पोल्लाची तमिलनाडु राज्य के कोयंबटूर जिले के अंतर्गत तालुका मुख्यालय और एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटन गंतव्य है। कोयंबटूर के दक्षिण में लगभग 40 किमी दूर स्थित यह जिले का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। पोल्लाची अपने प्राकृतिक गंतव्यों के साथ पोल्लाची गुड़, सब्जियों और मवेशियों का एक बड़ा लोकप्रिय बाजार भी है। इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि इस नगर का संबंध दक्षिण के शक्तिशाली चोल राजवंश से रहा है।
उस दौरान इस नगर को 'मुडी कोंडा चोल नल्लूर' के नाम से जाना जाता है। तमिल में इसे कभी पॉज़िल वैतेची के नाम से भी संबोधित किया जाता था बाद में इसका नाम पोल्लाची पड़ा। कोयंबटूर आने वाले सैलानी इस ऐतिहासिक और खूबसूरत नगर का भ्रमण करना बेहद पसंद करते हैं। जानिए पर्यटन के लिहाज से पोल्लाची आपके लिए कितना खास है।
अमरवती बांध और मगरमच्छ फार्म
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अमरावती नदी पर बना अमरवती बांध पोल्लाची से कुछ किमी की दूरी पर स्थित एक खूबसूरत पर्यटन गंतव्य है। बांध के पास चहलकदमी करते हुए आप अन्नामलाई पहाड़ियों और पलानी हिल्स की आकर्षक नजारों का आनंद ले सकते हैं। अमरवथी बांध प्रकृति को करीब से निहारने के लिए एक आदर्श व्यू प्वाइंट है।
इसके पास ही आप क्रोकोडायल पार्क की सैर का रोमांचक आनंद ले सकते हैं। यह मगरमच्छ फार्म भारत के सबसे बड़े क्रोकोडायल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। एक रोमांचक अनुभव के लिए आप यहां प्लान बना सकते हैं।
ऑर्गेनिक फार्म
अन्नामलाई पहाड़ियों की तलहटी पर स्थित संतोष ऑर्गेनिक फार्म 1997 से जैविक कृषि का प्रयोग कर पौष्टिक सब्जियों और स्वादिष्ट फलों का उत्पादन कर रहा है। 50 एकड़ में फैला यह फार्म यहां आने वाले सैलानियों को बहुत ही ज्यादा भाता है। यहां आप नारियल, अखरोट, रोसवुड, आमला, चीकू और कोको आदि की खेती की जााती है। बता दें कि यहां से बहुत से उत्पाद अलग-अलग क्षेत्रों में निर्यात किए जाते हैं।
बता दें कि जैविक कृषि उस खास प्रकार की खेती को कहते हैं जिसमें किसी भी प्रकार का रसायन, पेस्टीसाइड का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसमें फस सब्जियां उगाने के लिए गोबर या अन्य नेचुरल खाद्य का इस्तेमाल किया जाता है।
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अरवु थिरुकोविल
शांत जगह पर स्थित अरवु थिरुकोविल को चेतना का मंदिर भी कहा जाता है। यह आश्रम योगीराज वेठथिरी महर्षि द्वारा स्थापित किया गया था। जो अपने योग और आध्यात्मिक क्रियाकलापों के लिए जाना जाता है। स्थानीय लोगों के अलावा यहां पर्यटक भी आत्मिक-मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए यहां आते हैं। पोल्लाची भ्रमण के दौरान आप यहां का प्लान बना सकते है।
एक अलग आध्यात्मिक अनुभव पाने के लिए यह स्थान एक आदर्श विकल्प है। यहां ध्यान और आध्यात्मिकता से जुड़ी किताबें भी उपलब्ध है। इसके अलावा आप यहां के योग गुरूओं से अपनी शारीरिक और मानसिक समस्याओं से जुड़े समाधान ले सकते हैं।
अलीयार बांध
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धुंधले पहाड़ों और हरे ढलानों से घिरा हुआ अलियार बांध कोयंबटूर के वालपराई क्षेत्र में स्थित एक खूबसूरत पर्यटन गंतव्य है जो पोल्लाची से केवल 20 किलोमीटर की दूर पर है। यह एक सामान्य का बांध है पर अपनी चारों तरफ फैली प्राकृतिक खूबसूरती के बल पर ये देशभर के सैलानियों का ध्यान अपनी ओर खींचता है। यहां नीले आकाश के तले पहाड़ी खूबसरती को निहारना बेहद मनोरम एहसास कराता है। यहां वीकेंड पर अकसर आसपास के सैलानी आनंद का अनुभव करने के लिए आते हैं।
फोटोग्राफी के शौकीन यहां की सैर कर सकते हैं। यहां एक खूबसूरत मछलीघर और एक मिनी थीम पार्क भी है। इसके अलावा लजीज खाने के भी कई ऑप्शन यहां मौजूद हैं। परिवार या दोस्तों के साथ आप यहां का प्लान बना सकते हैं।
परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व
उपरोक्त स्थानों के अलावा आप परंबिकुलम टाइगर रिजर्व की रोमांचक सैर की आनंद भी ले सकते हैं। पृष्ठभूमि में अन्नाइमालाई परिदृश्य के साथ यह एक संरक्षित पारिस्थितिकीय रिजर्व है। परंबिकुलम टाइगर रिजर्व भारत में सबसे खूबसूरत बाघ अभयारण्यों में गिना जाता है। वन्य जीवन को करीब से देखने के लिए आप यहां का प्लान बना सकते हैं। वन्य विभाग द्वारा यहां जंगल सफारी की भी व्यवस्था है।
सफारी की मदद से आप यहां के जीवों और वनस्पतियों को आराम से देख सकते हैं। बाघ के अलावा आप यहां भालू, हाथी जैसे जानवरों को भी देख सकते हैं। इसके अलावा यह रिजर्व विभिन्न पक्षी प्रजातियों को सुरक्षित आश्रय देने का भी काम करता है।
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