अपने अंदर छुपे डर को जीतने और एडवेंचर के शौक़ीन लोगों के लिए हमेशा ही कुछ खेल कौतूहल का विषय रहे हैं। प्रायः ये देखा गया है कि एडवेंचर का शौक़ीन व्यक्ति हमेशा से ही कुछ अलग करना चाहता है और इसी के चलते वो कई बार ऐसी गतिविधियों में लिप्त हो जाता है जिसकी कल्पना एक आम आदमी नहीं कर सकता।तो इसी क्रम में आज हम अपने इस आर्टिकल के जरिये आपको अवगत कराने जा रहे हैं भारत में कायकिंग और कायकिंग डेस्टिनेशनों से।
ज्ञात हो कि आज कायकिंग का शुमार उन एडवेंचर के खेलों में है जिसे कम ही लोग खेलते हैं मगर अब ये धीरे धीरे आम लोगों के बीच पॉपुलर हो रहा है। गौरतलब है कि आज भारत का शुमार विश्व के उन डेस्टिनेशंस में है जहां हर एक व्यक्ति के लिए कुछ न कुछ अवश्य है और आज एडवेंचर खेलों के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ विश्व के एडवेंचर के शौकीनों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है।
तो अब देर किस बात की आइये जाना जाए कि भारत में वो कौन कौन से डेस्टिनेशंस हैं जहां आप कायकिंग के लिए जा सकते हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी
यदि आप वाकई एडवेंचर खेलों के शौक़ीन हैं और बार बार डर से लड़ाई करके उसपर जीत हासिल करना आपके जीवन का अभिन्न अंग है तो आप ब्रह्मपुत्र नदी में कायकिंग अवश्य करें। ज्ञात हो कि ब्रह्मपुत्र का शुमार भारत की प्रमुख नदियों में है। यह तिब्बत, भारत तथा बांग्लादेश से होकर बहती है। ब्रह्मपुत्र का उद्गम तिब्बत के दक्षिण में मानसरोवर के निकट चेमायुंग दुंग नामक हिमवाह से हुआ है। इसकी लंबाई लगभग 2700 किलोमीटर है। इसका नाम तिब्बत में सांपो, अरुणाचल में डिहं तथा असम में ब्रह्मपुत्र है। आपको बता दें कि यहां आप कायकिंग तभी करें जब आपने पहले कायकिंग का कुशल प्रशिक्षण लिया हो।
सुबनसिरी नदी
सुबनसिरी नदी, ब्रह्मपुत्र नदी की एक सहायक नदी है जो चीन, तिब्बत के अलावा असम और अरुणाचल प्रदेश में बहती है। यदि आपको इस नदी में कायकिंग करनी है तो आपको अपनी कायकिंग यात्रा की शुरुआत नाचो से करनी होगी जहां से आप सोनाला तक कायकिंग करते हुए जा सकते हैं। इसके अलावा आप तलिहा और सिप्पी में भी कायकिंग कर सकते हैं । आपको बताते चलें कि सुबनसिरी नदी में भी कायकिंग आसान नहीं है यहां भी कायकिंग के लिए आपको कुशल प्रशिक्षण लेना होगा।
ऋषिकेश
ऋषिकेश, जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, देहरादून जिले का एक प्रमुख तीर्थस्थान है। पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित इस स्थान का हिन्दू समुदाय में बहुत अधिक धार्मिक महत्व है। प्रतिवर्ष, पूरे देश भर से भारी संख्या में पर्यटक इस स्थान के धार्मिक स्थलों, महान हिमालय को देखने तथा गंगा नदी में डुबकी लगाने आते हैं। हिमालय की तलहटी में स्थित ऋषिकेश कई हिन्दू देवी-देवताओं का घर है। तीर्थयात्रियों के अलावा यह स्थान साहसिक गतिविधियों में रुचि रखने वाले लोगों को भी आकर्षित करता है। आपको बता दें कि रिवर राफ्टिंग के लिये ये स्थान एक आधार है। जहां पेशेवरों की देखरेख में आप जल क्रीड़ा का आनन्द ले सकते हैं।
काली नदी
यदि आप शौकिया और कम जोखिम में कयाकिंग का लुत्फ़ लेना चाहते हैं तो कर्नाटक स्थित काली नदी आपके लिए एक आदर्श गंतव्य है। जहां बिजली उत्पादन के लिए बहुत से बाँध बने हैं। इस नदी का उद्गम स्थल पश्चिमी घाट में है और यह पश्चिम की ओर बहती हुई करवर नामक कस्बे के निकट अरब सागर में मिल जाती है। नदी मुख्यतः उत्तरी कनार जिले से होकर बहती है। इस नदी की सहायक नदियाँ हैं, ऊपरी कनेरी और तत्थीहल्ला।यह नदी उत्तरी कनार जिले में 4 लाख लोगों की जीवनरेखा है और कई हज़ार अन्य लोगों, जिनमें करवर तट के मछुआरे भी हैं, के लिए यह नदी जीविका का साधन है।
जंस्कार नदी
यदि आप ऐसे नज़ारों के बीच कायकिंग करना चाहते हैं जो आपने पहले कभी न देखें हों तो आप कारगिल के पास स्थित जंस्कार नदी में कायकिंग को ज़रूर अंजाम दें। यहां जहां एक तरफ आप प्रकृति को उसके सर्वोत्तम रूप में देख सकते हैं तो वहीं दूसरी तरफ आप वो यादगार पल प्राप्त कर सकते हैं जिसकी कल्पना शायद ही आपने की हो। चूंकि ये नदी भी काफी ऊबड़ खाबड़ है तो ध्यान रहे कि जब आप यहां कायकिंग के लिए आ रहे हों तो आपने कुशल प्रशिक्षण प्राप्त किया हो।