आदियोगी, दुनिया की सबसे बड़ी भगवान शिव की प्रतिमा में से एक है। यह कोयंबटूर शहर के बाहरी इलाके में ईशा योग फाउंडेशन में स्थित है, जो 112 फीट ऊंची है। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दुनिया का सबसे ऊंचा मूर्ति होने का खिताब प्राप्त है। इसकी डिजाइन भी ईशा फाउंडेशन के संरक्षक आदिगुरु ने ही बनाई थी और उन्होंने इस प्रतिमा को बनवाया।
8 महीनों में तैयार की गई इस प्रतिमा का वजन 500 टन के आसपास है, जिसे स्टील और विभिन्न धातुओं से मिलाकर बनाया गया है। यहां आपको एक नंदी प्रतिमा भी देखने को मिलेगी, जो काफी बड़ी है। इसका वजन 20 टन के आसपास है। इसे देखने के लिए हर रोज हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
बैंगलोर से आदियोगी तक का सफर
1. ट्रेन से कोयम्बटूर पहुंचें...
अगर आप बैंगलोर के आसपास रहते हैं तो पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का यूज करके काफी कम बजट में आदियोगी का सफर पूरा कर सकते हैं। इसके लिए कोशिश करें कि पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन ही उपयोग में लें। यह काफी सस्ता होता है। इसके लिए बैंगलोर से कोयम्बटूर के लिए ट्रेन का सफर करें और जिसके लिए आपको करीब 250 रुपये (स्लीपर कोच) के आसपास लगेंगे और 7-8 घंटों में आप आदियोगी पहुंच जाएंगे। इसके अलावा आप बस से भी कोयम्बटूर तक जा सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको करीब 800 चुकाने होंगे।
2. कोयम्बटूर स्टेशन से आदियोगी के लिए बस लें...
कोयम्बटूर स्टेशन पहुंचने के बाद आप आदियोगी तक जाने के लिए बस का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो करीब 40 रुपये के आसपास है। इसके अलावा अगर आप ऑटो या कैब करते हैं तो आपको 700 से लेकर 1200 तक देने पड़ सकते हैं। स्टेशन से आदियोगी तक पहुंचने में आपको महज एक घंटे का समय लगेगा और आप आदियोगी पहुंच जाएंगे।
3. आराम करने के लिए होटल भी ले सकते हैं...
अगर आप फ्रेश होना चाहते हैं या थक गए हैं तो आप होटल का भी सहारा ले सकते हैं। इसके लिए आपको 1000 रुपये के आसपास लगेंगे। फ्रेश होकर थोड़ा आराम और फिर निकल पड़िए आदियोगी देखने...।
4. आदियोगी और आसपास की शानदार जगहों का आनंद लें...
आदियोगी की खूबसूरती को देखना और अपने कैमरों में कैद करना यह सब आप यहां आने के बाद कर सकते हैं। यहां कई पर्यटक फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करने आते हैं। इन दिनों पर बनाए गए कई रील्स भी वायरल हो रहे हैं। आसपास में भी घूम सकते हैं।
3000 रुपये से भी कम में आदियोगी की सैर
ऐसे में अगर आप देखेंगे तो यह सफर महज 3000 रुपये से भी कम में पड़ेगा। वहीं, अगर आप बस लेते हैं तो यह ट्रिप आपको करीब 5000 रुपये में पड़ेगी तो किस बात के लिए आप देर कर रहे हैं... निकल पड़िए आदियोगी के दर्शन के लिए और देख आइए ईशा फाउंडेशन की बेहद खूबसूरत कलाकारी को..। कहा जाता है कि इस प्रतिमा को 112 फीट ऊंचा इसलिए बनाया गया है क्योंकि यह ऊंचाई मानव तंत्र में 112 चक्रों का प्रतिनिधित्व करती है।