अगर आप सच में भारत को जानना चाहते हैं, तो गांवों की यात्रा करें। भारत में हजारों गांव हैं जिनकी यात्रा करना नामुमकिन है।
इसलिए आज हम आपको ऐसे गांवो के बारे में बताएंगे जो बाकी की तुलना में थोड़ा अधिक विशेष हैं। यह हैं भारत के कुछ सबसे दिलचस्प और असामान्य गांव।
मत्तूर गांव, कर्नाटक
कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले में स्थित एक गांव मत्तूर, जहां अधिकांश निवासी संस्कृत भाषा का उपयोग करते हैं। भले ही कर्नाटक की आधिकारिक भाषा कन्नड़ है, लेकिन इस गांव के निवासी संस्कृत भाषा बोलते हैं। आपको बता दें संस्कृत एक प्राचीन भारतीय भाषा है, जो अब सक्रिय रूप से बोली जाने वाली भाषा नहीं है।
लोंगवा गांव, नागालैंड
लोंगवा गांव नागालैंड के मोन जिले में स्थित है। यह राज्य के सबसे बड़े गांवों में से एक है। बता दें ग्राम प्रधान का घर, जिसे अंग या राजा के नाम से भी जाना जाता है, भारत और म्यांमार के सीमा पर स्थित है। यदि आप अंग के घर में हैं, तो आप एक ही समय में म्यांमार और भारत में हो सकते हैं। साथ ही इस गांव के निवासियों के पास दोहरी नागरिकता है।
बड़वां कला गांव, बिहार
2017 में 50 साल के लंबे समय के बाद, बड़वां गांव में बारात समारोह था, यानि 50 साल बाद यहां शादी हुई। 2017 तक गांव में कोई शादियां नहीं हुईं। इस गांव को स्नातकों के गांव के रूप में जाना जाता था। आपको बता दें 2017 से पहले, बड़वां गांव तक पहुंचने का एकमात्र तरीका 10 किमी का ट्रेक था। इसने कई दुल्हनों और उनके परिवारों को विचलित कर दिया, लेकिन ग्रामीणों ने लंबे समय के बाद 2017 में यहां ग्रामिणों ने एक सड़क खोद दी जिससे शादी संभव हो गई।
शनि शिंगणापुर गांव, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र का शनि शिगनापुर गांव बिना दरवाजे वाले गांव के रूप में लोकप्रिय है। यहां के निवासी हिंदू देवता शनि के सच्चे आस्तिक हैं। निवासियों का मानना है कि जो कोई भी इस गांव में किसी अन्य व्यक्ति को नुकसान पहुंचाएगा, उस पर शनि देव का प्रकोप होगा।