आंध्र प्रदेश स्थित ओंगोल एक ऐतिहासिक शहर है। यह शहर अपने छिपे सौंदर्य के कारण ऑफबीट ट्रैवलर्स के बीच बहुत मशहूर है। यहां पर कई खूबसूरत जगहें हैं जहां पर आप वीकेंड पर घूमने के लिए आ सकते हैं। ऐतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार ये शहर मौर्य राजवंश के समय से ही अस्तित्व में है, इसलिए यहां कई ऐतिहासिक स्थल और प्राचीन मंदिर देखे जा सकते हैं। इस शहर पर सालों तक कई राजवंशों का राज रहा है जिनमें मौर्य, आंध्र, काकतीय और पल्लव शामिल हैं।
आज इतने सालों बाद ओंगोल अपना सौंदर्य खोता जा रहा है। बेहतर होगा कि इस शहर के अस्तित्व को आप जितनी जल्दी हो सके अपनी आंखों में समेट लें। इस वीकेंड पर आप ओंगोल की यात्रा कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस ऐतिहासिक शहर के प्रमुख स्थलों के बारे में।
चेन्नाकेशवा स्वामी मंदिर
PC- YVSREDDY
ये इस क्षेत्र का सबसे प्राचीन मंदिर है जिसे 18वीं सदी में बनवाया गया था। हालांकि, इसकी स्थापना की सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंदिर को काकातिया राजवंश द्वारा 12वीं से 13वीं शताब्दी के बीच बनवाया गया था। आज ये मंदिर ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखता है इसलि यहां पर हज़ारों की संख्या में हर साज हिंदू श्रद्धालु आते हैं।
इस मंदिर में भगवान विष्णु की चेन्नाकेशवा स्वामी के रूप में पूजा होती है। इस मंदिर की वास्तुकला अद्भुत है। मंदिर के गर्भगृह में मां लक्ष्मी की मूर्ति भी स्थापित है। इस ऐतिहासिक मंदिर को देखने के लिए आपको ओंगोले जरूर आना चाहिए।
कोठापटनम बीच
PC- Rdkreddy430
ओंगोल के केंद्र से 15 किमी की दूरी पर स्थित कोठापटनम बीच वीकएंड पर मस्ती करन के लिए बेहतरीन जगह है। इस समुद्रतट पर घूमने का अनुभव ही कुछ और होगा। अगर आपको समुद्र के किनारे घूमना पसंद है और आप भीड़भाड़ से दूर किसी जगह पर घूमना चाहते हैं तो आप कोठापटनम बीच आ सकते हैं।
स्थानीय लोगों के बीच ये समुद्रतट बहुत लोकप्रिय है। यहां के प्रदूषणरहित मौसम और शांत वातावरण में आप आराम फरमा सकते हैं।
चंदावरम
ओंगोले के पास चंदावरम एक और ऐतिहासिक स्थल है। ये जगह ना केवल ऐतिहासिक महत्व रखती है बल्कि धार्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। गुंडलकम्मा नदी के तट पर स्थित ये जगह बौद्ध काल से संबंधित है। उस काल में यानि की दूसरी शताब्दी में यहां पर सतवाहन राजवंश का शासन हुआ करता था।
प्राचीन समय में ये एक धार्मिक स्थल हुआ करता था और यहां पर बौद्ध भिक्षु और अनुयायी ध्यान किया करते थे। आज ये जगह खंडहर बन चुकी है लेकिन इतिहास प्रेमियों और इतिहासकारों के लिए वीकएंड पर घूमने के लिए ये जगह बेहतरीन है।
चिराला
PC- Pranayraj1985
ये भी समुद्र तट है जोकि ओंगोले से लगभग 55 किमी दूर स्थित है। यहां पर आप आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां तक लघु उद्योगों के कारण ये जगह स्थानीय लोगों के बीच भी बहुत मशहूर है। बीच लवर्स के लिए ये जगह वीकएंड पर घूमने के लिए बेहतरीन है।
इसी वजह से हर महीने आसपास के शहरों से यहां पर हज़ारों पर्यटक घूमने आते हैं। टेक्सटाइल और हैंडलूम उद्योग स्थित होने के कारण चिराला को मिनी बॉम्बे कहा जाता है।
साईं बाबा मंदिर
PC- Amolthefriend
ओंगोल का साईं बाबा मंदिर बहुत लोकप्रिय है। हिंदुओं के बीच ये प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इस मंदिर को 1989 में बनवाया गया था और तभी से लेकर आज तक ये मंदिर स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है।
अगर आप ओंगोले के आसपास किसी ऐसी जगह की तलाश कर रहे हैं जहां आपको भक्ति और शांति की अनुभूति हो तो आप इस साईं बाबा मंदिर दर्शन करने आ सकते हैं। यहां का शांत वातावरण आपके मन को भी सुकून देगा।