में स्थित हिमाचल प्रदेश " loading="lazy" width="100" height="56" />उत्तर भारत में स्थित हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के अंजान, प्रकृति की गोद में बसे गाँव!
ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों, वादियों से घिरा प्रकृति का मनोरम दृश्य लोगों के मन में एक अलग एहसास जगाता है। जहाँ नज़र घुमाओ वहीं प्रकृति की खूबसूरती एक नए नज़रिये से देखने को मिलती है।
खूबसूरत हसीन वादियों से घिरा है हिमाचल प्रदेश
इसी क्रम में हम आज के लेख में आपको हिमाचल प्रदेश की कुछ बेहद खूबसूरत घाटियों से रूबरू कराने जा रहे हैं..घाटियों और पहाड़ों में छुपी हुई खूबसूरती का पता लगाना सबसे रोमांचक होता है। प्रकृति की हर पारिस्थितिक तंत्र की अपनी-अपनी खूबसूरती होती है जिनका अनुभव भी सबसे अलग-अलग और खूबसूरत होता है।
स्पीती घाटी
लाहुल-स्पीति की हसीन वादियां यहाँ सैलानियों को आने को मजबूर कर देती हैं। यहाँ पर्यटकों के लिए दर्शनीय स्थलों के भण्डार हैं। जहाँ नज़र उठाओ वहां आपको खूबसूरत नज़ारे ही नज़र आएंगे। हिमखंडों से घिरी आकर्षक झीलें, आसमान छोटे पर्वतों के शिखर, ठंडी हवा के झौंके और चारों हरी-भरी हरियाली यह सब लाहुल-स्पीति को पर्यटक स्थलों में नया मुकाम दिलाते हैं। स्पीती का मतलब "मिडल लैंड" क्योंकि यह जगह भारत और तिब्बत के पास स्थित है। यह क्षेत्र एक रेगिस्तान पहाड़ी घाटी है और जोकि प्राचीन मठों की प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यह इलाका कितना निर्जन है और यहां रहना कितना मुश्किल है। स्पीती की यात्रा तब तक पूरी नहीं होती, जब तक आप यहां के प्राचीन मठों की सैर ना करें।यहां आप ट्रैकिंग के साथ बाइकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। इतना ही नहीं लाहुल से दुनिया का सबसे ऊंचा हाईवे गुजरता है। जो कि लाहुल को विश्व में अलग पहचान दिलाता है।PC: Simon
पार्वती घाटी
पार्वती घाटी कसोल में पार्वती नदी के पास स्थित है..इस कारण इसे पार्वती घाटी के नाम से जानते हैं...यह घाटी अपने अद्भुत सौन्दर्य के लिए पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है...यहां पूरे साल पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है।ये घाटी ट्रेकिंग के लिए खासा प्रसिद्ध है।PC:Alok Kumar
किन्नौर घाटी
हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत घाटी है किन्नौर, जिसके नयनाभिराम सौन्दर्य से कोई भी पर्यटक सम्मोहित हुए बिना नहीं रह सकता।ऊंचे-ऊंचे पहाडों और हरे-भरे पेडों से घिरा यह क्षेत्र ऊपरी, मध्य और निचले किन्नौर के भागों में बंटा हुआ है। यहां पहुंचने का मार्ग दुर्गम होने के कारण यह क्षेत्र बहुत लंबे समय तक पर्यटकों से अछूता रहा है, लेकिन अब साहसिक और रोमांचप्रिय पर्यटक यहां बडी संख्या में आने लगे हैं। प्राकृतिक द्श्यावली से भरपूर इस ज़िले की सीमा तिब्बत से सटी हुई है, जो इसे सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनाती है।पहाडों और जंगलों के बीच कलकल ध्वनि से बहती सतलुज और स्पीति नदियों का संगीत यहां की सुंदरता में चार चांद लगा देता है।PC:Sumita Roy Dutta
कांगड़ा घाटी
कांगड़ा घाटी हमारे देश की सुंदरतम घाटियों में से एक है। वहां की सुरम्य वादियां प्रकृति की गोद में समाई लगती हैं। हवाओं के साथ हिलते वृक्ष स्वागत में बांहें पसारे प्रतीत होते हैं। ढलानों पर दिखते चाय बागान किसी हरे आंचल की मानिंद नजर आते हैं। वहां की आबोहवा स्वास्थ्य के अनुकूल महसूस होती है। धौलाधार रेंज और शिवालिक रेंज के बीच कांगड़ा घाटी में बसे इस शहर से बाणगंगा धारा दिखाई देती है।pc:ChanduBandi
हब्बान घाटी
हब्बान घाटी वास्तविक प्राकृतिक आनंद व एकांत के मतवालों के लिए एकदम परफेक्ट जगह है।आप हाब्बन में हैं तो सेब के बगीचे से जाकर सेब का रसपान जरुर करें। हाब्बन से 2 किमी दूर रितबशिवपुर, जहां आप सेब के बगीचों के ताजे ताजे सेब का लुत्फ उठा सकते हैं। हाब्बन में सेब, आडू,अखरोट , प्लम नाशपत्ती बब्बूकोशा आदि पाए जाते हैं..जिस कारण इस भारत का टोकरा भी कहा जाता है।
सोलांग घाटी
सोलांग घाटी मनाली की प्रसिद्ध और नामीगिरामी पर्यटन स्थल है। 300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह घाटी पर्यटकों के कौतूहल को बढ़ा देती है। इस घाटी को स्नो प्वांइट के नाम से भी जाना जाता है। यह व्यास कुंड और सोलांग घाटी के बीच में ही स्थित है।यहां एक मंदिर भी है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर पहाडी की चोटी पर स्थित है जिसमें साल में हजारों पर्यटक आकर दर्शन करते हैं।
PC:Gayatri Priya
सांगला घाटी
बस्पा घाटी के रूप में मशहूर सांगला घाटी कैम्पर्स और हाईकर्स के बीच खासा लोकप्रिय है। यह जगह किन्नौर के आदिवासी समुदाय का घर है, साथ ही इस घाटी में प्राचीन मठों और मंदिरों को भी देखा जा सकता है।
PC: Aadrash Bhandari
कुल्लू घाटी
कुल्लू, 'देवताओं की घाटी', हिमाचल प्रदेश के राज्य में एक खूबसूरत जिला है। घाटी का यह नाम इसलिये पड़ा क्योंकि यह विश्वास है कि एक समय कई हिंदू देवी, देवताओं और दिव्य आत्माओं के लिए घर था। ब्यास नदी के तट पर 1230 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यह अपने शानदार प्राकृतिक वातावरण के लिए जाना जाता है। यह कहा जाता है कि जब भारत ने 1947 में अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की तब तक यह क्षेत्र दुर्गम था। गर्मियों में घूमने के लिये यह सुंदर स्थान खड़ी पहाड़ियां, देवदार के जंगलों, नदियों, और सेब के बगीचे के साथ घिरा है और इसकी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनिया भर से पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है। इसके अलावा, कुल्लू अपने प्राचीन किलों, धार्मिक स्थलों, वन्यजीव अभयारण्यों और बांधों के लिए भी प्रसिद्ध है।PC: Ryan