पेन्ना नदी के नजदीक स्थित कडपा आंध्र प्रदेश का एक प्राचीन शहर है, जो अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए ज्यादा जाना जाता है। खास भौगोलिक स्थित के कारण यहां सैलानी ज्यादा आना पसंद करते हैं। यह शहर पालकोंडा और नल्लम पहाड़ियों से घिरा है।
इस ऐतिहासिक शहर ने कई साम्राज्यों को बसते-उजड़ते देखा है, इसलिए यहां की संस्कृति भी विविध है। आज भी यहां उस दौरान बनाई गईं कई प्राचीन संरचनाओं को देखा जा सकता है। इस लेख के माध्यम से जानिए पर्यटन के लिहाज से कडपा आपके लिए कितना खास है, जानिए यहां के चुनिंदा शानदार स्थलों के बारे में।
गांडीकोटा का किला
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कडपा भ्रमण की शुरुआत आप यहां के प्राचीन गांडीकोटा फोर्ट से कर सकते हैं। 13 शताब्दी के दौरान बनाया गया यह किला यहां का प्रसिद्ध आकर्षणों में गिना जाता है। किले की वास्तुकला विजयनगर और कुली कुतुब शाही शैली से प्रभावित है। यह किला भारत के चुनिंदा सबसे विशाल किलों में गिना जाता है, जिसे देखने के लिए दूर-दराज से पर्यटक आते हैं।
खासकर इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह काफी ज्यादा मायने रखता है। यह स्थल अपनी चट्टानी घाटी के लिए भी जाना जाता है, जिसे देखना यहां आने वाले सैलानियों को बहुत ज्याद पसंद है। गहरी घाटी और पहाड़ी परिदृश्य के साथ यह किला बहुत ही आकर्षक नजर आता है।
बेलम गुफा
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जैसा की आपको बताया गया कि यह स्थल ऐतिहासिक रूप से काफी समद्ध है, यहां आपको प्राचीन किलों के अलावा प्राचीन गुफाएं भी देखने को मिलेंगी। यहां कई हजार साल पुरानी एक गुफा भी है जो अपने साहसिक अनुभव के लिए जानी जाता है। बेलम नाम से प्रसिद्ध यह गुफा भारी संख्या में पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है।
3229 मीटर लंबाई के साथ यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी गुफा है। इस गुफा को एक ब्रिटिश शोधकर्ता ने 1884 में ढूंढा था। एक रोमांचक अनुभव के लिए यह गुफा काफी ज्यादा मायने रखती है।
सिधौत किला
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गांडीकोटा फोर्ट के अलावा आप यहां के सिधौत किले की सैर का आनंद ले सकते हैं। यह किला भी कडपा की प्रसिद्ध ऐतिहासिक संरचनाओं में गिना जाता है। पेन्नार नदी के पास स्थित यह किला 1303 ईस्वी के दौरान बनाया गया था। सिधौत किला लगभग 30 एकड़ के क्षेत्र में फैला है। दो बड़े प्रवेशद्वार और नक्काशीदार स्तंभों के साथ यह किला उत्कृष्ट प्राचीन वास्तुकला को प्रदर्शित करता है।
इस किले के अंदर मंदिर भी मोजूद हैं। आक्रषक मूर्तियों के साथ ये मंदिर पर्यटको का काफी ध्यान खींचते हैं। इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां का भ्रमण कर सकते हैं।
वेंकटेस्वरा वन्यजीव अभयारण्य
ऐतिहासिक स्थलों के अलावा आप यहां प्राकृतिक स्थलों की सैर का भी प्लान बना सकते हैं। वेंकटेस्वरा वन्यजीव अभयारण्य यहां के प्रसिद्ध पर्यटन गंतव्यों में गिना जाता है, जहां आप एक रोमांचक वाइल्ड लाइफ सैर का आनंद उठा सकते हैं। अगर आप एक प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको यह स्थल बहुत ही ज्यादा पसंद आएगा। यहां पक्षियों की 100 से ज्यादा प्रजातियां और 1500 प्रकार की वनस्पतियां पाईं जाती है। जंगली जानवरों में आप यहां लकड़बग्घा, सांभर, स्लोथ भालू, चीतल, ब्लैक बक आदि को देख सकते हैं। इस वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना 1989 में की गई थी। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां आस सकते हैं।
पुष्पगिरी
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उपरोक्त स्थलों के अलावा आप पुष्पगिरी की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह स्थल अपने धार्मिक महत्व के लिए ज्यादा जाना जाता है, जहां आप बहुत से हिन्दू मंदिरों को देख सकते हैं। यह एक खास स्थल है जो शैव और वैष्णव दोनों संप्रदायों के लिए महत्व रखता है। पुष्पगिरी को दूसरा हम्पी कहा जाता है। इस स्थल का सबसे बड़ा मंदीर चेन्नाकेशव स्वामी मंदिर है।