लिए जाना जाता है। एक तरह से प्रसिद्ध मुहावरा है 'छोटा पैकेट बड़ा धमाल"।
विश्व की तीसरी सबसे ऊंची पर्वतचोटी कंचनजंगा (28156 फुट) यहां की सुंदरता में चार चांद लगाती है। सूर्य की सुनहली किरणों की आभा में नई-नवेली दुलहन की तरह दिखने वाली इस चोटी के हर क्षण बदलते मोहक दृश्य सुंदरता की नई-नई परिभाषाएं गढ़ते हुए से लगते हैं। मनुष्य की कल्पनाओं का सागर यहां हिलोरें मारने लगता है। हिमालय की गोद में बसे सिक्किम राज्य को प्रकृति के रहस्यमय सौंदर्य की भूमि या फूलों का प्रदेश भी कहा जाता है।
शिमला-कुफरी के बीच छुपा हिमाचल का खूबसूरत पर्यटन स्थल-फागू
यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती, संस्कृति, यहाँ के स्थानीय लोग सारी चीजें इतनी अलग और नई सी प्रतीत होती हैं जिनको देख आपके मन में कई सारे प्रश्न और कौतुहल उठने लगते हैं। और ऊपर से जब इतनी सारी विशेषताओं के बीच यहाँ किसी खास महोत्सव का आयोजन हो, तो वह सोने पे सुहागे की तरह होता है।
तो यहां है असली बाहुबली की महिष्मती..
जी हाँ, सिक्किम में हर साल अंतर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव का आयोजन किया जाता है।जो छोटे बच्चों से लेकर बड़े बूढ़ों के लिए भी किसी त्यौहार से कम नहीं होता। हर साल इस ज़बरदस्त महोत्सव का आयोजन कर सिक्किम हमें एक नए और मज़ेदार अनुभव का एहसास करने का शानदार मौका प्रदान करता है।
क्या है अंतर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव
जैसा कि आपको इस महोत्सव के नाम से ही पता चल रहा है, कि यह त्यौहार कितना मज़ेदार होगा। ऐसी चीजें जो आप अपनी ज़िन्दगी में एक बार ना एक बार ज़रूर करना चाहेंगे, उन सारी चीजों और एडवेंचर के भरपूर मज़े लेने के ज़बरदस्त मौके आपको यहाँ मिलेंगे।
कहाँ आयोजित होगा यह उत्साही महोत्सव?
अंतर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव गंगटोक में आयोजित किया जाता है और गंगटोक की सुंदरता, गुलाब, फर्न, अल्पाइन पौधों और पेड़ों की अनगिनत प्रजातियों के बारे में आप जान सकते हैं।तो अब आपको अंतर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव के आयोजित होने का स्थान तो पता ही चल गया है और इसके साथ ही आपने ज़रूर ही यह कल्पना कर ली होगी कि कितना खूबसूरत होगा इस महोत्सव का नज़ारा,कितना मनमोहक होगा।
कब से आयोजित होने वाला है अंतर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव?
अंतर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव 1 मई 2017 से शुरू हो चुका है जो अगले 1 महीने तक यानी 31 मई तक चलेगा। इसका मतलब यह है कि आप अभी से ही अपने और अपने दोस्तों और परिवार के लिए इस महोत्सव के टिकट बुक करना शुरू कर सकते हैं। जी हाँ, आप अभी से एडवांस में इसकी टिकट बुक करा सकते हैं,अगर आपने इन गर्मियों की छुट्टियों में कहीं घूमने का प्लान नहीं बनाया है तो तैयार हो जाइये देश के सबसे खास महोत्सव का हिस्सा बनने के लिए।
क्या होगा खास?
इस इंटरनेशनल फ्लॉवर फेस्टिवल में 600 से ज्यादा ऑर्किड की प्रजातियां, 240 प्रजातियां वृक्षों और फर्न और फूलों की विशेष प्रजातियां हैं को देखा जा सकता है। यह अंतर्राष्ट्रीय फूल महोत्सव सिक्किम सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है जो न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देता है, बल्कि जगह की प्रकृति की विविधता को भी उजागर करता है। फूलों की एक विस्तृत श्रृंखला को प्रदर्शित करने के अलावा, यहां आप पेड़ों और पौधों की विभिन्न प्रजातियों के बारे में भी जान सकते है।
फ़ूड फेयर
इंटरनेशनल फ्लॉवर फेस्टिवल के साथ यहां फ़ूड फेयर भी आयोजित किया जाता है, जहां आप पूर्वोतर भारत के खाने के साथ साथ तरह तरह के खाने का स्वाद चख सकते हैं।
एडवेंचर स्पोर्ट्स का ले सकते हैं मजा
यहाँ मज़ेदार खेलों के साथ-साथ आप प्रकृति के उस खूबसूरत और अद्भुत सौन्दर्य का एहसास कर पाएंगे जो आपने शायद ही कभी देखा हो या देख पाएंगे।
याक सवारी
अप यहां याक सवारी का भी मजा ले सकते हैं।
सिक्किम कैसे पहुंचें
हवाई मार्ग से
सिक्किम का अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है। सबसे पास का एयरपोर्ट पश्चिम बंगाल में बागडोगरा (सिलिगुड़ी के पास) है। जो सिक्किम की राजधानी गंगटोक से करीब 125 किलोमीटर दूर स्थित है। बागडोगरा दिल्ली और कोलकाता की नियमित उड़ानों से जुड़ा हुआ ह।
सड़क मार्ग से
भले ही सिक्किम राज्य हिमालय के निचले हिस्से में हो, यहां सड़कों का एक विस्तृत जाल बिछा है। सिक्किम को पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से से होते हुए भी पहुंचा जा सककता है। दार्जीलिंग, कलिमपोंग और सिलिगुड़ी गंगटोक और राज्य के अन्य शहरों से सीधे जुड़े हुए हैं। लेकिन मानसून में अक्सर भू-स्खलन की वजह से सड़क परिवहन में अस्थायी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
रेल मार्ग से
सिक्किम में रेल नेटवर्क नहीं है। सबसे पास का रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी (सिलिगुड़ी के पास) है, जो गंगटोक समेत पूर्वोत्तर के कई बड़े शहरों से जोड़ता है। इसके अलावा भारत में भी सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों- कोलकाता, दिल्ली से यह अच्छे-से जुड़ा है।
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