उत्तराखंड स्थित भीमताल एक लेक सिटी है, जिसका नाम महाभारत के सबसे बलशाली पात्र भीम के नाम पर पड़ा है। समुद्र तल से लगभग 1,370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भीमताल अपनी खूबसूरत झील(भीमताल) के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। नैनीताल के नजदीक होने के कारण इसे काफी प्रसिद्धी हासिल है। पहाड़ी सुंदरता से सराबोर यह स्थल एक आरामदायक अवकाश बिताने के लिए आदर्श विकल्प है। नए-नवेले जोड़े शादी के बाद हनीमून के लिए यहां आना ज्यादा पसंद करते हैं।
पर्यटन के लिहाज से यहां हर तरह की विलासितापूर्ण सुख-सुविधा उपलब्ध है। अगर आप इन गर्मियों के बीच सुकून का कुछ समय प्रकृति के साथ बिताना चाहते हैं तो यहां की सैर का प्लान बना सकते हैं। इस लेख के माध्यम से जानिए भीमताल अपने विभिन्न स्थलों के साथ आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है।
भीमताल लेक
भीमताल भ्रमण की शुरूआत आप यहां के सबसे मुख्य आकर्षण भीमताल झील से कर सकते हैं। इस लेक की वजह से ही यह पूरा इलाका जाना जाता है। इस झील की भौगोलिक स्थित और इसकी खूबसूरती को देख कश्मीर की डल झील की छवि सामने आती है।
नैनीताल भ्रमण पर निकले सैलानी यहां आना बहुत पसंद करते हैं। यह खूबसूरत झील चारों तरफ से पहाड़ों और प्राकृतिक परिवेश से घिरी हुई है। आप झील में नौकायन का रोमांचक आनंद भी उठा सकते हैं। आगे जानिए भीमताल के अन्य खास स्थलों के बारे में।
विक्टोरिया बांध
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भीमताल झील के पास स्थित विक्टोरिया बांध यहां के चुनिंदा खास आकर्षणों में गिना जाता है। यह स्थल सैलानियों के शांति और आराम का अनुभव कराता है, इसलिए यहां सैलानी आना पसंद करते हैं। यह एकइको फ्रेंडली जगह है जो अपने फूलों के बागानों के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। हरे-भरे परिदृश्य के साथ यह स्थल काफी हद तक पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने का काम करता है।
आप यहां सुकून भरी चहलकदमी का आनंद ले सकते हैं। भीमताल की सैर के दौरान इस बांध का भ्रमण एक आदर्श विकल्प है।
भीमेश्वर महादेव मंदिर
प्राकृतिक स्थलों के अलावा आप यहां धार्मिक स्थलों की सैर का भी प्लान बना सकते हैं। भगवान शिव को समर्पित भीमेश्वर महादेव मंदिर यहां के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों में गिना जाता है। पौरामिक किवदंतियों के अनुसार कभी इस स्थल पर महाभारत के बलशाली पात्र भीम का आगमन हुआ था, कहा जाता है कि जब भीम यहां पहाड़ों पर चढ़ रहे थो तो तभी उन्हे आकाशवाणी सुनाई दी, उसमें भीम से कहा गया कि अगर वो चाहते हैं कि आगे आने वाली पीढ़ी उन्हें जन्मों तक याद रखे तो उसे यहां एक शिव मंदिर का निर्माण करना पड़ेगा।
शिवभक्त भीम ने तब जाकर यहां एक शिव मंदिर का निमार्ण किया। इसलिए यहां महादेव के साथ भीम का भी नाम आता है।
कारकोटक मंदिर
यहां के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में आप नागों के देवता को समर्पित कारकोटक मंदिर के दर्शन का प्लान बना सकते हैं। यह धार्मिक स्थल एक तीर्थस्थान भी है, इसलिए यहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। धार्मिक और अतीत में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह स्थान काफी ज्यादा मायने रखता है।
मंदिर की भौगोलिक स्थित काफी खास है, जहां आप आसपास फैली प्राकृतिक खूबसूरती का भी आनंद उठा सकते हैं। भीमताल भ्रमण के दौरान आप यहां की यात्रा कर सकते हैं।
एक्वेरियम, भीमताल
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उपरोक्त स्थानों के अलावा आप भीमताल में प्रसिद्ध एक्वेरियम को भी देख सकते हैं। यह मछलीघर भीमताल लेक पर ही बना हुआ है, जहां आप मछलियों की विभिन्न प्रजातियों को देख सकते हैं। यहां आपको जलपान के लिए कुछ रेस्तरां भी दिख जाएंगे।
यह एक शानदार जगह है जहां एक छोटे द्वीप पर बना है, जहां आप बोट के जरिए आसानी से पहुंच सकते हैं। भीमताल से आपको यहां तक के लिए बोट मिल जाएंगी। एक अगल अनुभव के लिए आप इस स्थल को अपनी यात्रा डायरी का हिस्सा बना सकते हैं।