पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के निकट स्थित हुगली भारत का एक प्राचीन शहर है। इतिहास से जुड़े पन्ने बताते हैं कि इस शहर की स्थापना 1500 दशक में पुर्तगालियों ने की थी, जिसके बाद यह प्राचीन स्थल मुगलों और अंग्रेजों के अधीन आया। शहर की भौगोलिक स्थित के कारण यह शहर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का एक महत्वपूर्ण केंद्र बना, जिसे भारत में अंग्रेजी हुकूमत के उदय के रूप मे देखा जाता है।
इन सब के अलावा हुगली धार्मिक परंपराओं और गतिविधियों के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करीब 20 छोटे-बड़े मंदिरों से घिरा हुआ है। ऐतिहासिक और धार्मिक यात्रा के लिए हुगली एक आदर्श स्थान है। आप यहां औपनिनिवेशिक कलाकृतियों के साथ लजीज बंगाली व्यजनों का भी आनंद ले सकते हैं।
तारकेश्वर मंदिर
PC- Sankha Karfa
ऐतिहासिक स्थल हुगली भ्रमण की शुरूआत आप यहां के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल तारकेश्वर मंदिर से कर सकते हैं। तारकेश्वर मंदिर देवो के देव महादेव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है, जहां रोजाना दर्शन के लिए भक्तों का भारी जमावड़ा लगता है। यह पश्चिम बंगाल के उन स्थानों में से एक है जहां साल भर श्रद्धालुओं का आवागमन लगा रहता है।
बाबा तारकेश्वर के दर्शन करने का सही समय मानसून का मौसम है, इस दौरान यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। यह प्राचीन मंदिर पौराणिक मूल्यों से जुड़ा हुआ है, माना जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मुराद जरूर पूरी होती है।
श्री रामकृष्ण मठ
PC-Ramnath Bhat
प्रमुख धार्मिक स्थलों में आप श्री रामकृष्ण मठ की आध्यात्मिक सैर का भी आनंद ले सकते हैं। श्री रामकृष्ण मठ की स्थापना स्वामी विवेकानंद ने की थी, जिसे बेलूर मठ के रूप में भी जाना जाता है। यह पवित्र मठ हुगली नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है, जो भारत की धार्मिक खूबसूरती का भली भांति चित्रण करता है। दैवीय वातावरण के साथ इस स्थान की वास्तुकला बहुत हद तक सैलानियों को प्रभावित करने का काम करती है।
जहां आप हिन्दू पौराणिक और इस्लामिक वास्तुकला का प्रभाव देख सकते हैं। श्री रामकृष्ण मठ बंगाल भारत के चुनिंदा सबसे खास आध्यात्मिक केंद्रों में गिना जाता है, जहां की यात्रा आपको जरूर करनी चाहिए।
हुगली इमामबाड़ा
PC- Shibalik13
हुगली के ऐतिहासिक स्थलो में आप खूबसूरत हुगली इमामबाड़ा की सैर का आनंद ले सकते हैं। दो मंजिला इस विशाल इमारत को वर्ष 1861 में शासक हजी मोहसिन ने बनवाया था। यह प्राचीन आकर्षक संरचना गंगा नदी के किनारे स्थित है और इस्लाम के अनुयायियों का प्रमुख धार्मिक केंद्र मानी जाती है।
नक्काशीदार दीवारें, प्रवेश द्वार पर बड़े खंभे और एक प्राचीन घड़ी टावर इस धार्मिक स्थान के सबसे आकर्षक बिंदु हैं। प्राचीन इमारत के उत्तर में एक मस्जिद और दक्षिणी तरफ संस्थापक हजी मोहसिन की कब्र मौजूद है।
हंगेश्वरी मंदिर
PC- Ajit Kumar Majhi
हुगली के खास धार्मिक स्थानों में आप प्रसिद्ध हंगेश्वरी देवी मंदिर के दर्शन का प्लान बना सकते हैं। मां काली को समर्पित यह मंदिर हुगली के पास के गांव बंसबरिया में स्थित है। धार्मिक महत्व के कारण यह मंदिर भारतीय वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है। हैंगेश्वरी मंदिर में लगभग 14 टावर हैं जो एक कमल के आकार के रूप में जाने जाते हैं।
मंदिर की खूबसूरती को करीब से देखने के लिए यहां श्रद्धालुओं के साथ-साथ सैलानी भी आते है। यदि हुगली शहर के आध्यात्मिक पहलु को समझना चाहते हैं, तो इस खास स्थल की सैर का प्लान जरूर बनाएं।
बैंडेल चर्च
PC- Grentidez
उपरोक्त स्थानों के अलावा आप भारत के सबसे प्राचीन चर्चों में से एक बैंडेल चर्च की सैर का प्लान बना सकते हैं। पश्चिम बंगाल की प्राचीन विरासत के रूप में मौजूद इस चर्च का निर्माण 1600 ईसा पूर्व में कराया गया था। इस चर्च को पुर्तगाली आक्रांताओं के मार्गदर्शन में बनवाया गया था जो राज्य में ईसाई धर्म के प्रमुख केंद्रों में गिनी जाती है।
हिमाचल प्रदेश : गर्मियों में ठंड का एहसास चाहिए तो पहुंचे कुफरी